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पर्यावरण

उत्तराखंड : बादल फटने से भारत-नेपाल सीमा पर तबाही के हालात, दर्जनभर से अधिक लापता, तीन बच्चों समेत 5 शव बरामद

Janjwar Desk
30 Aug 2021 9:45 AM GMT
उत्तराखंड : बादल फटने से भारत-नेपाल सीमा पर तबाही के हालात, दर्जनभर से अधिक लापता, तीन बच्चों समेत 5 शव बरामद
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(आपदा के बाद बचाव व राहत ऑपरेशन जारी है।)

इलाके में हुई भारी बारिश से सारी सड़कें बुरी तरह से ध्वस्त हो गई है जिसके चलते राहत और बचाव कर्मियों को घटनास्थल तक पहुंचने में दिक्कतें पैदा हो रही है। पूरे इलाके में अफरा-तफरी का माहौल है...

पिथौरागढ़। भारत-नेपाल की सीमा के पास नेपाल इलाके में बादल फटने से भारत के अंतिम जनपद पिथौरागढ़ में भारी तबाही मच गयी है। मलवे से दर्जनभर घर जमींदोज हो गये हैं। कई लोग लापता हैं। अबतक तीन बच्चों समेत पांच शव बरामद किये जा चुके हैं। प्रभावित इलाके में हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू की तैयारी की जारी है।

नेपाल में बादल फटने के बाद भारत में से हुई तबाही का केन्द्र पिथौरागढ़ जिले के धारचूला तहसील मुख्यालय से 12 किमी. दूर जुम्मा गांव रहा। जहां जामुनी तोक में 5 तथा सिरौउड़्यार तोक में 2 जमींदोज हो गए हैं। शुरुआती खबरों में 7 लोगों के दबे होने की सूचना है। जिनकी संख्या बढ़ने की आशंका है। कई लोग लापता बताये जा रहे हैं। तीन बच्चो के शव मलबे से निकाल लिए गए हैं।

इलाके में हुई भारी बारिश से सारी सड़कें बुरी तरह से ध्वस्त हो गई है जिसके चलते राहत और बचाव कर्मियों को घटनास्थल तक पहुंचने में दिक्कतें पैदा हो रही है। पूरे इलाके में अफरा-तफरी का माहौल है। जिसके चलते सही सूचनाएं मिलने में खासी दिक्कत हो रही है। प्रशासन हेली ऑपरेशन के जरिए क्षेत्र में राहत कार्य शुरू करने जा रहा है।

जिलाधिकारी डॉ आशीष चौहान ने बताया कि क्षेत्र के हालात को देखते हुए एसडीआरएफ के साथ ही तमाम राहत दलों को मौके को रवाना कर दिया गया है। उन्होंने बताया जल्द क्षेत्र में हेली ऑपरेशन के जरिए रेस्क्यू अभियान चलाया जाएगा। खुद डीएम और एसएसपी सुखबीर सिंह प्रभावित इलाके में पहुंच रहे हैं।

वहीं धारचूला से सटे नेपाल के श्री बगड़ इलाके में भी बीती रात बादल फटा है जिसके चलते हैं नेपाल में भी 15 से 20 लोगों के लापता होने की खबर है।

नेपाल क्षेत्र से आए मलबे और पानी से धारचूला के तपोवन में बने एनएचपीसी कॉलोनी में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए है। कॉलोनी के दो आवासीय परिसर काली नदी में समा गये हैं। नदी का मलबा और पानी कॉलोनी के घरों में घुस गया है जिससे कई गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गई है।

प्रशासन द्वारा इलाके में रेस्क्यू अभियान शुरू कर दिया गया है। धारचूला के तपोवन में काली नदी में झील भी बन गई है जिसकी वजह से धारचूला कस्बे को खतरा पैदा हो गया है।

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