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ABG Shipyard Bank Fraud : मोदी राज में अब तक का सबसे बड़ा बैंकिंग घोटाला, जानें कब क्या हुआ?

Janjwar Desk
13 Feb 2022 10:08 AM GMT
ABG Shipyard Bank Fraud : मोदी राज में अब तक का सबसे बड़ा बैंकिंग घोटाला, जानें कब क्या हुआ?
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मोदी राज में अब तक का सबसे बड़ा बैंकिंग घोटाला।

ABG Shipyard Bank Fraud : भारतीय स्टेट बैंक ने 8 नवंबर 2019 को एबीजी शिपयार्ड बैंक धोखाधड़ी के संबंध में सीबीआई के सामने पहली शिकायत दर्ज कराई थी। सवा दो साल बाद आठ गिरफ्तार।

ABG Shipyard Bank Fraud : यूपी सहित पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव को लेकर जारी सियासी तनातनी के बीच बैंकिंग सेक्टर का सबसे बड़ा घोटाला सामने आया है। यह घोटाला पीएम मोदी के गृह राज्य गुजरात से जुड़ा है। एबीजी शिपयार्ड ने बैंक धोखाधड़ी के तहत एसबीआई सहित देश के 28 बैंकों को 22842 करोड़ रुपए का चुना लगाया है। इस मामले में सीबीआई ने एसबीआई से शिकायत मिलने के दो साल बाद आठ लोगों को गिरफ्तार किया है। घोटाला सामने आने के बाद सियासी और अर्थजगत में हड़कंप की स्थिति है और मोदी सरकार की जमकर किरकिरी हो रही है। यही वजह है कि लोग इस घोटाले के बारे में सबकुछ जानना चाहते हैं।

दरअसल, केंद्रीय जांच ब्यूरो ( CBI ) ने देश के अब तक के सबसे बड़े बैंक धोखाधड़ी मामले में एबीजी शिपयार्ड लिमिटेड के पूर्व अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक ऋषि कमलेश अग्रवाल और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया है। कहा जाता है कि कथित पार्टियों ने भारतीय स्टेट बैंक ( SBI ) सहित 28 बैंकों को 22,842 करोड़ रुपए से अधिक का धोखा दिया है। सीबीआई ने एबीजी शिपयार्ड धोखाधड़ी मामले में कई अन्य लोगों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया है। इस मामले में अभी तक 8 लोगों की गिरफ्तारी हुई है।

एबीजी शिपयार्ड का मालिक कौन?

ABG शिपयार्ड लिमिटेड ( ABG Shipyard Ltd. ) का स्वामित्व ABG समूह के पास है जो जहाज निर्माण और जहाज की मरम्मत के व्यवसाय में लगी एक फर्म है। जहाज निर्माण कंपनी मुंबई में स्थित है। कंपनी का प्रमोशन ऋषि अग्रवाल कर रहे हैं। कंपनी के शिपयार्ड गुजरात के दहेज और सूरत में स्थित हैं। एबीजी शिपयार्ड ने 16 वर्षों में 165 से अधिक जहाजों का निर्माण किया है।

ABG Shipyard Bank Fraud : कब क्या हुआ?

1. एबीजी शिपयार्ड के ऋण खाते को पहली बार जुलाई 2016 में एनपीए के रूप में घोषित किया गया।

2. एसबीआई ने पहली शिकायत 8 नवंबर, 2019 को दर्ज की थी। 2019 में लोन अकाउंट को फ्रॉड घोषित किया गया।

3. सीबीआई ने 12 मार्च, 2020 को एसबीआई की शिकायत पर कुछ स्पष्टीकरण मांगा।

4. एसबीआई ने अगस्त 2020 में नई शिकायत दर्ज की।

5. सीबीआई ने 7 फरवरी, 2022 को शिकायत की प्राथमिकी पर डेढ़ साल से अधिक समय तक "जांच" करने के बाद एसबीआई की शिकायत पर कार्रवाई की।

ABG Shipyard Bank Fraud : सीबीआई की सूची में किस-किसका नाम शामिल?

एबीजी शिपयार्ड लिमिटेड के पूर्व अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक ऋषि कमलेश अग्रवाल के अलावा सीबीआई ने तत्कालीन कार्यकारी निदेशक संथानम मुथास्वामी, निदेशकों अश्विनी कुमार, सुशील कुमार अग्रवाल और रवि विमल नेवेटिया और एक अन्य कंपनी एबीजी इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड को नामित किया है।

किन मामलों दर्ज हुआ है मुकदमा?

केंद्रीय जांच ब्यूरे ने आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धाराओं और भ्रष्टाचार रोकथाम अधिनियम के तहत आपराधिक साजिश, धोखाधड़ी, आपराधिक विश्वासघात और आधिकारिक पद के दुरुपयोग के कथित अपराधों के लिए मामला दर्ज किया है।

ये है CBI का बयान

ABG Shipyard Bank Fraud : सीबीआई ने अपने आधिकारिक बयान में कहा है कि उसने शनिवार, 12 फरवरी को सूरत, भरूच, मुंबई, पुणे आदि में निजी कंपनी के निदेशकों सहित आरोपियों के परिसरों में 13 स्थानों पर तलाशी ली। हमलावरों से आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद हुए। पीटीआई के मुताबिक सीबीआई को इस बात की भी जानकारी मिली है कि फंड का इस्तेमाल बैंकों द्वारा जारी किए गए उद्देश्यों के अलावा अन्य उद्देश्यों के लिए भी किया गया। एजेंसी ने यह भी बताया कि अर्न्स्ट एंड यंग द्वारा फोरेंसिक ऑडिट में पाया गया कि आरोपी ने एक साथ मिलीभगत की और 2012-17 के बीच धन, हेराफेरी और आपराधिक विश्वासघात जैसी अवैध गतिविधियों को अंजाम दिया।

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