किसानों के आठ दिसंबर के भारत बंद को झारखंड में सत्ता पक्ष का समर्थन, गैर भाजपा दल भी साथ
झारखंड में सत्ताधारी गठबंधन झामुमो-कांग्रेस-राजद सहित वाम दलों ने बंद का समर्थन किया है। इससे राज्य में बंद के प्रभावी व सफल होने की संभावना बढ गई है...
जनज्वार। किसानों के आठ दिसंबर के भारत बंद को झारखंड में सत्ताधारी गठबंधन झामुमो-कांग्रेस-राजद का समर्थन मिल गया है। इसके साथ ही ज्यादातर गैर एनडीए दल इस बंध के समर्थन में उतर आए हैं। भाकपा माओवादी ने भी बंद का समर्थन किया है और इससे पहले किसानों के समर्थन में पार्टी ने रविवार को रांची में प्रदर्शन भी किया।
झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष व राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रविवार को कहा है कि किसान देश की शान हैं और उनकी मांगों के समर्थन में झामुमो भी बंद का समर्थन करेगा। उन्हांेंने कहा कि देश के मालिक को केंद्र सरकार के मजदूर बनाने के षडयंत्र के खिलाफ झारखंड में भी उलगुलान (क्रांति) होगा।
झारखंड कांग्रेस के अध्यक्ष रामेश्वर उरांव ने भी मोदी सरकार के कृषि कानून का विरोध किया है और पार्टी लगातार इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रही है। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को कहा कि वे बंद के समर्थन में व उसे सफल बनाने आठ दिसंबर को सड़कों पर उतरें। उधर, राष्ट्रीय जनता दल ने भी रविवार को मशाल जुलूस निकाला है।
केंद्र सरकार के कृषि कानून के खिलाफ रविवार को अल्बर्ट एक्का चैक पर वाम दलों सहित विभिन्न संगठनों ने प्रदर्शन भी किया है और आठ दिसंबर के भारत बंद को समर्थन देने व सफल बनाने का आह्वान किया है।
रविवार को वाम व गैर एनडीए दलों ने राज्य के 200 से अधिक प्रखंड मुख्यालयों पर नरेंद्र मोदी सरकार के तीन नए कृषि कानून के खिलाफ धरना प्रदर्शन दिया और उसे वापस लेने की मांग की। भाकपा के राज्य सचिव भुवनेश्वर प्रसाद मेहता ने कहा है कि दिल्ली में किसानों के आंदोलन ने मोदी सरकार का सच सामने ला दिया है। वहीं, माकपा ने प्रकाश विप्लव झारखंड भी किसानों की इस लड़ाई में पीछे नहीं है।
मालूम हो कि आठ दिसंबर के भारत बंद को राजनीतिक दलों का व्यापक समर्थन मिल रहा है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार, द्रमुक अध्यक्ष एमके स्टालिन, माकपा महासचिव सीताराम येचुरी आदि ने बंद को सफल बनाने के लिए अपने-अपने पार्टी कार्यकर्ताओं से अपील की है।