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अरुणाचल की घटना के बाद बढ़ रही NDA की खटपट, JDU के बयान पर अब लोजपा का पलटवार

Janjwar Desk
30 Dec 2020 2:39 AM GMT
अरुणाचल की घटना के बाद बढ़ रही NDA की खटपट, JDU के बयान पर अब लोजपा का पलटवार
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उन्होने कहा कि चुनाव पूर्व जदयू के कई नेता बोलते थे कि लोजपा साथ में लड़े या अलग, इससे कोई फर्क जदयू को नहीं पड़ता, लोजपा एक मात्र पार्टी है, जिसने अकेले लड़ कर 24 लाख वोट पाया अपना मत प्रतिशत भी बढ़ाया..

जनज्वार ब्यूरो/पटना। जेडीयू महासचिव केसी त्यागी के लोक जनशक्ति पार्टी और भारतीय जनता पार्टी पर दिए गए बयान के बाद लोजपा ने पलटवार किया है। लोजपा ने कहा है कि चुनाव पूर्व जेडीयू के नेता कहा करते थे कि लोजपा साथ लड़े या अलग, उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता। अब क्यों ऐसी भाषा बोल रहे हैं। बिहार चुनावों के दौरान भी लोजपा और जेडीयू के बीच जमकर बयानों के तीर चले थे।

चिराग पासवान की पार्टी लोजपा ने कहा है कि बिहार विधानसभा चुनाव में वह एकमात्र पार्टी रही जिसने अपने विजन डक्यूमेंट के आधार पर चुनाव मैदान में गयी। उन्होंने कहा कि यह अच्छी बात हुई कि जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारिणी मे हार की समीक्षा की गयी।

उन्होने कहा कि चुनाव पूर्व जदयू के कई नेता बोलते थे कि लोजपा साथ में लड़े या अलग, इससे कोई फर्क जदयू को नहीं पड़ता। अंसारी ने कहा कि लोजपा चुनाव में सिर्फ बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट के नाम पर चुनाव मे गयी थी। लोजपा एक मात्र पार्टी है जो अपने विजन डक्यूमेंट के आधार पर चुनाव लड़ी और जनता से वोट मांगा। अकेले लड़ कर 24 लाख वोट पाया अपना मत प्रतिशत भी बढ़ाया। बता दें कि रविवार को केसी त्यागी ने लोजपा पर जोरदार हमला बोला था।

उल्लेखनीय है कि जेडीयू महासचिव और पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता केसी त्यागी ने कहा था कि बिहार में गठबंधन को लेकर कोई विवाद नहीं है, लेकिन हमारा मन अरुणाचल प्रदेश के घटनाक्रम को लेकर दुखी है, जो कि गठबंधन की राजनीति के लिए ठीक नहीं है। उन्होंने कहा था कि पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी के 'अटल धर्म' का पालन सभी घटक दलों को करना चाहिए।

त्यागी ने यह भी कहा था कि हम किसी के खिलाफ साजिश नहीं करते हैं, बल्कि जब भी काम करने का मौका मिला, तो हमने सिर्फ काम किया है। जेडीयू विधायकों को मंत्रिपरिषद में शामिल करने की बजाय भाजपा ने उन्हें अपनी पार्टी में ही शामिल कर लिया। जबकि जेडीयू ने बिहार में कभी ऐसा नहीं किया। सीएम नीतीश कुमार संख्या बल नहीं, साख के नेता हैं।

सीएम नीतीश कुमार की तारीफ करते हुए केसी त्यागी ने कहा था कि उनके नेतृत्व और आभामंडल का आकलन संख्या बल के आधार पर नहीं करना चाहिए। अब नीतीश कुमार अन्य राज्यों में भी पार्टी के लिए काम करेंगे। जदयू महासचिव केसी त्यागी ने कहा था कि आने वाले महीनों में जिन राज्यों में चुनाव होगा, वहां के बारे में विचार होगा। बंगाल में जदयू चुनाव लड़ेगा, यह फैसला हो चुका है। देश में पार्टी के विस्तार को लेकर भी बैठक में चर्चा होगी।

केसी ने इसके साथ ही ये भी कह दिया था कि जेडीयू का बीजेपी के साथ गठबंधन सिर्फ और सिर्फ बिहार में है। जेडीयू प्रवक्ता ने कहा था कि एलजेपी ना दिल्ली और ना ही बिहार में एनडीए का हिस्सा है। एलजेपी ने जिस स्वच्छंदता के साथ बिहार चुनाव लड़ा, बीजेपी को चुनाव लडऩे से रोकना चाहिए था।

उन्होंने कहा कि चिराग पासवान ने रामविलास पासवान या अंबेडकर के नाम पर चुनाव नहीं लड़ा, जिनके विचारों पर उनकी पार्टी खड़ी है, बल्कि मोदी के नाम पर चुनाव लड़ा। हम अपने सहयोगियों के खिलाफ साजिश नहीं रचते हैं और ना ही किसी को धोखा देते हैं।

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