देखें वीडियो, निहत्थे प्रदर्शनकारियों पर पुलिस चला रही गोलियां
जनज्वार। तमिलनाडु के तूतीकोरिन ज़िले में वेदांता ग्रुप की कंपनी स्टरलाइट कॉपर के ख़िलाफ़ प्रदर्शन कर रहे अबतक 11 लोगों की पुलिस गोलीबारी में मौत हो गयी है और करीब 40 के घायल होने की सूचना है। घायलों में पत्रकार और कैमरामैन शामिल हैं। राज्य के मुख्यमंत्री ई पलानीस्वामी ने मामले की न्यायिक जांच के आदेश दिए दे दिए हैं।
वीडियो में आप साफ देख सकते हैं कि पुलिस निहत्थे प्रदर्शनकारियों पर सीधे गोली मार रही है।
बताया जा रहा है 11 लोगों की उस समय मौत हुई जब वे प्रदूषण के खिलाफ 22 मई को प्रदर्शन कर रहे थे। पुलिस का कहना है कि गोलीबारी की नौबत आई क्योंकि भीड़ हिंसक हो गयी थी।
पर सवाल है कि महीनों से प्रदूषण के खिलाफ संघर्षरत लोगों की आवाज क्यों नहीं सुनी गयी? क्या इसका कारण वेदांता ग्रुप आॅफ कंपनीज के मालिक अनिल अग्रवाल की प्रधानमंत्री मोदी से नजदीकियां हैं या दोष राज्य सरकार का है, जिसके लिए प्रदूषण दूर करने का सही तरीका लोगों पर गोलियां चलवा देना है।
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कंपनी के खिलाफ सबसे पहले मार्च 2013 में प्रदर्शन् हुआ था, जब प्लांट में हुए रिसाव के कारण सैकड़ों लोग गला, नाक, सांस और जबड़ा संबंधित रोगों से पीड़ित हो गए थे। तब राज्य की तत्कालीन मुख्यमंत्री जयललिता ने प्लांट बंद करने के आदेश दिए थे, लेकिन नेशलन ग्रीन ट्रिब्यूनल ने सरकार के फैसले को पलटते हुए कंपनी चलाने की इाजाजत दे दी थी।
देखें वीडियो कैसे वेदांता कंपनी के लिए निहत्थे प्रदर्शनकारियों पर पुलिस चला रही गोलियां