DDU Gorakhpur : विदेश दौरे पर निकले कुलपति, कमलेश गुप्ता ने कुलसचिव से पूछा - कौन हैं विवि के प्रभारी, किससे करूं संपर्क?
DDU Gorakhpur : डीडीयू गोरखपुर हिंदी विभाग के निलंवित प्रोफेसर कमलेश गुप्ता ने कुलसचिव को एक पत्र लिखकर अपने आंदोलन को नया मोड़ दे दिया है। उन्होंने पत्र के जरिए यह बताने की कोशिश की है कि कुलपति के लापरवाही की वजह से विवि की अकादमिक गतिविधियों का रखवाला कोई नहीं है।
DDU Gorakhpur : दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय ( DDU Gorakhpur University ) में अनियमितता को लेकर जारी विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब कुलपति ( Vice Chancellor ) का विदेश दौरे पर रवाना होने के बाद हिंदी विभाग के निलंबित आचार्य प्रोफेसर कमेलश कुमार गुप्ता ( Kamlesh Kumar Gupta ) कुलसचिव को एक पत्र लिखकर इस मसले को नया मोड़ दे दिया है। उन्होंने पत्र के जरिए यह बताने की कोशिश की है कि कुलपति के लापरवाही की वजह से विवि की अकादमिक गतिविधियों का रखवाला कोई नहीं है। 23 दिसंबर को कुलसचिव को लिखे पत्र में उन्होंने पूछा है कि मुझे आवश्यक कार्य से कुलपति से मिलना है, आप बताएं कि मैं, इस संदर्भ में किससे संपर्क करूं।
ये हैं पत्र का मजमून
प्रोफेसर कमलेश गुप्ता ने अपनी चिट्ठी में लिख है कि मुझे अति आवश्यक कार्यवश 23 दिसंबर को कुलपति जी से मिलना है। समाचार पत्रों से मुझे ज्ञात हुआ है कि कुलपति जी विदेश यात्रा पर हैं। कृपया मुझे सूचित करने का कष्ट करें कि आज दिनांक 23 दिसंबर को कुलपति पद का कार्यभार किन्हें सौंपा गया है, ताकि मैं उनसे संपर्क करके अपनी अति आवश्यक कार्य संपादित करा सकूं।
प्रोफेसर कमलेश को कुलसचिव से मिला ये जवाब
उनके इस पत्र के जवाब में कुलपति सचिवालय के प्रभारी पीपी सिंह ने कुलसचिव बताया है कि कुलपति जी के अवकाश अवधि में कुलपति पद के दायित्वों का निर्वहन प्रोफसर अजय सिंह अधिष्ठाता छात्र कल्याण द्वारा किया जा रहा है। इसके बाद कुल सचिव ने इसकी जानकारी कमलेश गुप्ता को दे दी है।
21 दिसंबर से जारी है सत्याग्रह और आंदोलन
दरअसल, डीडीयू गोरखपुर विवि में प्रशासनिक कामकाज को लेकर कुलपति और प्रोफेसर कमलेश गुप्ता के बीच लंबे अरसे विवाद चल रहा है। हाल ही में उन्हें अनियमितता और मनमाने तरीके से काम करने के आरोप में निलंवित कर दिया गया था। उसके बाद से वह सत्याग्रह पर बैठ गए हैं। उनके इस फैसले के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ छात्रों ने भी मोर्चा खोल रखा है। 21 दिसंबर से बड़ी संख्या में छात्र आंदोलनरत हैं। छात्रों का कहना है कि एलान किया कि प्रोफेसर के निलंबन की कार्रवाई व कुलपति को हटाने की मांग को लेकर हमारा आंदोलन जारी रहेगा। छात्रों संगठनों का समर्थन में आने के बाद कमलेश गुप्ता के समर्थन में विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ शिक्षकों ने भी मोर्चा खोल दिए हैं। इसके बावजूद कुलपति संवाद का रास्ता चुनने के बजाए दस दिनों की अमेरिकी दौरे पर हैं।
कुलपति पर है भ्रषटाचार का आरोप
DDU Gorakhpur : इस मामले में छात्रों का आरोप है कि बिहार के पूर्णिया विश्वविद्यालय में लूट मचाने के बाद कुलपति अब हमारे विश्वविद्यालय को लूटने में लगे हैं। इसके खिलाफ आवाज उठाने पर प्रोफेसर कमलेश गुप्ता को निलंबत कर दिया। ऐसे में अब यह लड़ाई कुलपति के हटने तक जारी रहेगा।