Amit Shah On Savarkar: राजनाथ सिंह के बाद अमित शाह ने 'सावरकर' का किया गुणगान, कहा- सेलुलर जेल को 'तीर्थस्थान' बना दिया

बता दें कि गृह मंत्री अमित शाह अंडमान निकोबार के तीन दिवसीय यात्रा के लिए पोर्ट ब्लेयर पहुंचे... यहां उन्होंने पोर्ट ब्लेयर स्थित सेलुलर जेल का निरीक्षण किया...

Update: 2021-10-15 13:59 GMT

Amit Shah on Savarkar(जनज्वार): इसी हफ्ते मंगलवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा महात्मा गांधी और सावरकर को लेकर दिए बयान की चर्चा अभी खत्म भी नहीं हुआ था कि शुक्रवार, 15 अक्टूबर को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी सावरकर के तारीफ में खूब गुणगान किए। अमित शाह ने कहा कि सावरकर ने सेलुलर जेल को तीर्थस्थान में बदल दिया। अमित शाह ने कहा कि किसी भी सरकार ने उन्हें वीर का दर्जा नहीं दिया। उनके देशभक्ति पर लोग सवाल करते हैं। यह दुखद है।

बता दें कि गृह मंत्री अमित शाह अंडमान निकोबार के तीन दिवसीय यात्रा के लिए पोर्ट ब्लेयर पहुंचे। यहां उन्होंने पोर्ट ब्लेयर स्थित सेलुलर जेल का निरीक्षण किया। ये वही जेल है जहां आजादी से पहले विनायक दामोदर सावरकर कैदी के रुप में बंद रहे। आजादी का अमृत मोहत्सव कार्यक्रम के तहत गृह मंत्री अमित शाह ने सेलुलर जेल में स्वतंत्रता सैनानियों को याद किया और उन्हें नमन किया।

पोर्ट ब्लेयर जेल में गृह मंत्री अमित शाह ने सावरकर को याद करते हुए कहा कि, "सावरकर ने सेलुलर जेल को 'तीर्थस्थान' में बदल दिया। उन्होंने दुनिया को संदेश दिया कि आप जितनी चाहें उतनी यातनाएं झेल सकते हैं, लेकिन उनके अधिकारों को अवरुद्ध नहीं कर सकते।"

अपने तीन दिवसीय यात्रा के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज यानि शुक्रवार को अंडमान निकोबार पहुंचे थे। पहले दिन वो पोर्ट ब्लेयर पहुंचे और सेलुलर जेल का निरीक्षण किया। केंद्र सरकार के आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम के तहत शाह ने पोर्ट ब्लेयर में स्वतंत्रता सैनानियों को नमन कर उन्हें याद किया। इस दौरान गृह मंत्री ने कहा कि, 'किसी भी सरकार ने सावरकर को 'वीर' की उपाधि नहीं दी , देश के 131 करोड़ लोगों ने उनके साहस और देशभक्ति को पहचाना और 'वीर' की उपाधि से नवाजा। ये दुख की बात है कि आप उस व्यक्ति के देशभक्ति पर सवाल उठाते हैं जिसे 2 बार आजीवन कारावास की सजा हुई हो।'

गौरतलब है कि मंगलवार, 12 अक्टूबर को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी सावरकर को लेकर एक टिप्पणी की थी। उन्होंने कहा था कि विनयाक दामोदर सावरकर के 'दया याचिका' दायर करने को एक खास वर्ग ने गलत तरीके से फैलाया। राजनाथ सिंह ने दावा किया कि सावरकर ने जेल में सजा काटते हुए अंग्रेजों के सामने दया याचिका महात्मा गांधी के कहने पर दाखिल की थी।

राजनाथ सिंह के इस बयान पर सोशल मीडिया में बहस छिड़ गई। कई नेता, इतिहासकार और पत्रकार इस पर टिप्पणी करने लगे। दिल्ली में सावरकर पर उदय माहूरकर और चिरायु पंडित की किताब 'वीर सावरकर हु कुड हैव प्रीवेंटेड पार्टिशन' के विमोचन कार्यक्रम में राजनाथ सिंह ने ये बातें कही थी। इस कार्यक्रम में संघ प्रमुख मोहन भागवत भी मौजूद थे। इस घटना के महज दो दिन बाद गृह मंत्री अमित शाह का ये बयान आया है।


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