हर परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी और 6 लाख रिक्त पदों को तत्काल भरे योगी सरकार, युवाओं ने भरी हुंकार
जिस पुलिस भर्ती विज्ञापन को लेकर योगी सरकार वाहवाही बटोरने में लगी है, उसे 5 साल के अंतराल में चुनाव के ऐन वक्त पर जारी किया गया है और अभी भी भर्ती प्रक्रिया कितने दिनों में पूरी होगी स्पष्ट नहीं है....
लखनऊ। संयुक्त युवा मोर्चा की प्रदेश ईकाई की मीटिंग में हर परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी और 6 लाख रिक्त पदों को तत्काल भरने को लेकर प्रदेशव्यापी आंदोलन की रूपरेखा तैयार की गयी। आज 29 दिसंबर को वर्चुअल मोड में आयोजित इस मीटिंग में रोजगार के सवाल पर जारी आंदोलनों का पुरजोर समर्थन किया गया।
उत्तर प्रदेश में छात्रों व युवाओं से बड़े पैमाने पर सम्पर्क स्थापित करने और अभियान से जोड़ने के लिए कार्ययोजना तैयार की गई। अधिवक्ताओं, शिक्षकों, व्यापारियों व कर्मचारियों समेत समाज के अन्य तबकों से संवाद कर युवाओं की मांगों का समर्थन करने की अपील की जाएगी। संयुक्त युवा मोर्चा के केंद्रीय पदाधिकारियों ने बताया कि रोजगार के सवाल देशव्यापी मुहिम चलाई जा रही है और आम चुनावों में बेकारी के सवाल को प्रमुखता से उठाने और राजनीतिक विमर्श में स्थापित करने का निर्णय लिया गया है। इसके अलावा प्रदेश के ज्वलंत मुद्दों को लेकर एजेंडा यूपी द्वारा लखनऊ में 17 जनवरी, 2024 को प्रस्तावित सम्मेलन में शामिल होने की भी अपील छात्रों और युवाओं से की गई।
मीटिंग में युवा प्रतिनिधियों ने कहा कि योगी सरकार द्वारा रिकॉर्ड सरकारी नौकरी एवं रोजगार सृजन को जोरशोर से प्रोपैगेंडा चलाया जा रहा है, जबकि सच्चाई इसके उलट है। बेकारी की विकट स्थिति के चलते रोजी रोटी व सरकारी नौकरी की तलाश में युवाओं का तेजी से पलायन बढ़ा है। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का हश्र पहले भी देखा जा चुका है, कॉरपोरेट्स द्वारा प्रदेश में पूंजी निवेश के बड़े—बड़े दावों की सच्चाई यह है कि बैंकों में नागरिकों का जमा पूंजी का बड़ा हिस्सा महाराष्ट्र, गुजरात जैसै विकसित राज्यों में चला जाता है।
जिस पुलिस भर्ती विज्ञापन को लेकर योगी सरकार वाहवाही बटोरने में लगी है, उसे 5 साल के अंतराल में चुनाव के ऐन वक्त पर जारी किया गया है और अभी भी भर्ती प्रक्रिया कितने दिनों में पूरी होगी स्पष्ट नहीं है। दरअसल सभी रिक्त पदों को समयबद्ध भरने जिसका चुनावों में वायदा किया गया था उसके अनुपालन को लेकर सरकार कतई गंभीर नहीं है। विपक्षी दलों से युवाओं के आंदोलन का समर्थन करने और उनकी मांगों को पार्टी प्रोग्राम में शामिल करने की अपील की गई।
वर्चुअल तौर पर आयोजित इस मीटिंग में संयुक्त युवा मोर्चा केंद्रीय टीम सदस्य राजेश सचान, युवा हल्ला बोल के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष गोविंद मिश्रा, लोकतांत्रिक राष्ट्र निर्माण अभियान के आलोक सिंह, युवा शक्ति संगठन के अध्यक्ष गौरव सिंह, युवा मंच अध्यक्ष अनिल सिंह, लखनऊ से रेड ब्रिगेड की ऊषा विश्वकर्मा, तकनीकी संवर्ग के प्रतिनिधि ई. राम बहादुर पटेल, युवा हल्ला बोल के असफाक, बीपीएड मोर्चा के जीतेंद्र कुमार व सचिन गौतम, प्रयागराज से युवा मंच के विजय मोहन पाल, नोयडा से कुलदीप कुमार, सोनभद्र से सुगवंती गोंड व ई. राम कृष्ण बैगा, शामली से सुरेंद्र पांडेय, सीतापुर से लवकुश राज, गाजियाबाद से राजेंद्र सिंह, आजमगढ़ से जय प्रकाश यादव, प्रतापगढ़ से सुरेंद्र, उन्नाव से संदीप निराला, ओबरा राजकीय महाविद्यालय से गुंजा गोंड, राज धीनरिया, उदय भान यादव,रमाकांत, अनिल पाल, ईशान समेत विभिन्न जिलों व संगठनों के प्रतिनिधि शामिल रहे।