पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के किनारे के गांवों की हजारों एकड़ जमीन के सर्वे की वायरल खबर पर किसान बोले 'किसी हाल में नहीं देंगे हम अपनी जमीन'

प्रशासनिक अधिकारियों और राजस्वकर्मियों द्वारा जमीन के सर्वे और सोशल मीडिया में वायरल नक्शे की वजह से क्षेत्र के किसान मजदूर परेशान हैं कि उनकी जमीनें छीनने की साजिश हो रही है, किसानों ने कहा कि अफवाह है कि हजारों एकड़ उनकी जमीनों का सर्वे कर लिया गया है...

Update: 2023-03-18 12:14 GMT

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Azamgarh news : पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के किनारे आजमगढ़ सुल्तानपुर बॉर्डर के खंडौरा, अड़ीका, खुरचंदा, छजोपट्टी, भेलारा, बरामदपुर, कलवारी बांध गावों के किसानों की बैठक बिंदेश्वरी इंटर कॉलेज तुलसीनगर खंडौरा के करीब की बाग में हुई। 22, 23 और 26 फरवरी को प्रशासनिक अधिकारियों और राजस्वकर्मियों द्वारा जमीन के सर्वे और सोशल मीडिया में वायरल नक्शे की वजह से क्षेत्र के किसान मजदूर परेशान हैं कि उनकी जमीनें छीनने की साजिश हो रही है। किसानों ने कहा कि अफवाह है कि हजारों एकड़ उनकी जमीनों का सर्वे कर लिया गया है।

बैठक को संबोधित करते हुए पूर्वांचल किसान यूनियन के महासचिव वीरेंद्र यादव और किसान नेता राजीव यादव ने कहा कि किसानों की मर्जी के बगैर उनकी जमीनें नहीं ली जा सकती। पूर्वांचल एक्स्प्रेसवे के किनारे औद्योगिक क्षेत्र के विस्तार की बात करने वाली सरकार बताए कि क्या खेती किसानी के बगैर किसी मुल्क का विकास हो सकता है। उन्होंने कहा की खिरिया बाग आंदोलन ने तय किया है कि किसान धरती माता का सौदा नहीं होने देंगे।

बैठक में किसान नेता राम राज, निशांत, नंदलाल यादव, ठाकुरदीन, विनीत, श्याम बहादुर यादव, रणजीत चौहान, कुलदीप मौर्या, हरिकेश मौर्य, सुरेश चंद्र यादव, छोटेलाल, राजेंद्र यादव, सोनल यादव आदि उपस्थित थे।

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