UKSSSC Paper Leak Exclusive : लोग धक्के खाते हैं जिंदगी की जद्दोजहद के लिए तो पेपरलीक कांड के मास्टरमाइंड हाकम सिंह की मां के इलाज के लिए मिल जाता था हैलीकॉप्टर
UKSSSC Paper Leak Exclusive : भर्ती घोटाले में गिरफ्तार होकर जेल पहुंचे हाकम सिंह रावत ने अपनी मां की तबियत खराब होने पर 9 अगस्त 2018 को जिस समय उसके खास नेता त्रिवेन्द्र सिंह रावत प्रदेश के मुख्यमंत्री थे, चिट्ठी लिखकर मां को इलाज के लिए देहरादून ले जाने के लिए हैलीकॉप्टर की मांग की थी
सलीम मलिक की रिपोर्ट
UKSSSC Paper Leak Exclusive : उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की भर्ती परीक्षाओं के पेपर लीक घोटाले में शामिल लोगों के प्रभाव की झलकी दिखाता एक पुराना पत्र भी मामले के सुर्खियों में आने के बाद सोशल मीडिया पर घूमने लगा है। मां के इलाज के लिए पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत के कार्यकाल में जब यह चिट्ठी लिखी गई तो लिखने वाला पूर्व प्रधान था। नाम, हाकम सिंह रावत था। वही हाकम सिंह जो इन दिनों भर्ती घोटाले में जेल में बंद हैं।
सन्दर्भ के लिए बताते चले कि उत्तराखंड की विषम दुरूह भौगौलिक परिस्थितियों के कारण पर्वतीय क्षेत्र में रहने वाले लोगों के लिए इमरजेंसी में स्वास्थ्य सेवा पाना पहाड़ से भी दुष्कर काम है। दुर्गम गांव में स्वास्थ्य सुविधा के अभाव में गांव से मुख्य सड़क तक रोगी को ले जाने के लिए परिजन रोगी को कुर्सी पर डंडे बांधकर डोली की तरह लटकाकर ले जाते हैं। ऐसे घटनाक्रम के जनज्वार को मिले दो वीडियो में पाठक देख सकते हैं कि लोग कितनी मुश्किलों का सामना करते हुए बीमारी की हालत में अपने प्रियजन को अस्पताल ले जा पाते हैं। लोग सरकार से गुहार लगाते रहते हैं। अपनी किस्मत को कोसते रहते हैं। सरकार बदलती रहती हैं। नहीं बदलते तो वह हैं इनके मुश्किल हालात।
इन वीडियो में एक उत्तराखंड के टिहरी जिले का है तो एक रूद्रप्रयाग जिले का। इन वीडियो में भले ही दो जिलों के हालात की तस्वीर नुमाया हो रही हो, लेकिन कड़वी सच्चाई यह है कि राज्य के तेरह में से दस जिलों के दुर्गम क्षेत्रों की स्थिति ऐसी ही है। इन क्षेत्रों में बसी बड़ी आबादी जहां रोज इन हालातों से दो-चार होती है तो प्रभावशाली लोगों के लिए ऐसे हालात में हर सुविधा समय से पहले उपलब्ध हो जाती है। जेल में बंद हाकम का भी ऐसा ही प्रभाव था कि प्रशासन उसके इशारे पर नाचता था।
भर्ती घोटाले में गिरफ्तार होकर जेल पहुंचे हाकम सिंह रावत ने अपनी मां की तबियत खराब होने पर 9 अगस्त 2018 को जिस समय उसके खास नेता त्रिवेन्द्र सिंह रावत प्रदेश के मुख्यमंत्री थे, चिट्ठी लिखकर मां को इलाज के लिए देहरादून ले जाने के लिए हैलीकॉप्टर की मांग की थी। पूर्व ग्राम प्रधान की हैसियत से लिखी गई इस चिट्ठी को प्रशासन ने इतनी गंभीरता से लिया कि उत्तरकाशी के तत्कालीन जिलाधिकारी ने 24 घंटे के अंदर ही इस चिट्ठी को आपदा प्रबंधन एवम् पुनर्वास विभाग के अपर सचिव को फॉरवर्ड कर इसके आधार पर हैलीकॉप्टर दिलाने की प्रक्रिया शुरू कर दी। शासन ने भी इस हाकम की इस चिट्ठी को गंभीरता से लेकर न केवल हाकम की मां को इलाज के लिए देहरादून लाने के लिए हैलीकॉप्टर भेजा बल्कि उसकी मां का सारा इलाज सरकारी खर्चे पर भी करवाया।
यहां हाकम की मां को इलाज के लिए हैलीकॉप्टर दिए जाने पर सवाल इसलिए भी उठाए जा रहे हैं कि जब प्रदेश के लाखों लोगों को अपनी जिंदगी तमाम मुश्किलों के साथ जीनी पड़ रही है तो एक भ्रष्ट आदमी के लिए प्रशासन इतनी फुर्ती किस वजह से दिखाता है, यह सच तो सामने आना ही चाहिए। पूर्व विधायक रणजीत सिंह रावत ने भी इस चिट्ठी के सामने आने पर राज्य की स्वास्थ्य सुविधाओं और भ्रष्टाचारियों की भारतीय जनता पार्टी की सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा है कि साल 2018 में एक चिट्ठी मोरी तहसील के एक पूर्व ग्राम प्रधान हाकम सिंह द्वारा ज़िलाधिकारी को लिखी गई। तुरंत ज़िलाधिकारी ने आपदा सचिव को फ़ॉरवर्ड भी कर दी। और भाजपा सरकार ने मुझे विश्वास है की हैलीकॉप्टर दूसरे दिन ही सेवा में भेज भी दिया होगा। इस मामले में इतनी तत्परता कि 9 अगस्त को चिट्ठी आयी और 10 अगस्त को डीएम ने आपदा सचिव को फॉरवर्ड भी कर दी !
रावत ने आगे सवाल करते हुए कहा कि प्रसव पीड़ा के दौरान समय पर उपचार ना मिलने पर पिछले पाँच वर्षों में हमारी अनेको बहनो ने अपनी जान गवाई है। क्या उनके लिए भाजपा सरकार इतनी ही तत्पर थी? क्या उनके लिए भी ऐसी ही खड़े पैर हैलीकॉप्टर की व्यवस्था की गई ? ऐसी ही तत्परता सरकार ने हमारी बहनो के लिए दिखाई होती कई जाने बच चुकी होती। यह भ्रष्टाचारी भाजपा सरकार में इतने ताकतवर हैं की भाजपा के पूर्व और वर्तमान मुख्यमंत्री के साथ इनकी नजदीकियों की फ़ोटोग्राफ़ मीडिया में तैर रही है। UKSSSC घोटाले के तार सरकार में कहां तक जुड़े हुए है यह पत्र आसानी से इसकी तस्दीक़ करता है।