आदिवासी समाज की अंतरराष्ट्रीय फुटबॉलर संगीता सोरेन पत्तल बना कर रहीं गुजारा

झारखंड के धनबाद जिले के बाघमारा की अंतरराष्ट्रीय फुटबाॅलर संगीता सोरेन आज पत्तल बनाकर अपने और परिवार का भूख मिटाने को मजबूर हैं, सोशल मीडिया पर मुद्दा उठने के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उठाया ये कदम...

Update: 2020-08-07 03:38 GMT

जनज्वार। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गुरुवार को धनबाद जिले के बाघमारा की रहने वाली अंतरराष्ट्रीय फुटबाॅलर संगीता सोरेन की मदद करने का निर्देश अधिकारियों को दिया है। मुख्यमंत्री सोरेन ने यह निर्देश एक पत्रकार के द्वारा इस संबंध मे ट्वीट कर उनका ध्यान आकर्षित किए जाने के बाद दिया।

मुख्यमंत्री सोरेन ने अपने ट्वीट में धनबाद के डीसी को निर्देश देते हुए कहा, 'संगीता बेटी और उनके परिवार को जरूरी सभी सरकारी मदद पहुंचाते हुए सूचित करें। उन्होंने लिखा खेल-खिलाड़ियों को बढावा देने के लिए सरकार कृत संकल्पित है और जल्द ही नीति और कार्यप्रणाली के साथ जनता के समक्ष आने वाली है'। उल्लेखनीय है कि झारखंड सरकार जल्द ही एक नई खेल नीति की घोषणा करने वाली है। मुख्यमंत्री सोरेन ने अपने ट्वीट में इस बात का भी संकेत दिया है।

आदिवासी बहुल झारखंड अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को लेकर काफी समृद्ध राज्य है। हाॅकी, फुटबाॅल सहित अनेक प्रकार के एथलेटिक्स व अन्य खेलों की अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा में यहां की दर्जनों प्रतिभाएं समय-समय पर हिस्सा लेती रही हैं। लेकिन, उनमें अधिकतर आर्थिक चुनौतियों का सामना करती हैं और समय से पहले उनकी खेल प्रतिभा इस वजह से मुरझा जाती है।

संगीता सोरेन के संबंध में टीवी पत्रकार सोहन सिंह ने ट्वीट कर मुख्यमंत्री का ध्यान खींचा था। उन्होंने लिखा था, 'झारखंड के धनबाद जिले के बाघमारा की अंतरराष्ट्रीय फुटबाॅलर संगीता सोरेन आज पत्तल बनाकर अपने और परिवार का भूख मिटाने को मजबूर हैं। संगीता ने 2018 में भूटान सहित एशिया के कई देशों में अपने राज्य और देश का नाम रौशन किया है। पर, आज उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं'।

संगीता सोरेन ने कहा है कि उनका परिवार जंगल से पत्ता लेकर आता है और उसका पत्तल बनाकर बेचता है और उससे जो आय होती है उसी से परिवार चलती है। उन्होंने कहा कि अगर उन्हें नौकरी मिल जाए तो उनकी माता-पिता की आर्थिक जरूरतें पूरी हो जाएंगी।


Tags:    

Similar News