Excusive : एक कैदी का खुलासा, पीएम मोदी ने गुजरात सीएम रहते आसाराम का ऐसे किया था बचाव
कैदी ने कहा कि आसाराम के आश्रम में हुआ यह हत्याकांड छुपाने के लिए पूरे गुजरात मे 33 अलग-अलग जगहों पर बम रखवाए गए थे और सबसे बड़ी बात यह देखिये की पहली बार ऐसा हुआ कि 33 जगहों से जिंदा बम बरामद भी हो गए। हर तरफ बम का शोर हो गया...
जनज्वार, लखनऊ। तिहाड़ जेल से छूटकर आये एक कैदी ने जनज्वार के साथ हुई बातचीत में खुलासा किया है कि पीएम नरेंद्र मोदी जब गुजरात के सीएम थे तब आसाराम को बचाने के लिए उन्होंने पूरे गुजरात की जनता को गुमराह कर दिया था।
तिहाड़ कैदी ने बताया मोदी ने आसाराम द्वारा करवाये गए मर्डर को छुपाने के लिए गुजरात मे 30 जिंदा बम बरामद करवाये थे, जिससे लोगों का ध्यान बंट गया था।
'जनज्वार' से बात करते हुए कैदी ने दावा किया है कि बात 2000-2001 की है। उस समय वह गुजरात मे ही था। आसाराम को उसी समय गिरफ्तार करना चाहिए था, जब उस समय उनके आश्रम में तीन-चार लड़कों की तंत्र मंत्र के चक्कर मे हत्या कर दी गई थी। जब यह बात खुली तो पूरे गुजरात मे हडकम्प मच गया था। उस समय नरेंद्र मोदी जो आज प्रधानमंत्री बने बैठे हैं गुजरात के सीएम थे।
आगे बोलते हुए कैदी ने कहा कि आसाराम के आश्रम में हुआ यह हत्याकांड छुपाने के लिए पूरे गुजरात मे 33 अलग-अलग जगहों पर बम रखवाए गए थे और सबसे बड़ी बात यह देखिये की पहली बार ऐसा हुआ कि 33 जगहों से जिंदा बम बरामद भी हो गए। हर तरफ बम का शोर हो गया। आतंकी कनेक्शन का एंगल दे दिया गया। आसाराम से सभी का ध्यान भटककर बम और आतंकवाद पर आ गया। तो ये किसके इशारे पर और किसके लिए किया था।
तिहाड़ के कैदी ने आगे जनज्वार को बताया कि अब आसाराम जेल में है और मोदी देश के पीएम बन गए। अब उन्हें आसाराम की जरूरत नहीं है। उस समय आसाराम का दबदबा था, करोड़ो की संख्या में उसके फॉलोवर थे। मोदी को आसाराम से फंड और वोट मिलता था। जिसलिये उस समय बचाव किया गया था। आसाराम के खिलाफ पब्लिक सड़क पर उतर गई थी जिसके बाद मोदी ने अपनी 'बम चाल' चली थी।
ये कैदी की व्यक्तिगत बात और दावा है, जनज्वार इसकी पुष्टि नहीं करता है।