संदेह : गोरखपुर मतगणना केंद्र में मीडिया को जाने से रोका
मतगणना के 3 घंटे बाद भी सिर्फ 1 ही राउंड की जानकारी क्यों, संदेह गहराया क्योंकि अब तक हो चुकी है 8 राउंड की मतगणना, सपा का आरोप योगी की इज्जत बचाने के लिए हार रही भाजपा कुछ भी कर सकती है तिकड़म
गोरखपुर। गोरखपुर में हो रहे उपचुनाव में सूचना देने से बच रहा है जिला प्रशासन। दबाव में दिख रहा है। क्यों नहीं दे रहा है जानकारी, इसे लेकर तमाम तरह की टिप्पणियां हो रही हैं।
प्रशासन की तरफ से मतगणना की जानकारी क्यों नहीं दी जा रही है इस पर गोल—मोल जवाब दिए जा रहे हैं।
चुनाव के नतीजे कैसे बताएं मुख्यमंत्री के चुनाव क्षेत्र में ही यही तैयारी नहीं तो बाकी काम कैसे होता होगा।
गोरखपुर सीट के लिये 10 और फूलपुर सीट पर 22 उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे। गौरतलब है कि गोरखपुर सीट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और फूलपुर सीट उप मुख्यमंत्री केशव मौर्य के विधान परिषद की सदस्यता ग्रहण करने के बाद खाली हुई थी।
सपा का कहना है कि हर जगह 5 से छह राउंड की जानकारी आ चुकी है, लेकिन गोरखपुर मतगणना की अब तक कोई अपडेट मीडिया को नहीं बताया जा रहा है। गौरतलब है कि गोरखपुर में भाजपा के प्रत्याशी उपेंद्र शुक्ला है, जबकि समाजवादी पार्टी से प्रवीण निषाद को उम्मीदवार बनाया गया है।
सपा आरोप लगा रही है कि फूलपुर और गोरखपुर दोनों में बीजेपी हारेगी, लेकिन वह योगी की इज्जत बचाने के लिए सिर्फ एक राउंड की जानकारी दे रही है, जो एक लोकतांत्रिक व्यवस्था में गुंडागर्दी का प्रतीक है।
डीएम ने कहा, धीमी मतगणना हो रही है। जब आॅब्जर्वर साइन करेंगे तभी वो घोषणा होगी। और सवालों के जवाब में डीएम गोलमोल जवाब देते नजर आए।
वरिष्ठ पत्रकार आलोक मेहता का कहना है कि डीएम के जवाब से साफ है कि सभी अधिकारी सत्ता के दबाव में हैं और वह इस इंतजार में हैं कि किस राउंड में भाजपा की बढ़त दिखाई दे और वह मतगणना की घोषणा मीडिया में आकर कर सकें।
गोरखपुर के डीएम राजीव रौतेला योगी के सबसे भरोसेमंद अधिकारियों में शामिल हैं। योगी के सत्ता में आने के बाद ही उन्हें यहां लाया गया है।
अभी अभी मिली सूचना के अनुसार गोरखपुर में सपा के निषाद आगे चल रहे हैं, कहा जा रहा है कि बीजेपी के पीछे रहने के कारण ही रिजल्ट मीडिया में नहीं आने दिया जा रहा था।