प्रयागराज में ग्रामीण भारत बंद और हड़ताल पूरी तरह सफल, सैकड़ों संगठन और हजारों लोग उतरे सड़कों पर

वर्तमान केंद्र व राज्य सरकार श्रमिक कानूनों सहित नागरिक अधिकारों को खत्म करके फिर से देश को राजा-प्रजा के दौर में ले जा रही है, आज का ग्रामीण भारत बंद व औद्योगिक हड़ताल पूरी तरह से सफल रहा है। यह बन्दी और हड़ताल निजीकरण के खिलाफ सार्वजनिक क्षेत्र, भारत के संविधान, लोकतंत्र और देश को बचाने के लिए जारी लड़ाई का हिस्सा है...

Update: 2024-02-17 17:05 GMT

प्रयागराज। संयुक्त किसान मोर्चा और संयुक्त ट्रेंड यूनियंस के आह्वान पर ग्रामीण भारत बंद और औद्योगिक हड़ताल के समर्थन में कई दफ्तरों में हड़ताल व गंगापार, यमुनापार के ग्रामीण क्षेत्र को बंद करते हुए छात्र, किसान, नौजवान, मजदूर, कर्मचारी, अधिवक्ता, सामाजिक कार्यकर्ताओं ने संयुक्त रूप से प्रयागराज, धरनास्थल, पत्थर गिरजाघर, सिविल लाइंस में इकट्ठे होकर16 फरवरी को हड़ताली आम सभा की।

हड़ताली आम सभा को सम्बोधित करते हुए इंडियन रेलवे इम्प्लाइज फेडरेशन सम्बद्ध ऐक्टू के राष्ट्रीय अध्यक्ष. कॉम मनोज पाण्डेय ने कहा कि आज हम लोग जहाँ रेलवे के निजीकरण के खिलाफ और ओपीएस बहाली के लिए संघर्ष कर रहे हैं, वहीं सरकार की चाटुकार रेलवे में मान्यता प्राप्त फेडरेशन द्वारा कर्मचारियों से की जा रही धोखाधड़ी के खिलाफ भी लड़ कर रहे हैं, हम आम आवाम के सहयोग से रेल और देश को नही बेचने देंगे।

ऑल इंडिया सेंट्रल कॉउंसिल ऑफ़ ट्रेंड यूनियंस (ऐक्टू) राष्ट्रीय सचिव डॉ कमल उसरी ने कहा कि वर्तमान केंद्र व राज्य सरकार श्रमिक कानूनों सहित नागरिक अधिकारों को खत्म करके फिर से देश को राजा-प्रजा के दौर में ले जा रही है, आज का ग्रामीण भारत बंद व औद्योगिक हड़ताल पूरी तरह से सफल रहा है। यह बन्दी और हड़ताल निजीकरण के खिलाफ सार्वजनिक क्षेत्र, भारत के संविधान, लोकतंत्र और देश को बचाने के लिए जारी लड़ाई का हिस्सा है।

आइसा प्रदेश उपाध्यक्ष इलाहाबाद विश्वविद्यालय शोध छात्र मनीष कुमार ने कहा आज छात्र विश्विद्यालय के कैम्पस से बाहर निकलकर किसानों मजदूरों के साथ हड़ताल में भागीदारी कर रहे हैं।

प्रो. अजय सिंह ने कहा कि किसी भी शिक्षण संस्थान को ऊँचाई पर ले जाने में वहां कार्यरत शिक्षक कर्मचारियों की बड़ी भूमिका होती है। आज शुआट्स का देश दुनिया मे जो सम्मान बढ़ा है, उसमें इन शिक्षकों कर्मचारियों का खून पसीना शामिल हैं। इसलिए हम सरकार और प्रबंधन से मांग करते है कि महीनों से वेतन भुगतान न होने से भुखमरी के कगार पर पहुंच चुके शिक्षक कर्मचारियों के बकाए वेतन का तत्काल भुगतान किया जाय।

हड़ताली आम सभा में मुख्य रूप से नार्थ सेंट्रल रेलवे वर्कर्स यूनियन से सैयद इरफात अली, शिवेन्द्र प्रताप सिंह, रामकिशोर, सिद्धार्थ, नार्थ सेंट्रल रेलवे ठेका वर्कर्स यूनियन से बबली, इफको फूलपुर ठेका मजदूर संघ से त्रिलोकी पटेल, त्रिभुवन यादव, जय प्रकाश प्रजापति, दैनिक वेतन विद्युत कर्मचारी संघ से एस सी बहादुर, इलाहाबाद मोटर एंड ड्राइवर वर्कर्स यूनियन से फूलचंद, इलाहाबाद मेडिकल वर्कर्स यूनियन से श्याम और शुआट्स संयुक्त मोर्चा से डॉ. अजय सिंह, डॉ, आर एन शुक्ला, डॉ. कैलाश यादव, डॉ.एन के गुप्त, प्रदीप मशिह, मुनेश्वर, डेविड मुन, अनमोल, अमलेनदु उपाध्याय इत्यादि लोग शामिल रहे। हड़ताली आमसभा के बाद विभिन्न मांगों का ज्ञापन महामहिम राज्यपाल उत्तर प्रदेश को संबोधित एसीपी सिविल लाइंस प्रयागराज श्री शेताब पाण्डेय जी को सौंपा गया।

हड़ताली आम सभा की अध्यक्षता कॉम एससी बहादुर और संचालन डॉ कमल उसरी ने किया।

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