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राजनीति

योगी के प्रमुख सचिव पर लगा 25 लाख रुपए घूस मांगने का आरोप

Janjwar Team
8 Jun 2018 2:05 PM GMT
योगी के प्रमुख सचिव पर लगा 25 लाख रुपए घूस मांगने का आरोप
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file photo

पुलिस ने आरोप लगाने वाले युवक अभिषेक गुप्ता को ही लिया हिरासत में, युवक के परिजनों ने मुख्यमंत्री योगी से लगाई न्याय की गुहार कहा अभिषेक की जान को है खतरा

लखनऊ, जनज्वार। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रमुख सचिव 25 लाख रुपए ​रिश्वत मांगने के मामले में आरोपित हैं। यह आरोप लखनऊ के इंदिरा नगर निवासी 22 वर्षीय अभिषेक गुप्ता ने लगाया है। अभिषेक के मुताबिक कि हरदोई में पेट्रोल पम्प के लिए जमीन की फाइल स्वीकृति के लिए मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव एसपी गोयल ने उसने रिश्वत मांगी थी।

इस मामले में राज्यपाल राम नाईक भी योगी को पत्र लिख चुके हैं, तो मुख्यमंत्री योगी ने आदेश दिया है कि पेट्रोल पम्प की स्थापना सम्बन्धी प्रकरण की तथ्यात्मक रिपोर्ट पेश की जाए। सरकारी प्रवक्ता की तरफ से मीडिया को उपलब्ध कराई गई जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री योगी ने अपने मुख्य सचिव राजीव कुमार को हरदोई जिले में अभिषेक गुप्ता के पेट्रोल पम्प की स्थापना सम्बन्धी मामले की तथ्यात्मक स्थिति से अवगत कराने का आदेश दिया है। राजीव कुमार को योगी ने निर्देश दिया है कि वे प्राथमिकता में इस मामले को खुद देखें।

मीडिया में आई जानकारी के मुताबिक लखनऊ के इंदिरा नगर निवासी अभिषेक गुप्ता ने हरदोई में पेट्रोल पम्प के लिए जमीन की फाइल स्वीकृति के लिए मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव एसपी गोयल पर 25 लाख रुपए बतौर रिश्वत मांगने का आरोप लगाया है।

दूसरी तरफ भाजपा ने मुख्य सचिव पर रिश्वत के लगे आरोपों को निराधार बताते हुए शिकायतकर्ता के खिलाफ ही कार्रवाई कर दी है। भाजपा की तरफ से अभिषेक गुप्ता के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया, जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है।

इस मामले में गिरफ्तार अभिषेक गुप्ता के परिजनों का कहना है कि अ​भिषेक का आरोप बिल्कुल सही है। हमें अभिषेक की जान का डर लग रहा है। मुख्य सचिव की रिपोर्ट के बाद ही यह तय किया जाएगा कि मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव पर रिश्वत मांगने का आरोप सच है या राज्यपाल राम नाईक का पत्र झूठा है।

आज दोपहर को अभिषेक गुप्ता की बहन और दादाजी ने उसे रिहा करने की गुहार लगाने हुए मुख्यमंत्री योगी के आवास पहुंचे। अभिषेक की बहन अल्पना ने कहा,

'मेरे भाई ने कुछ भी गलत नहीं किया है और हम इस मामले में उचित जांच की मांग करते हैं। हमें मुख्यमंत्री पर विश्वास है, क्योंकि वह एक धार्मिक व्यक्ति हैं, मगर हम जानना चाहते हैं कि मेरे भाई पर क्या आरोप लगाए गए हैं और किस जुर्म के तहत हिरासत में लिया गया है।'

खबरों के मुताबिक अभिषेक गुप्ता ने हरदोई जिले की संडीला तहसील के केरैसो गांव में पेट्रोल पंप खोलने के लिए मुख्य मार्ग की चौड़ाई कम होने के कारण सरकार से आवश्यक भूमि उपलब्ध कराने के लिए आवेदन दिया था, मगर नियमानुसार न होने के कारण आवेदन को खारिज कर दिया गया था। अभिषेक के मुताबिक मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव ने मुझसे 25 लाख रुपये की मांग की थी, जब मैंने रिश्वत नहीं दी तो मेरे आवेदन को खारिज कर दिया गया।

दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार का कहना है कि ग्रामसभा की जमीन का नियमानुसार आवंटन नहीं किया जा सकता है, इस कारण अभिषेक गुप्ता के आवेदन को स्वीकार नहीं किया गया।

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