झारखंड के अस्पताल का कारनामा, कोरोना से मौत हुई थी पुरुष सदस्य की, कब्रगाह में मिला महिला का शव, FIR
इसी तरह जिस परिवार की महिला सदस्य की कोरोना से मौत हुई थी, उसके घर पुरुष का शव भेज दिया गया। यह दो अलग-अलग शहरों का मामला है, इसलिए परेशानी और बढ गई...
जनज्वार। कोरोना के संकट से जूझ रहे देश के विभिन्न हिस्सों से इससे जुड़ी त्रासदी भरी व विचित्र खबरें आ रही हैं। अब झारखंड में एक ऐसा वाकया घटित हुआ है जो आपको चकित कर देगा। रांची के एक अस्पताल में कोरोना से एक ही दिन मरे दो मरीजों जिनमें महिला व पुरुष हैं का शव बदलकर उनके घरों में भेज दिया गया और वह भी दो अलग-अलग शहरों-जिलों में। यानी जिसके घर पुरुष सदस्य की मौत हुई उसे महिला का शव मिला और जिसके घर महिला की कोरोना से मौत हुई उसके घर पुरुष का शव मिला। इसके बाद दोनों परिवारों ने अस्पताल के खिलाफ कड़ी आपत्ति जतायी है।
जमशेदुपर के आजादनगर निवासी मो सामिद व रांची के ओरमांझी की एक महिला की चार सितंबर को रांची के अस्कलेपियस अस्पताल में मौत हो गई थी। इनकी मौत के बाद अस्पताल ने परिजनों को शव भेजने से पहले चेहरा दिखाने से यह कह कर इनकार कर दिया कि ये कोरोना पेसेंट हैं और ऐसा करने से संक्रमण का खतरा होगा। अस्पताल ने आश्वस्त किया कि शव उनके घर पर पहुंच जाएगा।
इसके बाद जमशेदपुर के सामिद के परिजनों ने जब साकची कब्रिस्तान में शव को दफनाने के लिए बाहर निकाला तो सबके आश्चर्य का ठिकाना नहीं रहा। दरअसल, वह मो सामिद का नहीं बल्कि किसी अन्य महिला का शव था। इसके बाद परिजनों ने हंगामा किया।
मो सामिद के परिजनों ने उन्हें तबीयत अधिक बिगड़ने पर रांची में भर्ती कराया था। परिजनों का कहना है कि तीन दिन में हर दिन इलाज के लिए 25 से 30 हजार लिए जाते थे और स्थिति सुधरी नहीं और शुक्रवार की रात उनकी मौत हो गई। उनका कहना है कि उन्होंने शव का चेहरा दिखाने की मांग की लेकिन कोरोना मरीज होने की बात कह कर इनकार कर दिया गया, लेकिन जब जमशेदपुर कब्रिस्तान में शव मिट्टी की रस्म के लिए निकाला गया तो वह महिला का था। मो सामिद के घर वालों ने अस्पताल का लाइसेंस रद्द करने की मांग की है। हालांकि अस्पताल की ओर से शव को पुनः भेजे जाने की बात कही गई है।
उधर, रांची के ओरमांझी के मृत महिला के परिजनों को मो सामिद का शव मिल गया, जिससे उनका गुस्सा भी बढ गया। इससे 65 वर्षीया मृतका के परिजनों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा और उन्होंने नाराजगी जतायी।
अस्कलेपियस अस्पताल रांची के इरबा में स्थित है। रांची के अनुमंडल पदाधिकारी के निर्देश पर अस्पताल के खिलाफ एफआइआर दर्ज कर लिया गया है।