ये 'योगी' के गुंडे हैं जो दलितों को पीटते हैं और जय श्री राम बोलते हैं
यूपी में दलितों-मुस्लिमों में सक्रिय संगठनों ने मुजफ्फरनगर की घटना पर जताया कड़ा एतराज, कहा मुख्यमंत्री योगी की पाली हुई है हिंदूवादियों की गुंडई, धार्मिक शोषण के खिलाफ उठने वाली आवाजों को दबाना चाहते है भगवा संगठन....
लखनऊ, जनज्वार। मुजफ्फरनगर में दलित युवक की हिंदुवादियों द्वारा लाठी-डंडों से सरेआम पिटाई का वीडियो बना उसे सोशल मीडिया पर वायरल करने की सामाजिक संगठनों ने कड़ी आलोचना की है।
कहा कि सरेराह पिटाई का वीडियो जिस तरह से हिंदू वाहिनी द्वारा वायरल किया गया उससे साफ हो गया है कि योगी ने अपने गुंडों को दलितों को मारने-पीटने और उस कलंकित 'शौर्य' को वायरल कर आतंक का माहौल बनाने की खुली छूट दे रखी है।
सामाजिक—राजनीतिक संगठन रिहाई मंच नेता राजीव यादव कहते हैं कि योगी ने इसी हिंदुत्व के बारे में बोला था कि 'दलितों के बिना हिंदुत्व आधारहीन' जिसमें दलितों को कहीं नंगा कर, सिर मुड़ाकर, गाय चोर हूं तो कहीं बाबा साहब के विचारों का अनुसरण करने पर मारा-पीटा जाएगा।
वीडियो में जिस क्रूरता के साथ दलित युवक को लाठी-डंडों से पीटते हुए 'जय श्रीराम-जय माता दी' बोलने के लिए बाध्य किया जा रहा है उससे साफ होता है कि उन्हें राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है। यदि दलित धार्मिक शोषण से तंग आकर बौद्ध धर्म अपना रहे हैं तो यह उनका लोकतांत्रिक और संवैधानिक अधिकार है। बाबा साहब ने भी अपने समर्थकों के साथ हिंदू धर्म का त्याग कर बौद्ध धर्म अपनाया था।
मोदी भीमराव अम्बेडकर की बात तो करते हैं, पर अम्बेडकर वादी विचारों से खौफ खाते हैं। सामंती ताकतों-धार्मिक कट्टरपंथियों को खुश करके संघ का एजेंडा लागू कर हर तरह की गैरकानूनी गतिविधियों की खुली छूट देने वाले योगी राज में अब बलिया से लेकर मुजफ्फरनगर तक दलित सुरक्षित नहीं है।
रिहाई मंच की तरफ से बयान आया है कि बैरिया, बलिया भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह 2024 तक हिन्दू राष्ट्र का ऐलान कर रहे हैं। उन्हें बताना चाहिए कि जब उनकी भाजपा सरकार में बलिया के ही रसड़ा में दलित युवकों को योगी के करीबी महंत कपड़े उतरवाकर, सिर मुड़ाकर, गाय चोर हूं कहलवाता है तो क्या उनके हिन्दू राष्ट्र में फिर से दलितों को झाड़ू बांध, गले में हाड़ी बांधकर चलना होगा।