झारखंड : थाने में गुंडागर्दी करने वाले दारोगा हरीश पाठक पर चलेगा आपराधिक मुकदमा, होगा स्पीडी ट्रायल
डीजीपी को बरहेट के थानेदार रहे हरीश पाठक के खिलाफ आरंभिक जांच रिपोर्ट मिल गई है। उन्होंने उसके खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज कर जांच तेज करने को कहा है ताकि स्पीडी ट्रायल हो सके...
जनज्वार, रांची। झारखंड के साहबेगंज जिले के बरहेट थाने में 22 जुलाई को राखी कुमारी एक लड़की के साथ मारपीट, गाली गलौज, बाल खींचने व परिजनों को धमकाने, हाजत में रखने के आरोपी थानेदार हरीश पाठक पर आपराधिक मुकदमा चलेगा। यह जानकारी झारखंड के डीजीपी एमवी राव ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ट्वीट कर दी है।
डीजीपी ने कहा है कि उन्हें इस मामले की जांच रिपोर्ट मिली है और उन्होंने आरोपी इंसपेक्टर हरीश पाठक पर आपराधिक मामला दर्ज कर जांच तेज करने को कहा है। डीजीपी ने कहा है कि जांच तेज होने से उसके खिलाफ स्पीडी ट्रायल हो सकेगा।
Sir, received the enquiry report. On perusing the contents of the report, I have ordered to file a criminal case against the accused Inspector Harish Pathak. Investigation to be expedited to facilitate speedy trial. @JharkhandPolice is for and with the people now and always 🙏
— Mandava V Rao (@MVRaoIPS) July 28, 2020
थानेदार हरीश पाठक का वीडियो 27 जुलाई को सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और न सिर्फ झारखंड बल्कि प्रदेश से बाहर से बाहर से भी लोगों ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी और थानेदार के व्यवहार की निंदा की।
झारखंड विधानसभा में विपक्ष के नेता बाबूलाल मरांडी, सत्ताधारी झामुमो की विधायक सीता सोरेन, भाजपा नेता व पूर्व विधायक कुणाल सारंगी सहित कई प्रमुख लोगों ने इस मामले को उठाया। ट्वीट कर इस मामले में मुख्यमंत्री से कार्रवाई की मांग की।
मरांडी ने कहा है कि इस दारोगा का सर्विस रिकार्ड दागदार रहा है और पहले भी इस पर कई गंभीर आरोप लगे हैं। उन्होंने बाकोरिया कांड में उसकी भूमिका का हवाला देते हुए उसके खिलाफ सीबीआइ जांच तक की मांग कर डाली।
इस मामले में दारोगा को साहेबगंज के एसपी ने सस्पेंड कर दिया और डीएसपी स्तर के अधिकारी से मामले की जांच करा कर डीजीपी को रिपोर्ट सौंप दी। इस दारोगा पर यह भी आरोप लग रहा है कि वह उसे व्यक्ति को एससी-एसटी एक्ट में फंसाना चाहता है, जिसने इस मामले का वीडियो बनाया और उसे वायरल किया।
राखी कुमारी अपने परिवार के साथ बरहेट के सरकारी अस्पताल की काॅलोनी में रहती थी और वहीं रहने वाले एक लड़के से उसका प्रेम संबंध था। दोनों बालिग थे और शादी करना चाहते थे। इसी मामले में थानेदार ने लड़की की पिटाई की और क्वार्टर से भगाने की धमकी तक दी।