सुप्रीम कोर्ट में बेनतीजा रही जज लोया की मौत मामले की सुनवाई
सोहराबुदद्दीन शेख एनकाउंटर मामले की सुनवाई करने वाले जज बीएच लोया की मौत मामले में थी सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई, अगली सुनवाई 5 फरवरी को
गुजरात के सोहराबुद्दीन शेख फर्जी इनकाउंटर मामले में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की बताई जाती है संलिप्तता, जज लोया के पैरोकारों का मानना है कि जज लोया की मौत नहीं हत्या की गयी थी
जनज्वार, दिल्ली। जज बीएच लोया की मौत मामले की सुनवाई कर रहे सुप्रीम कोर्ट ने कल 2 फरवरी को कहा कि अगली सुनवाई पर जिरह होगी। अगली सुनवाई अदालत ने 5 फरवरी को निर्धारित की है। केस की सुनवाई चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा के अलावा जस्टिस एएम खानविलकर और जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ कर रहे हैं।
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सुप्रीम कोर्ट में लोया की मौत मामले में जांच की दो याचिकाएं दाखिल की गयी हैं। एक याचिका महाराष्ट्र के जर्नलिस्ट बीआर लोन की ओर से दाखिल की गयी है तो दूसरी कांग्रेस नेता तहसीन पूनावाला ने दायर की है।
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गौरतलब है कि लोया की मौत पर उनकी बहन ने सवाल खड़े किए थे। उन्होंने मौत को हत्या तक कहा था। हालांकि इस मामले में तब मोड़ आया था जब उनके बेटे ने हालांकि, पिछले दिनों लोया के बेटे ने अपने पिता जस्टिस लोया की मौत को स्वाभाविक मौत करार देते हुए इस पर सिसायत न करने की मीडिया में अपील की थी।
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इस मामले में तब और गंभीरता आई थी जब सुप्रीम कोर्ट के चार जजों जस्टिस जे चेलमेश्वर, रंजन गोगोई, कुरियन जोसेफ और एमबी लोकुर ने 12 जनवरी को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा पर काम का बंटवारा ढंग से नहीं करने का आरोप लगाया और कहा कि जज लोया का केस किसी सीनियर जज के पास जाना चाहिए, जबकि चीफ जस्टिस ने सुनवाई के लिए जूनियर जज की बेंच के पास भेजा।
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जस्टिस लोया की मौत और जूनियर जज को केस सौंपने पर सवाल उठने के बाद इस केस की सुनवाई चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा की अगुआई वाली बेंच द्वारा की जा रही है। इसमें चीफ जस्टिस के अलावा जस्टिस एएम खानविलकर और जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ इस मामले में सुनवाई करेंगे।
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