देश के पश्चिमी छोर पर हो रहा गोवा फिल्म फेस्टिवल पश्चिम बंगाल चुनाव पर फोकस, नजर आ रहा चुनावी रंग
मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने सफाई में कहा, समारोह में ऐसा होना महज एक इत्तेफाक, गोवा फिल्म फेस्टिवल को चुनावी रंग से जोड़ना ठीक नहीं क्योंकि समारोह में शामिल सभी बांग्ला फिल्मों व फिल्मी हस्तियां का जुड़ना उनकी मेरिट पर हुआ है....
गोवा से अनिरुद्ध शर्मा की विशेष रिपोर्ट
जनज्वार। देश के पूर्वी राज्य पश्चिम बंगाल में इस साल चुनाव होने वाले हैं और पश्चिमी तट के गोवा में शनिवार 16 जनवरी से भारत सरकार द्वारा आयोजित 51वां इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया (इफ्फी) शुरू हुआ तो उसमें बंगाली रंग पुरजोर नजर आया।
समारोह में पहली बार इंडियन पर्सनेलिटी ऑफ द ईयर अवार्ड के नाम से एक नई कैटेगरी जोड़ी गई। इस कैटेगरी के पहले पुरस्कार के लिए हिंदी व बांग्ला फिल्मों के मशहूर बंगाली अभिनेता विश्वजीत चटर्जी को चुना गया। 2014 में विश्वजीत चटर्जी ने ममता बनर्जी के आग्रह पर तृणमूल कांग्रेस की टिकट पर नई दिल्ली लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ा था, हालांकि उन्हें हजार वोट भी हासिल नहीं हुए थे। 2019 में विश्वजीत ने टीएमसी छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया था। लेकिन इस साल उनके किस योगदान के चलते उन्हें वर्ष का व्यक्तित्व चुना गया, इस पर कोई स्पष्टीकरण नहीं आया।
हालांकि इफ्फी समारोह में हर साल लाइफटाइम एचीवमेंट पुरस्कार दिए जाने का रिवाज है जो इस वर्ष तीन बार के ऑस्कर पुरस्कार विजेता इटेलियन सिनेमेटोग्राफर विट्टोरियो स्टोरारो को दिया जा रहा है। विट्टोरियो दुनिया में तीन से ज्यादा ऑस्कर पाने वाली जीवित 3 हस्तियों में से एक हैं।
51वें इफ्फी में सत्यजीत रे को उनके शताब्दी वर्ष में विशेष रूप से याद किया जा रहा है और उनकी पांच फिल्में चारुलता, घेरेबेरे, सोनार केला, पाथेर पांचाली और शतरंज के खिलाड़ी समारोह में प्रदर्शन के लिए शामिल हैं। इसी तरह इंडियन पैनोरमा में शामिल की गई 20 फिल्मों में से भी दो बांग्ला फिल्में हैं-सुभ्रजीत मित्रा की अविजात्रिक और अरित्रा मुखर्जी की ब्रह्म जाने गोपोन कोमोती।
हर साल किसी देश को कंट्री इन फोकस रखा जाता है, वह भी इस बार पश्चिम बंगाल सीमा से लगे बांग्लादेश को बनाया गया है। समारोह में कंट्री इन फोकस कैटेगरी में बांग्लादेश की 4 फिल्मों को शामिल किया गया है।
उद्घाटन समारोह में बांग्लादेश के उच्चायुक्त मोहम्मद इमरान की मौजूदगी में सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने खासतौर पर जिक्र किया कि 'भारत व बांग्लादेश के रिश्तों की 50वीं साल के साथ यह शेख मुजीबुर रहमान का जन्म शताब्दी वर्ष भी है, भारत में उनके जीवन पर आधारित बांग्ला फिल्म बंगबंधु बन रही है जो आने वाले महीनों में बन जाएगी।'
इस फिल्म का निर्देशन मशहूर निर्देशक श्याम बेनेगल कर रहे हैं। हालांकि समारोह के आयोजन से जुड़े मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि 'समारोह में ऐसा महज एक इत्तेफाक है। समारोह को चुनावी रंग से जोड़ना ठीक नहीं होगा, क्योंकि समारोह में शामिल सभी बांग्ला फिल्मों व फिल्मी हस्तियां का जुड़ना उनकी मेरिट पर हुआ है।'
एशिया के सबसे पुराने फिल्म समारोह का आयोजन इस साल पहली बार वर्चअल व वास्तविक दोनों के मिलेजुले रूप में हो रहा है। आमतौर पर यह 20-28 नवंबर के बीच आयोजित था लेकिन 2020 में कोरोना महामारी के चलते इस बार इसका आयोजन दो महीने टलने के बाद 16 से 24 जनवरी के बीच आयोजित हो रहा है। 2004 से समारोह का आयोजन गोवा में हो रहा है।
इस बार समारोह में कुल 224 फिल्में प्रदर्शित की जा रही हैं। इन फिल्मों का प्रदर्शन गोवा के सात थियेटर के अलावा समारोह के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म भी किया जा रहा है। समारोह का उद्घाटन डेनिस फिल्म एनदर राउंड से हुआ जो 2020 में डेनमार्क की ऑस्कर के लिए आधिकारिक एंट्री थी। 20 जनवरी को मिड फिल्म के तौर पर मेहरुनिसा प्रदर्शित होगी।
संदीप कुमार की इस फिल्म का यह वर्ल्ड प्रीमियर भी होगा, इस फिल्म लीड किरदार निभा रही हैं 80 वर्ष की कलाकार फारुख जफर। 24 जनवरी को समारोह का समापन जापानी फिल्म वाइफ ऑफ स्पाई से होगा। इंडियन पैनोरमा की फिल्मों में दिखाई जाने वाली सबसे पहली फिल्म होगी सांड की आंख, इन सेक्शन में छिछोरे भी देखी जा सकती है। वर्ल्ड पैनोरमा सेक्शन में 8 जर्मन और 6 फ्रांसीसी फिल्मों सहित 50 फिल्में और फेस्टिवल केलिडोस्कॉप में 12 विदेशी फिल्में दिखाई जा रही हैं। समारोह में दिए जाने वाला प्रतिष्ठित पुरस्कार गोल्डन पीकॉक एवार्ड के लिए इस बार 15 फिल्मों के बीच प्रतिस्पर्धा है।
2020 में देश ने सिनेमा जगत की जिन हस्तियों को खो दिया, ऐसी 19 हस्तियों को श्रद्धांजलि के रूप में दिखाई जाने वाली फिल्मों में बासु चटर्जी की छोटी सी बात, इरफान खान की पान सिंह तोमर, सुशांत सिंह राजपूत की केदारनाथ, ऋषि कपूर की बॉबी, कुमकुम और निम्मी की बसंत बहार, सरोज खान के कोरियोग्राफी की देवदास, राहत इंदौरी के गीतों वाली मिशन कश्मीर शामिल हैं।
उद्घाटन समारोह में केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने कहा कि अगला इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल 10 महीने बाद इसी साल नवंबर में होगा और अभी तक यह समारोह भारत सरकार व गोवा सरकार मिलकर आयोजित करते हैं, अगले वर्ष से इसमें निजी भागीदारी को भी आमंत्रित किया जाएगा। फिल्म बाजार का वर्चुअल उद्घाटन करते हुए उन्होंने पूरी दुनिया को भारत में शूट इन इंडिया के आमंत्रित किया और कहा कि भारत में 500 से ज्यादा शूटिंग लोकेशन उपलब्ध हैं।