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शिक्षा

टीचर ने पूरी क्लास के सामने कहा चरित्रहीन, तो 7वीं की छात्रा ने कर ली आत्महत्या

Prema Negi
6 Dec 2018 4:50 PM GMT
टीचर ने पूरी क्लास के सामने कहा चरित्रहीन, तो 7वीं की छात्रा ने कर ली आत्महत्या
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दिल्ली में कथित तौर पर सुसाइड करने वाली 7वीं की छात्रा की मां ने लगाया आरोप, मेरी बेटी की सहेलियों ने बताया है कि टीचर ने उसे पूरी क्लास के सामने कहा था चरित्रहीन, इसलिए दुखी होकर लगाया मौत को गले....

जनज्वार। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली के इंदरपुरी इलाके में सातवीं कक्षा में पढ़ने वाले एक छात्रा द्वारा अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या करने का मामला शनिवार 1 दिसंबर को सामने आया था। इस मामले में अब बच्ची की मां का कहना है कि उसकी टीचर द्वारा पूरी क्लास के सामने उसे चरित्रहीन कहा गया जिससे वह डिप्रेशन में चली गई और उसने आत्महत्या जैसा कदम उठा लिया।

यह बात का आधार पेशे से वकील मृत छात्रा की मां ने उसकी सहेलियों से बातचीत बताया। उन्होंने कहा कि शिक्षक की डांट और पूरी क्लास के सामने अपमानित करने के कारण उनकी बेटी ने यह कदम उठाया है।

समाचार एजेंसी एएनआई में छपी खबर के मुताबिक आत्महत्या करने वाली लड़की की मां ने कहा कि 'मेरी बेटी की मौत के बाद, उसके दोस्त ने मुझे बताया कि वह बहुत दुखी थी क्योंकि उसके दो शिक्षकों ने पूरी कक्षा के सामने उसे 'चरित्रहीन' कहा था।



पुलिस ने शुरुआती जांच के बाद मीडिया को बताया कि 7वीं की छात्रा ने शनिवार 1 दिसंबर को उस समय खुदकुशी की जब उसकी मां अदालत गई थी। लड़की की मां पेशे से एक अधिवक्ता हैं। पुलिस के मुताबिक घटनास्थल से एक सुसाइड नोट भी बरामद ​हुआ है।

मीडिया में आ रही खबरों के मुताबिक इस मामले में स्कूल के शिक्षकों का नाम सामने आने पर स्कूल मैनेजमेंट ने बयान जारी किया है कि हम पुलिस का का पूरा सहयोग कर रहे हैं और वे स्कूल में एक इंटरनल जांच भी करवा रहे हैं। मैनेजमेंट अपनी जांच रिपोर्ट दिल्ली पुलिस को सौंपेगा।

जानकारी के मुताबिक 7वीं की छात्रा अपनी मां के साथ दिल्ली के इन्द्रपुरी इलाके में रहती थी। मां तीस हजारी कोर्ट में वकील हैं। वह तलाकशुदा हैं। बकौल मां शुक्रवार 30 नवंबर को डेजी स्कूल से रोते हुए घर आई। पूछने पर उसने बताया कि बायो टीचर ने उसे डांटा और उसकी बेइज्जती की। शनिवार 1 दिसंबर की सुबह वह स्कूल नहीं जाने की जिद करने लगी तो उसकी मां उसे घर पर ही छोड़कर कोर्ट चली गईं।

जब शाम को 4 बजे वह कोर्ट से लौटीं तो उन्होंने अपनी 12 वर्षीय बेटी को कमरे में पंखे से लटका हुआ पाया। वह उसे तुरंत पंखे से उतारकर अस्पताल ले गईं, मगर तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।

छात्रा की मां कहती हैं मेरी बेटीतीन महीने से उनसे अपना स्कूल बदलवाने को कह रही थी मगर मां ने हर बार उसे डांटकर उसकी बात टाल दी। कहती हैं काश मैंने अपनी बेटी का स्कूल बदलवा दिया होता तो आज वह मेरी आंखों के सामने होती।

अपने सुसाइड नोट में छात्रा ने उसे स्कूल अध्यापकों द्वारा परेशान किए जाने की बात लिखी है। अपनी नानी और मां को लव यू लिखकर माफी भी मांगी है। छात्रा ने अपने हाथ पर लिखा है कि जय श्री कृष्णा भगवान मैं आपके पास आ रही हूं। सुसाइड नोट में उसे तंग करने वाले शिक्षक का नाम अपनी हथेली व हाथ पर लिखा है और अपने फांसी पर लटकने का कारण भी बताया है।

मामले की जांच कर रहे संयुक्त पुलिस आयुक्त मधूप तिवारी के मुताबिक 'हम पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं और पीड़ित के दोस्तों व सहपाठियों के बयान रिकॉर्ड कर रहे हैं। हम दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे। मृत लड़की ने हथेली व हाथों पर लिखा है कि वह अब स्कूल नहीं जाना चाहती थी। उसने अपनी मां व नानी से माफी भी मांगी है और कहा कि वह भगवान कृष्ण से मिलने जा रही है।

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