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राजनीति

अब भाजपा के ये वरिष्ठ नेता बोले टेस्ट ट्यूब बेबी थीं माता सीता

Janjwar Team
1 Jun 2018 1:51 PM GMT
अब भाजपा के ये वरिष्ठ नेता बोले टेस्ट ट्यूब बेबी थीं माता सीता
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उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम बोले, माता सीता टेस्ट ट्यूब तरीके से पैदा हुई संतान थीं, सीता जी का जन्म घड़े की मदद से हुआ था, जो उस वक्त टेस्ट ट्यूब से बच्चे पैदा करने का एक तरीका था...

लखनऊ, जनज्वार। भाजपा नेताओं के एक के बाद एक जिस तरह ज्ञान चक्षु खुलते जा रहे हैं, उससे लगता है उन्हें इस युग में पैदा होना ही नहीं चाहिए था। विवादास्पद और विज्ञान को चुनौती देने वाले नेताओं में एक और भाजपाई की एंट्री हो गई है।

विवादित बयानों और विज्ञान को चुनौती देते दावे पेश करने में भाजपा नेताओं का कोई सानी नहीं है। अब इस लिस्ट में एक और नाम शामिल हो गया है उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा का, जिनके मुताबिक रामायण की नायिका सीता टेस्ट ट्यूब बेबी थीं।

उत्तर प्रदेश के भाजपा उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने यह कहकर सनसनी फैलाने का काम किया है कि सीता माता टेस्ट ट्यूब बेबी थीं।

राजधानी लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में 30 मई को 'इंडिया स्किल्स क्षेत्रीय प्रतियोगिता-2018' के कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए दिनेश शर्मा ने यह बातें कहीं। गौरतलब है कि इस प्रतियोगिता में पांच राज्यों के दो सौ से अधिक प्रतियोगियों ने हिस्सा लिया था। बच्चों को ज्ञान बांटने वाले उप मुख्यमंत्री यहीं नहीं थमे, उन्होंने कहा कि यहां से निकलने वाले बच्चे विदेशों में जाकर भारत का परचम लहराएंगे। इन सबके पीछे भारत के प्रधानमंत्री की सोच है। तो यह मान लिया जाए कि स्किल इंडिया के तहत प्रतियोगिता में हिस्सा लेने आए बच्चे भी कुछ इसी तरह का ज्ञान विदेशों में प्रचारित कर भारत को जगहंसाई का पात्र बनाएंगे।

हालांकि जरूर यह मोदी जी की ही मुहिम होगी, क्योंकि मोदी खुद भी हिंदुओं के पूजनीय गणेश जी को प्लास्टिक सर्जरी का सबसे अच्छा उदाहरण सार्वजनिक सभा के दौरान बता ही चुके हैं, जाहिर सी बात है बाकी नेता भी उन्हीं का अनुसरण कर रहे हैं।

डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने आज के दौर से रामायण काल को बेहतर बताते हुए कहा, माता सीता टेस्ट ट्यूब तरीके से पैदा हुई संतान थीं। सीता जी का जन्म घड़े की मदद से हुआ था, जो उस वक्त टेस्ट ट्यूब से बच्चे पैदा करने का एक तरीका था।

गौरतलब है कि 30 मई को हिंदी पत्रकारिता दिवस भी था, इसलिए वो यह भी कहने से नहीं चूके कि पत्रकारिता कोई आधुनिककाल से शुरू नहीं हुई थी, यह महाभारत काल से चली आ रही है। इस दौरान दिनेश शर्मा ने यह भी दावा किया कि गुरुत्वाकर्षण बल, प्लास्टिक सर्जरी और परमाणु की खोज भी भारत में हुई थी और नारद भारत के पहले पत्रकार थे।

दिनेश शर्मा ने बच्चों के सामने ज्ञान परोसा कि तकनीकी की दृष्टि से महाभारत काल और रामायण काल ज्यादा उन्नत था। उदाहरण देते हुए बताया, धृतराष्ट्र के पास एक लाइव टीवी था। जिसके जरिए वो अपने घर से कुरुक्षेत्र का हाल जान लेते थे।

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