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हिमाचल प्रदेश

हिमाचल में अब आगे और लॉकडाउन नहीं, राज्य को पटरी पर लाना सरकार की प्राथमिकता

Janjwar Team
13 April 2020 9:20 AM GMT
हिमाचल में अब आगे और लॉकडाउन नहीं, राज्य को पटरी पर लाना सरकार की प्राथमिकता
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हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम रमेश, इनके शासन में राज्य के कई जिलों में कोविड पॉजिटिविटी रेट भारत के कई राज्यों से है बहुत ज्यादा

हिमाचल सरकार की कोशिश है कि किसी तरह से अब प्रदेश का कामकाज शुरू हो जाए। इस वक्त फसल भी पक कर तैयार है। इसके साथ ही उद्योग धंधे भी चलाने की संभावना सरकार की ओर से तलाशी जा रही है...

जनज्वार ब्यूरो, शिमलाहिमाचल प्रदेश में शायद लॉकडाउन अब आगे न बढ़ाया जाये। इसकी वजह है। सरकार ने अब लॉकडाउन की स्थिति से निकलने का प्लान बनाना शुरू कर दिया है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने अधिकारियों को कहा है कि अब आर्थिक मोर्चे पर प्रदेश के हालात कैसे समान्य हो। इसे लेकर एक प्लान तैयार किया जाना चाहिए।

उन्होंने यह भी कहा कि अब हमें तालाबंदी से बाहर निकलने की दिशा में सोचना होगा। हालांकि सीएम ने यह भी स्पष्ट किया कि इसके लिए हमें एक बार फिर से कोरोना वायरस की ताजा स्थिति को भी देखना होगा। क्योंकि इस सब से पहले प्रदेश में वायरस का संक्रमण रुक जाना चाहिए। इसलिए अधिकारियों को न सिर्फ तालाबंदी से बाहर निकलने का प्लान बनाना है, बल्कि यह भी सुनिश्चित करना है कि कैसे कोरोना पर रोक लगे।

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सीएम के निर्देश को ध्यान में रखते हुए प्रदेश को छह हिस्सों में बांटा गया है। इसमें लाल, नारंगी और हरा जोन स्थापित किया या है। इसके अनुसार ही कोरोना को लेकर अगली रणनीति बनायी जाएगी। जहां संक्रमण का कोई मामला नहीं आएग, उसे बाकी क्षेत्र से अलग किया जाएगा। हॉट स्पॉट अलग होंगे। संवेदनशील और अति संवदेनशील इलाकों में भोजन और अन्य आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति स्थानीय प्रशासन को सौंपी जाएगी।

इधर प्रदेश में चेरी, पलम उत्पादक किसानों को डिब्बों की भारी कमी का सामना करना पड़ रहा है। किसानों ने बताया कि यदि जल्दी ही डिब्बों की सप्लाई नहीं होती तो फसल के खराब होने का अंदेशा है। किसानों की इस मांग पर भी सरकार ने काम करना शुरू कर दिया है। बताया जा रहा है कि अलग अलग फलों के लिए डिब्बों की सप्लाई मंगलवार तक शुरू हो जाएगी।

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गेहूं उत्पादक किसानों को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। उनकी समस्या यह है कि फसल कटाई करने के बाद मंडी तक कैसे लेकर जाएं। यदि समय पर कटाई नहीं करते तो बंदर व जंगली जानवर फसल खराब कर देंगे। इससे उन्हें नुकसान हो रहा है। ऐसे किसानों की भी मांग है कि सरकार लॉकडाउन हटाए। क्योंकि यदि इस दिशा में जल्दी ही निर्णय नहीं लिया जाता तो उनकी आर्थिक हालत खराब हो जाएगी।

हिमाचल के बद्दी और काला अंब में भी उद्योगपतियों ने अपनी अपनी इकाई शुरू करने की दिशा में काम आरंभ कर दिया है। उद्योगपति अशोक रैना व सोमेश ठाकुर ने बताया कि यदि सरकार इजाजत देती है तो वह 48 घंटे के भीतर काम शुरू कर देंगे। यहां की दवा फैक्ट्रियों में तो काम चल रहा है। जबकि अन्य इकाई बंद करा दी थी। सरकार के लॉकडाउन को अब आगे न बढ़ाने के निर्णय से उद्योगपति खासे खुश है। इनका यह भी कहना है कि यदि स्वास्थ्य विभाग कुछ शर्तों के साथ भी लॉकडाउन हटाता है तो वह इसका पालन करेंगे।

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