चंपावत में विद्यालय के खंडहर शौचालय की जर्जर छत गिरी, एक छात्र की मौके पर मौत-3 अन्य घायल
Champawat news : शौचालय की छत इतनी जर्जर हो चुकी थी कि पहली नजर में ही उसके कभी भी दुर्घटनाग्रस्त होने की आशंका बनी हुई थी, लेकिन मासूम बच्चों की सुरक्षा से जुड़े इस अहम मुद्दे इतनी अपराधिक लापरवाही बरती गई कि समय रहते इसका धवस्तीकरण नहीं किया जा सका...
Champawat news : उत्तराखंड के चम्पावत जिले के एक प्राथमिक विद्यालय के शौचालय की छत गिरने से उसकी चपेट में आकर एक छात्र की मौत हो गई, जबकि तीन बच्चे घायल हैं। हादसे की खबर मिलते ही शिक्षा महकमे के साथ ही प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है। डीएम मौके लिए रवाना हो चुके हैं, जबकि एसडीएम मौके पर पहुंची हैं। हादसे के बच्चे स्कूल के बच्चे सहमे हुए हैं। दुर्घटना की जानकारी मिलते ही स्कूल के बच्चों के तमाम अभिवावक मौके पर पहुंच गए हैं।
मिली जानकारी के अनुसार पाटी विकास खंड के मौनकांडा प्राथमिक विद्यालय में शौचालय की छत गिरने से तीसरी कक्षा में अध्ययनरत छात्र आठ वर्षीय चंदन सिंह पुत्र गोधन सिंह की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि छात्रा सोनी पुत्री श्याम सिंह, रिंकू पुत्र गोधन सिंह और छात्रा शगुन पुत्री श्याम सिंह हादसे में घायल हो गई हैं। दुर्घटना की खबर मिलते ही विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों के अभिवावकों में हड़कंप मच गया। आनन फानन में अपनी बच्चों की चिंता में तमाम अभिवावक विद्यालय पहुंच गए।
डीएम नरेंद्र सिंह भंडारी ने स्वास्थ्य टीम को तत्काल घायल छात्रों के उपचार के निर्देश दिए हैं। एसडीएम रिंकू बिष्ट मौके पर हैं और हालात पर नजर बनाए हुए हैं। लोगों में इस घटना को लेकर रोष है। वहीं मृतक बच्चे के परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है।
बताया जा रहा है कि इस शौचालय की छत इतनी जर्जर हो चुकी थी कि पहली नजर में ही उसके कभी भी दुर्घटनाग्रस्त होने की आशंका बनी हुई थी, लेकिन मासूम बच्चों की सुरक्षा से जुड़े इस अहम मुद्दे इतनी अपराधिक लापरवाही बरती गई कि समय रहते इसका धवस्तीकरण नहीं किया जा सका, जिसका परिणाम एक मासूम की मौत के रूप में सामने आया।
विद्यालय में हुई इस दुर्घटना की खबर मिलते ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हादसे की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश देते हुए मृतक बालक के परिजनों को मुख्यमंत्री राहत कोष से दो लाख रुपए मुआवजे की घोषणा की है। धामी ने कहा है कि जांच में दोषी पाए जाने पर संबंधित के विरुद्ध सख्त कार्यवाही की जाए। उन्होंने निर्देश दिये हैं कि सभी सरकारी स्कूल भवनों का निरीक्षण कर लिया जाए। जहां जरूरी हो, वहां भवनों के मरम्मत संबंधी काम करवा लिया जाए। यह सुनिश्चित कर लिया जाए कि कक्षाएं पूरी तरह से सुरक्षित भवनों में ही संचालित हो।
उधर घटना की जानकारी देते हुए चम्पावत के मुख्य शिक्षा अधिकारी जितेन्द्र सक्सेना ने बताया कि राजकीय प्राथमिक विद्यालय मौनकाण्डे में एक अन्य शौचालय भी बना हुआ था, जो कि छात्रों द्वारा प्रयोग में लाया जा रहा था। जिस शौचालय की छत गिरने से दुर्घटना हुयी, यह निष्प्रोज्य (प्रयोग में नहीं) था। मध्यावकाश में खेल-खेल में विद्यार्थी उस निष्प्रयोज्य शौचालय की छत पर चढ़ गये, जिससे कि भार अधिक होने के कारण दुघर्टना घटित हुयी। दुर्घटना में घायल छात्र-छात्राओं का ईलाज तत्काल चिकित्सकों के द्वारा किया गया व अन्य सभी घायल छात्र छात्राएं खतरे से बाहर है।