10 माह से आंदोलन कर रहीं खिरियाबाग की महिलाओं ने योगी-मोदी को भेजी राखी, लगायी जमीन न छीने जाने की गुहार
Khiriyabagh Protest : पिछले 10 महीने से अधिक समय से एयरपोर्ट के विस्तारीकरण के नाम पर जमीन छीने जाने का विरोध कर रही महिलाओं ने प्रधानमंत्री मोदी और योगी को राखी भेजकर गुहार लगाई कि उनकी जमीन न छीनी जाए....
खिरिया बाग, आजमगढ़। पिछले 10 महीने से अधिक समय से एयरपोर्ट के विस्तारीकरण के नाम पर जमीन छीने जाने का विरोध कर रही महिलाओं ने प्रधानमंत्री मोदी और योगी को राखी भेजकर गुहार लगाई कि उनकी जमीन न छीनी जाए।
आंदोलनरत सुनीता, किस्मती, बिंदु, नीलम समेत सैकड़ों महिलाओं ने कहा कि रक्षाबंधन का त्योहार भाई, बहन के अटूट बंधन का त्योहार है। हमारे समाज में संबंधों का बड़ा महत्त्व है। जमीन हमारी माता है, इस धरती माता का सौदा करके हम गांव के आपसी भाईचारे के संबंधों को नहीं खत्म होने देंगे। मां के बगैर भाई, बहन कैसे रह सकते हैं। ऐसे में एयरपोर्ट के नाम पर हमारी जमीन न छीनी जाए, विस्तारीकरण परियोजना को रद्द किया जाए।
जमीन-मकान नहीं देंगे, अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का मास्टर प्लान वापस लेने, आंदोलनकारियों पर से झूठे मुकदमे वापस लेने, किसान नेताओं को उत्पीड़त करने और 12-13 अक्टूबर 2022 के दिन और रात में सर्वे के नाम पर एसडीएम सगड़ी और अन्य राजस्व अधिकारी तथा भारी पुलिसबल के द्वारा महिलाओं-बुजुर्गों के साथ हुए उत्पीड़न के दोषियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए ग्रामीण पहली बार धरने पर बैठे थे।
प्राथमिक विद्यालय, पंचायत भवन, जच्चा-बच्चा केंद्र, आंगनवाड़ी, नहर भी एयरपोर्ट विस्तारीकरण के नाम पर ली जाने वाली जमीन के कारण प्रभावित हो रहे हैं। यहां छोटी जोत के गरीब किसान-मजदूर की खेती पर जीविका आश्रित है। आज़मगढ़ में एयरपोर्ट सालों से बना पड़ा है, जिससे आज तक एक भी विमान नहीं उड़ा है। आज़मगढ़ के चारों तरफ कुशीनगर, गोरखपुर, वाराणसी, प्रयागराज, अयोध्या और लखनऊ में एयरपोर्ट है, जहां चन्द घंटों में पहुंच सकते हैं। आज़मगढ़ में एयरपोर्ट बनने से क्षेत्र का कोई विकास नहीं हुआ और न इससे कोई रोजगार मिलने की संभावना है। सभी ग्रामसभाओं ने एक मत से निर्णय लिया था कि अपनी जमीन किसी भी हाल में नहीं देंगे, जिसके बाद पिछले 10 माह से यहां आंदोलन जारी है।