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समाज

इलाहाबाद में एक हफ्ते के भीतर बच्चा चोरी के नाम पर मॉब लिंचिंग की 9 वारदातें, पुलिस जांच में सब अफवाह

Prema Negi
12 Sep 2019 4:30 PM GMT
इलाहाबाद में एक हफ्ते के भीतर बच्चा चोरी के नाम पर मॉब लिंचिंग की 9 वारदातें, पुलिस जांच में सब अफवाह
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बच्चा चोरी के आरोप में मॉब लिंचिंग का शिकार बने दोनों युवक आर्ट और क्राफ्ट की ट्रेनिंग देने दिल्ली से इलाहाबाद के करेली इलाके में गये थे, मगर अफवाहों का बाजार गर्म होने के बाद इनको भीड़ ने बच्चा चोरी के शक में बुरी तरह पीट दिया...

जनज्वार। सोशल मीडिया पर बच्चा चोरी की अफवाहों का बाजार गर्म है, उसी का असर है कि वाट्सअप यूनिवर्सिटी पर फैली इन झूठी खबरों के शिकार अब तक दर्जनों लोग बन चुके हैं। जान-पहचान वाले तो छोड़िये मां-बाप, दादी-नानी, चाचा, मामा समेत तमाम लोगों को बच्चा चोर कहकर भीड़ अपना कहर बरपा चुकी है। आये दिन बजाय कम होने के बच्चा चोरी की अफवाहें और ज्यादा तेजी से फैल रही हैं।

ताजा मामला उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद से सामने आया है। यहां आज 12 सितंबर को बच्चा चोरी के शक में दो युवकों को जमकर पीटा गया। इस मामले में पुलिस ने 300 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।

जानकारी के मुताबिक बच्चा चोरी के आरोप में मॉब लिंचिंग का शिकार बने दोनों युवक आर्ट और क्राफ्ट की ट्रेनिंग देने दिल्ली से प्रयागराज के करेली इलाके में गये थे, मगर अफवाहों का बाजार गर्म होने के बाद इनको भीड़ ने बच्चा चोरी के शक में बुरी तरह पीट दिया।

2 युवकों को पीटे जाने की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों को भीड़ के चंगुल से किसी तरह बचाकर अस्पताल पहुंचाया। पुलिस ने इस मामले में 300 लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में एफआईआर दर्ज कर ली है।

रेली इन्स्पेक्टर विनीत सिंह कहते हैं, दिल्ली के रहने वाले मुकेश और अजय प्रयागराज के करेली इलाके में स्थित एक प्राइवेट स्कूल में आर्ट और क्राफ्ट की ट्रेनिंग देने के लिए आये हुए थे। स्कूल बंद होने के कारण वे कुछ अन्य स्कूलों में ट्रेनिंग को लेकर संभावनाएं तलाश रहे थे। इसी दौरान स्थानीय लोगों ने उन्हें रोककर पूछताछ शुरू कर दी। दोनों ने अपने बारे में जानकारी दी, मगर लोगों ने उन पर यकीन नहीं किया और बच्चा चोर की अफवाह फैलाकर पिटाई शुरू कर दी।

स बीच किसी ने पुलिस को भीड़ के शिकार बने दोनों युवकों को बुरी तरह पीटे जाने की सूचना दी, हालांकि तब तक भीड़ उन्हें लहुलूहान कर चुकी थी। घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह भीड़ से छुड़ाकर दोनों को तुरंत गंभीर हालत में एसआरएन अस्पताल पहुंचाया। भीड़ के शिकार बने मुकेश की शिकायत पर पुलिस ने इस मामले में 300 लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा 34, 147, 323, 505(2), 342, 392, 307 और 7 सीएलए के तहत एफआईआर दर्ज कर ली है।

च्चा चोरी के शक में लिंचिंग का शिकार यही दोनों युवक नहीं बने, बल्कि इसी तरह की एक घटना उत्तर प्रदेश के कौशाम्बी के गौसपुर कटहुला गांव में भी आज 12 सितंबर को सामने आयी है। मीरजापुर निवासी राजेन्द्र की बच्चा चोर के शक में भीड़ ने जमकर पिटाई की।राजेन्द्र को भी पुलिस ने किसी तरह भीड़ के चंगुल से बचाकर प्रयागराज के एक अस्पताल में भर्ती कराया है।

हीं बिहार के मोतिहारी में तो एक डॉक्टर को ही बच्चा चोरी के शक में बुरी तरह पीटा। मोतिहारी के छतौनी थाने के बड़ाबरियापुर दुर्गा चौक के पास बच्चा चोरी के संदेह पर लोगों ने आज 12 सितंबर को डॉक्टर नागेंद्र कुमार यादव को जमकर पीटा। मूल रूप से बिहार के गोपालगंज जनपद के डॉक्टर नागेंद्र दिल्ली में प्रैक्टिस करते हैं। भीड़ के हत्थे चढ़े डॉक्टर को कुछ युवक बेकाबू भीड़ से बचाकर किसी तरह थाने ले गये।

कौल डाॅ. नागेंद्र वह दिल्ली से पटना पहुंचे थे और पटना से बस पकड़कर मोतिहारी अपने रिश्तेदार से मिलने जा रहे थे। बड़ाबरियारपुर बाइपास के पास बस से उतरकर जैसे ही वह आगे बढ़े कि कुछ लोगों ने उन्हें पकड़ लिया और बच्चा चोर कहते हुए मारपीट की।

हीं इस मामले में छतौनी पुलिस का कहना है कि डॉ. नागेंद्र ने थाने में शिकायत करने से इंकार कर दिया, जिसके बाद पूछताछ कर उन्हें सुरक्षित उनके रिश्तेदार के घर भेज दिया गया है।

मात्र प्रयागराज में एक हफ्ते में बच्चा चोरी के शक में अजनबी लोगों को पीटने की नौ घटनाएं सामने आ चुकी हैं। इससे पहले 9 सितंबर को प्रयागराज के अल्लापुर की एक युवती को घूरपुर में बच्चा चोर कहकर पीटने का वीडियो वायरल हुआ था, जिसकी जांच पुलिस द्वारा की जा रही है। वहीं करेली में रविवार 8 सितंबर को एक युवती को छेडख़ानी का विरोध करने पर बच्चा चोर का हल्ला मचा खूब पीटा गया, जिसमें पुलिस ने कुछ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।

10 सितंबर को धूमनगंज के झलवा में मीरजापुर के भीख मांगने वाले बबलू को लोगों ने बच्चा चोर कहकर खूब पीटा। इस मामले में पुलिस ने तीन लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। मांडा, मेजा, सोरांव क्षेत्र में भी बच्चा चोरी के शक में अजनबियों के साथ मारपीट किये जाने के मामले सामने आये हैं।

च्चा चोरी के शक में लिंचिंग का शिकार बन रहे निर्दोष और अजनबी लोगों के मसले पर प्रयागराज पुलिस के ​अधिकारियों का कहना है कि हमारी जानकारी में अब तक बच्चा चोरी का एक भी मामला सामने नहीं आया है, जबकि बच्चा चोरी की बेवजह अफवाह फैलाने और निर्दोष लोगों को पीटने के मामले रोज सामने आ रहे हैं। पुलिस ने इस मामले में अपील की है कि लोग सोशल मीडिया पर बच्चा चोरी की अफवाह फैलाने और मारपीट की घटनाओं से बाज आयें वरना उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी।

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