'बागेश्वर धाम सरकार पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री करते हैं स्क्रिप्टेड चमत्कार' अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति ने दिया 21 लाख का खुला चैलेंज
सामान्य अर्जी के लिए लाल कपड़ा, शादी के लिए पीला कपड़ा, भूत बाधा के लिए काला कपड़ा की अर्जी, तो सबसे पहले कपड़े के आधार पर आपको उसकी समस्या मालूम हो जाएगी और भूत-प्रेत की समस्या पर हम सभी को मालूम है, कैसे क्या होता है, कैसे बाबा लोग बातें करते हैं...
Janjwar Exclusive : बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र शास्त्री इन दिनों खासे चर्चा में हैं। उनके चमत्कारों और अलौकिक शक्तियों की चर्चा इन दिनों समाज के बड़े-बड़े लोगों में है। मंत्री-संत्री, IAS-PCS और पुलिसवाले जाकर उनकी चरण वंदना भी करते हैं। वे मन की बात जान लेते हैं और मन की बात जान लेने के बाद यह तमाम लोग जो विज्ञान की किताब पढ़कर बड़े हुए हैं वह अभिभूत हो जाते हैं।
ऐसे में महामंडलेश्वर धीरेंद्र शास्त्री के रहस्यों, रोमांच और अलौकिक शक्तियों को समझने के लिए जनज्वार के संपादक अजय प्रकाश ने अंधश्रद्धा निर्मूलन समिती महाराष्ट्र के उत्तम जोगदंड, जो वहां से निकलने वाली एक पत्रिका के कार्यकारी संपादक भी हैं, से बात की। उत्तम जोगदंड ने धीरेंद्र शास्त्री को लेकर जो कुछ खुलासे किये, उन्हें यहां उनकी ही जुबानी प्रकाशित किया जा रहा है.......
'बागेश्वर धाम सरकार के जो पीठाधीश्वर हैं, धीरेंद्र शास्त्री जी। इनके कई वीडियो देखे हैं मैने, इनके बारे में सुना है, इनके खिलाफ भी वीडियो आए। हमारे यहां भी ऐसे लोग हैं जो कहते हैं ये मन की बात जानते और बताते हैं। अब इसमें कुछ जनरल बात आती है, जैसे आपके घर में झगड़ा चल रहा है, ये जनरल बात हो गई..इनको पढ़ा देखा जिससे एक बात तो तय है कि कोई चमत्कार, कोई शक्ति नहीं है। अगर आप कहते की किसी के पास शारीरिक शक्ति होती है, जैसे किसी ओलम्पिक्स के पास शक्ति होती है। ये शक्ति दिखती है, लेकिन इसके अलावा जो शक्ति दिखती है जो सबकुछ जानती है? सबसे पहले ये इंसान हैं, ये तो सबको मानना पड़ेगा। 1996 का जन्म है। 26-27 साल की उम्र है। वहां अर्जी करने की अलग-अलग प्रतिक्रियाएं हैं। जैसे सामान्य अर्जी के लिए लाल कपड़ा, शादी के लिए पीला कपड़ा, भूत बाधा के लिए काला कपड़ा की अर्जी, तो सबसे पहले कपड़े के आधार पर आपको उसकी समस्या मालूम हो जाएगी। और भूत-प्रेत की समस्या पर हम सभी को मालूम है, कैसे क्या होता है, कैसे बाबा लोग बातें करते हैं। और उन्होने तो बाकायदा वेबसाइट तक बना रखी है, अर्जियों के लिए। जहां से चयन होता है।
उसके बाद जोगदंड बताते हैं कि, इनकी जो पेशी होती है, वो जिसको धीरेंद्र शास्त्री चाहते हैं वे आते हैं। उनसे बाकायदा फोन पर बात कर बताया जाता है कि आपको पेशी के लिए चुना गया है। उनका नाम पता, कहां से आ रहे हैं, क्यों आ रहे हैं, जितना अधिक से अधिक हो पता किया जाता है। की उनकी क्या समस्या है। यही जानकारी महाराज तक जाती है। अब वहां सबके सामने महाराज जी बता देते हैं। कुछ बहुत गलत भी बता दें तो वहां महाराज जी का दबदबा इतना रहता है कि उनके सामने कोई आवाज भी नहीं उठाएगा, कि महाराज जी ये गलत लाइन है। इसके बाद वहां जो हजारों की तादाद में लोग बैठे हैं उनपर इसका असर जाता है। वे इसे चमत्कार समझते हैं।'
शास्त्री ने वेबसाइट बना रखी है, जिससे अर्जियां लगती हैं। 90 प्रतिशत जानकारी तो अर्जी लगाने में मिल जाती होगी? बीच में कुछ मीडियाकर्मी भी गये। उन्हें भी बाबा देखकर पहचान गये उनके बारे में भी बता दिया, इसका क्या खेल है?
इसके जवाब में उत्तम जोगदंड कहते हैं, ये सब स्क्रिप्टेड है। ये सब पहले से तय किया हुआ रहता है। और आजकल की पत्रकारिता तो आप जानते ही हैं। बाबा से सब बिके हुए लोग रहते हैं। हमारा अंध श्रद्धा निर्मूलन सोसायटी का एक चैलेंज है कि ऐसी जो शक्तिया हैं, धीरेंद्र शास्त्री के पास वे यदि हमें दिखायें तो हम 21 लाख रूपये का इनाम देंगे। एक वीडियो में मैने देखा कि एक महिला प्रश्न लिखकर लाई थी, इन्होने बिना पढ़े, पहले ही उसको बता दिया। तो हमारा कहना है कि हम एक इनवेलप में नोट रखेंगे। इसका खाली आपको नंबर बताना है। हम आपको 21 लाख रूपया का इनाम देंगे। तब मानेंगे की वो चमत्कार है।
आपके पास ऐसी क्या ताकत और भरोसा है जिससे आप 21 लाख रूपये देने का चैलेंज करते हैं, जबकि लाखों लोग उनकी चपेट में हैं। आप कैसे और क्या जान लेंगे?
सिर्फ तार्किक और छानबीन के आधार पर जांच पड़ताल करते हैं। वैज्ञानिक पद्धति से यह अगर हो रहा है तो कैसे हो रहा है, इसके पीछे क्या कारण हैं। अगर बाबा मन की बात जानते हैं, तो मन तो अस्थिर है। हर दो मिनट में कहीं और चला जाता है। कभी ना कभी तो मन में उस तरह की बातें आई ही होंगी जैसे बाबा धीरेंद्र शास्त्री बताते हैं। आदमी हां में हां मिलाता है। इसलिए हमने ऐसा चैलेंज रखा कि हम एक इनवेलप में नोट रख के जाएंगे। बाबा बस उनके नंबर बता दे।
आज तक इतने बाबा हुए, आप तीस सालों से कार्य कर रहे हैं। अब तक कोई आपका चैलेंज स्वीकार कर 21 लाख का इनाम लेने नहीं आया?
इस सवाल के जवाब में उत्तम जोगदंड कहते हैं कि, ये सब चमत्कार तो हम लोग करते हैं, जैसे पानी में आग लगा देना, बिना माचिस के यज्ञ जलाना, नींबू से खून निकालना, जो तात्रिक लोग करते हैं। कभी भौतिक विज्ञान की मदद से तो कभी रसायन विज्ञान की मदद से हम लोग ये सब करके दिखाते हैं। लेकिन हम लोग इससे लोगों को जागरूक करते हैं। अब इसमें हाथ की चालाकी आती है, जैसे बाबा धीरेंद्र शास्त्री कर रहे हैं। बाकी इसमें कोई चमत्कार नहीं है। चमत्कार है तो हमसे 21 लाख रूपये ले जाएं।