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शिक्षा

एबीवीपी के छात्र नेता ने आइसा की महिला छात्र नेता को दिल्ली यूनिवर्सिटी में पीटा

Prema Negi
1 Sep 2018 5:42 AM GMT
एबीवीपी के छात्र नेता ने आइसा की महिला छात्र नेता को दिल्ली यूनिवर्सिटी में पीटा
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जब कंवलप्रीत अपने दोस्तों के साथ कॉलेज जा रही थी तभी से एबीवीपी के चार कार्यकर्ता लगातार उनका पीछा कर रहे थे और उन घटिया और अश्लील कमेंट कर रहे थे...

सुशील मानव की रिपोर्ट

दिल्ली यूनिवर्सिटी की छात्र कंवलप्रीत कौर पर किरोड़ीमल कॉलेज में एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने हमला किया, उनसे बदतमीजी करते हुए उनको थप्पड़ मारा। जब एबीवीपी के ये छात्र कंवलप्रीत के साथ बदतमीजी और मारपीट कर रहे थे, तब वहाँ पर सेक्युरिटी गार्ड भी मौजूद था।

कंवलप्रीत के मुताबिक सेक्युरिटी गार्ड बजाय एबीवीपी के गुंडे छात्र नेताओं को रोकने के उनका दुस्साहस ही बढ़ा रहा था। हमलावरों में एबीवीपी सदस्य मोहित दहिया और संदीप शर्मा शामिल थे।

घटनाक्रम के मुताबिक दिल्ली यूनिवर्सिटी में आइसा से अध्यक्ष कंवलप्रीत अपने दो दोस्तों के साथ कल 31 अगस्त को करोड़ीमल कॉलेज के एक प्रोफेसर से मिलने गई थीं। जब कंवलप्रीत अपने दोस्तों के साथ कॉलेज जा रही थी तभी से एबीवीपी के चार कार्यकर्ता लगातार उनका पीछा कर रहे थे और उन घटिया और अश्लील कमेंट कर रहे थे।

वे कंलवप्रीत कौर को अपने दोस्तों के साथ किरोड़ीमल कॉलेज से बाहर निकल जाने को कह रहे थे और यह भी कह रहे थे कि अगर उन्होंने ऐसा नहीं किया तो अंजाम भुगतने को तैयार रहे।

सरेआम एबीवीपी गुंडों की गुंडागर्दी के बाद कंवलप्रीत कौर कहती हैं दिल्ली यूनिवर्सिटी की छात्र नेता होने के नाते मैं ऐसा मानती हूँ कि अपनी यूनिवर्सिटी में कहीं भी स्वतंत्र रूप से घूम सकती हूँ, इसके लिए मुझे एबीवीपी के लोग नहीं रोक टोक सकते। जबकि इस बीच वो लगातार हमें गालियाँ दे रहे थे। जब मैंने उन्हें ऐसा करने से रोका तो वो जोर जोर से गालियाँ देते मुझे उन्होंने मुझे मेरे दोस्तों के सामने अपमानित किया।

कंवलप्रीत कहती हैं, उन्होंने मेरे लिए इतने गंदे और शर्मनाक शब्दों का इस्तेमाल किया कि मैं किसी से शेयर तक नहीं कर सकती। हाँ, उनकी इस बेहूदा और अश्लील हरकतों के बाद से मैं बेहद अपमानित महसूस कर रही थी। उन्होंने मुझे इस हद तक उकसाया कि मैं उन्हें थप्पड़ मारने जैसी अपनी स्वाभाविक प्रतिक्रिया देने के लिए बाध्य हो गई और मैंने उन्हें थप्पड़ मार दिया।

एबीवीपी के इन दो लड़कों ने की थी कंवलजीत कौर से अभद्रता, मारे थप्पड़

उसके बाद बिना एक भी सेकंड की देरी किये एबीवीपी के छात्र ने कंवलप्रीत को बहुत जोर से थप्पड़ मारा। कंवलप्रीत का संतुलन बिगड़ गया और उसके आँखों में आंसू आ गए। वो लड़का घबराकर भागा। कंवलप्रीत का दोस्त धीरज जब उसे पकड़ने के लिए उसके पीछे भागा, तो कॉलेज गेट के पास उसको घेरे हुए 12-15 एबीवीपी के गुंडे खड़े हो गए।

फिर उन सबने मिलकर बेरहमी से धीरज पर हमला कर दिया। वो सब तब तक धीरज को मारते पीटते रहे जब तक कि एक प्रोफेसर ने हस्तक्षेप करते हुए उन्हें रोककर धीरज को बचाया नहीं। एबीवीपी के छात्रों ने अपनी सरेआम गुंडागर्दी और प्रोफेसर के सामने धीरज को पीटने की दलील में कहा कि ये ‘हिंदुस्तान मुर्दाबाद’ कह रहा है।

गुंडागर्दी कर रहे एबीवीपी छात्रों ने प्रोफेसर से कहा इसके दोस्त भी ऐसे ही हैं सर, ये सब शहरी नक्सली हैं। तब तक प्रसेनजीत नामक एक दूसरे लड़के ने पुलिस को फोन कर दिया था। हमलावरों में एबीवीपी सदस्य मोहित दहिया और संदीप शर्मा शामिल थे, जबकि अन्य की पहचान अभी नहीं हो पाई है। एबीवीपी के गुंडों के हमले में घायल धीरज का हिंदू राव अस्पताल में एक्स रे और दूसरे मेडिकल टेस्ट के लिए भेजा गया है।

गौरतलब है कि फेसबुक जैसे सार्वजनिक प्लेटफार्म पर भी ये लोग कंवलप्रीत की वॉल पह बेहद अश्लील और गंदे कमेंट करते रहे हैं। चाहे फेसबुक जैसे आभासी माध्यम हो चाहे कॉलेज कैंपस जैसा जमीनी हर जगह ये लगातार लड़कियों को निशाना बना रहे हैं।

मोदी बेटी पढ़ाओ का नारा देती फिर रहे हैं और उनकी ही पार्टी भाजपा के छात्र संगठन एबीवीपी के संपोले लड़कियों को कॉलेज कैंपस में डस रहे हैं। इससे पहले रामजस कॉलेज की छात्रा गुरमेहर कौर को एबीवीपी के गुंडों ने निशाना बनाया था। उससे पहले बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी में भी एबीवीपी के शोहदे लड़कियों को लगातार परेशान करते रहे हैं जिसके खिलाफ लड़कियों ने एकजुट होकर सितंबर 2017 में एक बड़ा आंदोलन भी किया था।

एबीवीपी छात्रों ने ही कच्छ यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर बख्शी के मुँह पर स्याही पोतकर उन्हें मारते पीटते हुए उनका जुलूस निकाला था। कंवलप्रीत कौर आइसा दिल्ली यूनिवर्सिटी की अध्यक्ष हैं। बता दें कि देशभर के तमाम विश्वविद्यालयों में संघी विचारधारा के एबीवीपी वाम विचारधारा के छात्र-छात्राओं और प्रोफेसरों पर लगातार हमले करते रहे हैं।

इन हरकतों से लगता है कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) सिमी का ही हिंदुत्ववादी वर्जन है और इस पर जल्द से जल्द बैन लगाया जाना चाहिए।

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