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शिक्षा

2024 में उत्तराखण्ड बोर्ड से इंटरमीडिएड के एक लाख से भी कम बच्चे देंगे परीक्षा, पिछले 6 सालों में यह संख्या सबसे कम

Janjwar Desk
31 Dec 2023 10:18 AM GMT
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Uttarakhand Board : हर सरकार शिक्षा व्यवस्था सुधारने और इसमें लगातार बढ़ावे का दावा करती है और कहा जाता है कि लगातार शिक्षितों की संख्या बढ़ रही है, मगर उत्तराखंड विद्यालय शिक्षा परिषद की ओर से संचालित बोर्ड परीक्षाओं में शामिल होने वाले छात्रों का जो आंकड़ा सामने आया है, वह चौंकाने वाला है....

Uttarakhand Board : हर सरकार शिक्षा व्यवस्था सुधारने और इसमें लगातार बढ़ावे का दावा करती है और कहा जाता है कि लगातार शिक्षितों की संख्या बढ़ रही है, मगर उत्तराखंड विद्यालय शिक्षा परिषद की ओर से संचालित बोर्ड परीक्षाओं में शामिल होने वाले छात्रों का जो आंकड़ा सामने आया है, वह चौंकाने वाला है। बोर्ड परीक्षा में बैठने वाले परीक्षार्थियों की संख्या घट रही है। इस आंकड़े से पता चलता है कि उत्तराखण्ड में हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षाओं में छात्रों की संख्या लगातार कम होती जा रही है।

गौरतलब है कि इस साल उत्तराखंड विद्यालय शिक्षा परिषद की ओर से आयोजित बोर्ड परीक्षा में कुल 2,103,54 परीक्षाथियों ने आवेदन किया है, जिसमें हाईस्कूल में 1,15,606 और इंटरमीडिएट में एक लाख से भी कम यानी 94,748 छात्र परीक्षा में बैठेंगे। हाईस्कूल में संस्थागत श्रेणी में 1,13,281 और व्यक्तिगत श्रेणी में 2,325 बच्चे परीक्षा में शामिल होंगे, वहीं इंटरमीडिएट के संस्थागत श्रेणी में 90,351 और व्यक्तिगत श्रेणी में 4,397 छात्रों ने परीक्षा के लिए आवेदन किया है। बोर्ड परीक्षाओं में छात्रों की संख्या का निरंतर घटते जाना वाकई चिंता का विषय है।

हालांकि राजकीय शिक्षक संघ के पूर्व मंडलीय मंत्री नवेंदु मठपाल इसका कारण कुछ और बताते हैं। मीडिया को दिये गये बयान में उन्होंने बताया कि छात्रों की संख्या घटने का कारण पूर्व में उत्तराखंड बोर्ड द्वारा संचालित अटल उत्कृष्ट विद्यालयों का पिछले वर्षों में केंद्रीय सीबीएसई बोर्ड होना है। इन विद्यालयों में भी आधे से अधिक के अभिवावकों ने वापस उत्तराखंड बोर्ड में वापस लौटने की इच्छा जतायी है, इससे उम्मीद जतायी जा सकती कि भविष्य में उत्तराखंड बोर्ड में बच्चे फिर से बढ़ जाएंगे।

पिछले छह साल का आंकड़ा देखें तो जहां वर्ष 2019 में हाईस्कूल में 1,46,584 बच्चे शामिल हुए थे, वहीं 2020 में यह संख्या 1,47,155 थी। 2021 में हाईस्कूल की परीक्षा में 1,47,725 बच्चे शामिल हुए तो 2022 में यह संख्या घटकर 1,27,895 रह गयी। उसके बाद पिछले साल 2023 में हाईस्कूल के 1,27,844 बच्चे परीक्षा में बैठे और 2024 में सिर्फ 1,15,606 बच्चों ने आवेदन किया है। यानी हाईस्कूल के लिहाज से देखें तो 2022 के बाद छात्रों की संख्या में कमी आयी है।

वहीं इंटरमीडिएट की बात करें तो 2019 में 1,22,618 छात्र परीक्षा में शामिल हुए और 2020 में यह संख्या घटकर 1,19,164 रह गयी। उसके बाद 2021 में थोड़ी बढोतरी के साथ छात्रों की संख्या 1,21,705 हो गयी, मगर 2022 में फिर से यह संख्या घटकर 1,11,688 रह गयी। हालांकि पिछले साल यानी वर्ष 2023 में इंटरमीडिएट के 1,23,945 छात्र यानी पिछले छह सालों में सर्वाधिक छात्र उत्तराखण्ड बोर्ड में शामिल हुए मगर वर्ष 2024 यानी इस साल परीक्षा देने वाले कुल 94,748 छात्रों ने आवेदन किया है। यानी यह संख्या अब तक की न्यूनतम संख्या है।

उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद की सचिव डॉ. नीता तिवारी कहती हैं, सीबीएसई बोर्ड द्वारा संचालित अटल उत्कृष्ट विद्यालयों में भारी संख्या में छात्रों का एडमिशन हो चुका है, इसलिए उत्तराखंड बोर्ड में छात्रों की संख्या लगातार घटती गयी है। अटल उत्कृष्ट विद्यालयों के फिर से उत्तराखंड बोर्ड में शामिल होने की उम्मीद जतायी जा रही है। अगर ऐसा हुआ तो फिर से उत्तराखण्ड बोर्ड से इंटर और हाईस्कूल की परीक्षा देने वाले छात्रों की संख्या बढ़ जायेगी।

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