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Madhya Pradesh News : विदिशा में सेंट जोसेफ स्कूल को ध्वस्त करने पहुंच गई भगवा भीड़, जानिए क्यों आया कट्टरपंथियों में उबाल

Janjwar Desk
7 Dec 2021 4:37 AM GMT
Madhya Pradesh News : विदिशा में सेंट जोसेफ स्कूल को ध्वस्त करने पहुंच गई भगवा भीड़, जानिए क्यों आया कट्टरपंथियों में उबाल
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मध्य प्रदेश के विदिशा स्थित सेंट जोसेफ स्कूल में धर्मांतरण के मुद्दे पर भगवा संगठन के लोगों ने हंगामा किया। 

Madhya Pradesh News : विदिशा जिले में धार्मांतरण के मुद्दे पर सेंट जोसेफ स्कूल में भगवा संगठन के कुछ गुस्साए लोगों हंगामा खड़ा कर दिया। संगठन से जुड़े लोगों ने स्कूल में तोड़फोड़ भी की। गुस्साए लोगों ने स्कूल प्रबंधन पर कार्रवाई करने की मांग को लेकर एक ज्ञापन भी दिया।

Madhya Pradesh News : मध्य प्रदेश के विदिशा जिले में धार्मांतरण ( Conversion ) के मुद्दा सामने आने के बाद सेंट जोसेफ स्कूल ( St. Joseph school ) में भगवा संगठन ( Religious Outfits ) के नाराज लोगों ने हंगामा खड़ा कर दिया। संगठन के लोगों पर स्कूल में तोड़फोड़ का भी आरोप लगा है। नाराज लोगों ने स्कूल प्रबंधन पर कार्रवाई करने की मांग को लेकर एक ज्ञापन भी दिया है। बता दें कि सेंट जोसेफ स्कूल ( St. Joseph school Vidisha ) प्रबंधन इस तरह के मामलों को लेकर पहले भी सुर्खियों में रहा है। प्रबंधन के स्कूलों में राष्ट्रगीत को लेकर विवाद भी सामने आया था।

मामले की जांच जारी

ताजा मामले में विदिशा के सेंट जोसेफ स्कूल में 8 बच्चों के धर्मांतरण का मामला सामने आया था। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने गंजबासौदा शहर के स्थानीय चर्च और भारत माता कॉन्वेंट स्कूल और सेंट जोसेफ स्कूल में पुलिस तैनात कर दी है। एसपी मोनिका शुक्ला ने बताया कि जो भी कार्रवाई होगी वह वैधानिक कार्रवाई की जाएगी, फिलहाल मामले की जांच की जा रही है।

जल छिड़कर बच्चों के धर्मांतरण की बात पर विवाद

इस घटना को लेकर पिछले दिनों से सोशल मीडिया पर एक मिशनरी स्कूल में बच्चों के धर्मांतरण कराने की चर्चा हो रही थी। गंजबासौदा में स्थित सेंट जोसेफ स्कूल का नाम सोशल मीडिया पर धर्मांतरण को लेकर चर्चाओं में था। सोशल मीडिया पर एक फोटो भी पोस्ट की गई थी जिसमें बच्चों के ऊपर जल छिड़क कर उनका धर्मांतरण करने की बात कही जा रही थी।

घेराव के समय बच्चों का चल रहा था एग्जाम

सेंट जोसेफ प्रबंधन स्कूल प्रबंधक ने पुलिस एवं प्रशासन पर आरोप लगाया है कि स्कूल के घेराव की पूर्व सूचना के बाद भी पुलिस एवं प्रशासन द्वारा सुरक्षा के लिए उचित प्रबंध नहीं किए गए। बता दें जिस समय पथराव किया जा रहा था उस समय सेंट जोसेफ स्कूल के अंदर 12वीं क्लास के बच्चों के एग्जाम चल रहे थे। करीब 14 बच्चे जो एग्जाम दे रहे थे। वह स्कूल के अंदर ही थे। तोड़फोड़ के समय बच्चे डर गए।

धर्मांतरण के आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग

स्कूल प्रबंधन ने स्कूल में किसी भी तरह से बच्चों के धर्मांतरण वाली बात को सिरे से नकार दिया है। बजरंग दल ने भी धर्मांतरण के मामले में जांच करते हुए धर्मांतरण करने वालों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की है। साथ ही सेंट जोसेफ स्कूल की जमीन के बारे में भी सवाल उठाए हैं। वहीं प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था के सवाल पर गोलमोल जवाब दिया।

कांकेर से भी सामने आया था ऐसा ही एक मामला

बता दें कि छत्तीसगढ़ के कांकेर में भी अक्टूबर, 2021 में एक छात्र की चोटी को लेकर हंगामा हुआ था। यहां पर स्कूल प्रशासन ने छात्र को चोटी काटने को कहा था। छात्र ने चोटी को संस्कृति का प्रतीक बताते हुए इसे काटने से इंकार कर दिया था। इस पर स्कूल प्रशासन ने छात्र के विद्यालय आने पर रोक लगा दी है। इस बात को लेकर भाजपा युवा मोर्चा ने हंगामा किया था। एसडीएम जितेंद्र यादव ने बताया कि आगे स्कूल प्रबंधन द्वारा ऐसी गतिविधि की जाती है तो स्कूल पर कार्रवाई की जाएगी।

यहा मामला कांकेर जिले के भानुप्रतापपुर ब्लॉक में स्थित सेंट जोसेफ स्कूल का है। स्कूल में हायर सेकेंडरी में पढ़ने वाले एक छात्र अंश तिवारी को स्कूल के प्रिंसिपल ने चोटी काटकर स्कूल आने को कहा था। अंश ने चोटी को संस्कृति का प्रतीक बताते हुए इसे काटने से इंकार कर दिया था। इससे नाराज होकर स्कूल प्रबंधन ने छात्र को स्कूल में आने पर रोक लगा दी थी।

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