ग्रामीणों ने खुद ही बना डाली 4 किलोमीटर की सड़क

Update: 2017-10-23 10:56 GMT

कई मरीज वहां तक पहुंचते—पहुंचते जान से हाथ धो बैठते थे, क्योंकि एंबुलेंस तक गांव तक नहीं पहुंच पाती थी...

महाराष्ट्र। महाराष्ट्र के जालना जनपद के सावंगी अवघडराव गांव के ग्रामीणों ने शासन—प्रशासन को आइना दिखाने का काम किया है। तमाम प्रयासों के बावजूद प्रशासनिक अधिकारियों और सरकार ने जब गांव तक सड़क नहीं पहुंचाई तो गांव वालों ने खुद ही यह काम कर डाला।

5000 की आबादी वाले अवघडराव के लोगों ने जब देखा कि शासन—प्रशासन गांव तक सड़क बनाने में बाधक बन रहे हैं तो गांव वालों ने न सिर्फ श्रमदान कर 4 किलोमीटर दूरी की सड़क बनाई, बल्कि पैसा भी खुद ही इकट्ठा किया।

गौरतलब है कि गांव का बाजार ही यहां का मुख्य बाजार है। यही नहीं अस्पताल भी इसी बाजार में मौजूद है, जहां तक इस सड़क को गांव वालों ने जोड़ दिया है। पहले सड़क नहीं होने की वजह से ग्रामीणों को खासा दिक्कतों का सामना करना पड़ता था, यही नहीं कई मरीज वहां तक पहुंचते—पहुंचते जान से हाथ धो बैठते थे, क्योंकि एंबुलेंस तक गांव तक नहीं पहुंच पाती थी।

ग्रामीणों ने सावंगी अवघडराव से लेकर कुंभेफल तक की दूरी 4 किलोमीटर है, जहां तक ग्रामीणों ने अपने अथक परिश्रम से सड़क बना दी है। हालांकि ग्रामीण यह कहते हैं कि उन्हें इस बात का कोई अफसोस नहीं है कि शासन—प्रशासन ने इस मामले में उनकी कोई मदद नहीं की, न ही वो प्रशासन को कोस रहे हैं। उन्हें खुशी है कि कम से कम कोई मरीज रोड न होने की वजह से अकाल मौत के मुंह में नहीं समाएगा। (फोटो प्रतीकात्मक)

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