झारखंड भाजपा के अध्यक्ष दीपक प्रकाश पर राजद्रोह का केस, सरकार के खिलाफ साजिश रचने का आरोप

दीपक प्रकाश पर कांग्रेस व झामुमो ने झारखंड की निर्वाचित सरकार को अस्थिर करने के लिए साजिश रचने का आरोप लगाया है। एफआइआर दर्ज किए जाने के बाद दीपक प्रकाश ने हेमंत सरकार को चुनौती दी है कि हिम्मत है तो गिरफ्तार करके दिखायें...

Update: 2020-11-01 03:23 GMT

संबोधित करते हुए दीपक प्रकाश का फाइल फोटो।

जनज्वार। भाजपा की झारखंड इकाई के अध्यक्ष दीपक प्रकाश पर दुमका में राजद्रोह का केस दर्ज किया गया है। दुमका जिला कांग्रेस के अध्यक्ष श्यामल किशोर सिंह ने शनिवार को दुमका नगर थाने में दीपक प्रकाश पर झारखंड की निर्वाचित सरकार के खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज कराया। श्यामल किशोर सिंह ने आरोप लगाया है कि वे सरकार के खिलाफ साजिश कर रहे हैं और लोकतंत्र की हत्या की धमकी दे रहे हैं।

दीपक प्रकाश ने दुमका उपचुनाव प्रचार के दौरान दो महीने में राज्य में भाजपा की सरकार बनने की बात कही थी। इसको कांगे्रस नेता ने निर्वाचित सरकार के खिलाफ साजिश बताते हुए भारतीय दंड विधान की धारा 504 (शांति भंग करने से जानबूझकर अपमान करना), 506 (आपराधिक धमकी), 120बी (साजिश में शामिल होना) एवं 124ए (राजद्रोह) के तहत कांड संख्या 298/20 दर्ज कराया है। इन धाराओं के तहत मामला दर्ज कराते हुए सरकार के खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगाया गया है।

इस मामले में झामुमो ने एक प्रेस कान्फ्रेंस कर दीपक प्रकाश पर सरकार के खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगाया है। झामुमो महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि भाजपा नेता मतदाताओं को बरगलाने के लिए इस तरह का बयान दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष का बयान बर्दाश्त करने योग्य नहीं है और घोर आपत्तिजनक है। इसलिए गठबंधन ने उनके खिलाफ मामला दर्ज कराने का फैसला किया। उन्होंने कहा कि भाजपा धनबल की बदौलत सरकार को अस्थिर करना चाह रही है। वे कहते हैं कि हमारे 15 विधायक उनके संपर्क में हैं, तो वे उनका नाम बताएं। हम उनके 25 में 22 विधायकों के नाम बता देंगे जो हमारे साथ आने को तैयार हैं।

उधर, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने कहा है कि सरकार में दम है तो 24 घंटे के अंदर मुझे गिरफ्तार करके दिखाए। मैं गिरफ्तारी देने के लिए तैयार हूं। उन्होंने कहा कि महागठबंधन के उम्मीदवार चुनाव लड़ने से पहले ही दुमका व बेरमो से चुनाव हर चुके हैं। मेरे खिलाफ एफआइआर उसी का परिणाम है, जनता का मिजाज सत्ताधारी खेमा समझ गया है।

मालूम हो कि तीन नवंबर को झारखंड की दो विधानसभा सीटों दुमका व बेरमो पर उपचुनाव है। दुमका सीट मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खाली करने से रिक्त हुई थी और बेरमो सीट कांग्रेस विधायक राजेंद्र सिंह के निधन के कारण खाली हुई थी। हेमंत सोरेन 2019 के विधानसभा चुनाव में दो सीटों बरहेट व दुमका से जीते थे, जिसमें उन्होंने बरहेट का प्रतिनिधित्व करने का फैसला किया।

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