पोशाक से चरित्र तय करने वाला देश किस मुंह से दे रहा मानुषी छिल्लर को बधाई
यह हमारे समाज का दोगलापन नहीं तो और क्या है कि वह औरतों पर होने वाली हिंसा के लिए उनकी पोशाक और आधुनिक रहन—सहन को जिम्मेदार मानता है और उसी पोशाक और रहन—सहन की बदौलत अगर कोई लड़की फैशन जगत की बुलंदियों पर पहुंचती है तो उसे सर—आंखों पर बिठा लेता है...
जनज्वार। कपड़े की साइज और डिजाइन देखकर लड़कियों के चरित्र का मापतोल करने वाला हमारा पारंपरिक संस्कारी देश इतना दोमुंहा कैसे हो सकता है कि अपने समाज में लड़कियों को जींस तक पहनने की मनाही करे और दूसरी तरफ अंडरवियर और ब्रा पहनकर रैंपवॉक करने वाली मानुषी की जीत पर अघा नहीं रहा है।
यह समाज का दोगलापन नहीं तो और क्या है कि वह औरतों पर होने वाली हिंसा के लिए उनकी पोशाक और आधुनिक रहन—सहन को जिम्मेदार मानता है और उसी पोशाक और रहन—सहन की बदौलत अगर कोई लड़की फैशन जगत की बुलंदियों पर पहुंचती है तो उसे सर—आंखों पर बिठा लेता है।
20 वर्षीय मानुषी अपने पेज पर खुद के बारे में लिखती हैं, ‘जब आप सपना देखना बंद कर देते हैं तो जीना बंद कर देते हैं और अपने सपनों में उड़ान भरने का हौसला खो देते हैं। खुद पर भरोसे की क्षमता आपकी जिंदगी को जीने लायक बनाती है।’ संभवत: यह संदेश सिर्फ मानुषी ने अपने लिए नहीं बल्कि हमारे दकियानूस और पाखंडी समाज से लड़ रहीं सभी लड़कियों के लिए लिखा हुआ है।
जी हां, हरियाणा मूल की भारतीय मानुषी मिस वर्ल्ड 2017 बनीं हैं। मानुषी ने चीन के सान्या शहर एरीना में आयोजित समारोह में दुनिया के विभिन्न हिस्सों से 108 सुंदरियों को पछाड़ कर यह खिताब अपने नाम किया है। विश्व सुंदरी का यह खिताब पूरे 17 साल बाद भारत को हासिल हुआ है। वर्ष 2000 में बॉलीवुड की सुप्रसिद्ध अदाकारा प्रियंका चोपड़ा ने इस खिताब को अपने नाम किया था।
अभी 17 साल बाद मिली इस जीत की खबर मीडिया में ठीक से आई भी नहीं थी कि संस्कार के नाम पर दकियानूसी और दोहरे मापदंडों वाले हमारे समाज में ट्विटर और फेसबुक मानुषी छिल्लर के नाम पर ट्रेंड करने लगा।
फेसबुक की जो वॉलें महिलाओं की पोशाकों पर फब्तियां कसते और उन्हें समाज के नियम—कायदे समझाते न थकतीं थी, आज मानुषी छिल्लर की जीत पर दनादन यह कहकर स्टेटस अपडेट कर रहे हैं कि यह हमारी बहुत बड़ी जीत है।
गौरतलब है कि मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से मानुषी के विजेता बनने की घोषणा की गई थी जिसमें कहा गया था, ‘मिस इंडिया वर्ल्ड की विजेता मिस इंडिया मानुषी छिल्लर हैं।’
मिस वर्ल्ड बनीं मानुषी से जब सवाल किया गया कि उनके मुताबिक कौन सा पेशा सर्वाधिक वेतन का हकदार है, तो उनका जवाब भारतीय औरतों के सम्मान में ही था। उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि मां सबसे ज्यादा सम्मान की हकदार है और जब आप वेतन की बात करते हैं तो यह सिर्फ नकदी नहीं है बल्कि मेरा मानना है कि यह प्रेम और सम्मान है जो आप किसी को देते हैं. मेरी मां मेरी जिंदगी में सबसे बड़ी प्रेरणा रही हैं।'
मानुषी आगे कहती हैं, ‘सभी मांयें अपने बच्चों के बहुत त्याग करती हैं, इसलिए मां को सबसे ज्यादा वेतन मिलना चाहिए।' मानुषी प्रशिक्षित शास्त्रीय नर्तकी हैं। खेल-कूद के साथ उन्हें स्केचिंग और पेटिंग भी उन्हें पसंद है।