झारखंड के प्रवासी मजदूर ने तमिलनाडु में किया सुसाइड, लॉकडाउन के चलते 2 महीने से नहीं मिला वेतन
प्रवासी मजदूर की पत्नी ने बताया कि सोमारी कृष्णागिरी के थल्ली में फूलों की एक कंपनी में काम करते थे। आधी रात को खुद को फांसी लगाने के लिए उन्होंने चादर का इस्तेमाल किया...
जनज्वार ब्यूरो। झारखंड के एक प्रवासी मजदूर सोमारी भुइयां ने तमिलनाडु में मंगलवार की देर रात अपने कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मजदूर की पत्नी और दोस्त ने आरोप लगाया कि लॉकडाउन के कारण वित्तीय चिंता के कारण उन्होंने आत्महत्या की है।
'द टेलीग्राफ' की रिपोर्ट के मुताबिक, सोमारी भुइयां की कथित आत्महत्या बताती है कि लॉकडाउन के बाद सामान्य स्थिति में आने के बाद भी लोगों की मौत हो सकती है। दो महीने की बेरोजगारी के बाद 48 वर्षीय मजदूर को जून का केवल पे चेक मिला था।
उनका पैतृक घर रांची के उत्तर पश्चिम में करीब 170 किलोमीटर दूर चतरा के तुलबुल गांव में है, उनकी पत्नी किदो भुइयां तमिलनाडु में सोमारी के साथ करती थीं। वह कहती हैं कि सोमारी यह सोचकर उदास रहते थे कि लॉकडाउन के बाद वह अपना कर्ज कैसे चुकाएंगे।
उनकी पत्नी ने बताया कि सोमारी कृष्णागिरी के थल्ली में फूलों की एक कंपनी में काम करते थे। आधी रात को खुद को फांसी लगाने के लिए उन्होंने चादर का इस्तेमाल किया।
वह बताती हैं कि झारखंड के कई और लोग भी मेसर्स ट्रॉपिकल फ्लोरा कंपनी में काम करते हैं जो गेरबेरा के फूलों को उगाते हैं और बेचते हैं।
किदो बताती हैं कि सोमारी एक महीने में सात हजार रूपये से अधिक कमाते थे जबकि उसी कंपनी में उसे (पत्नी को) 1200 रूपये का भुगतान किया जाता था। वे तमिलनाडु में तीन साल से काम कर रहे थे।
उनकी पत्नी आगे बताती हैं, उन्होंने अपनी बड़ी बेटी की शादी पिछले सितंबर में चतरा में की थी और इसके लिए एक लाख रूपये का कर्ज लिया था जिसे इस साल के अंत तक चुकाने का वादा किया था। लेकिन लॉकडाउन के दौरान दो महीने वेतन रूकने से चिंता और बढ़ गईं और वह सोचने लगे कि वह कर्ज नहीं चुका पाएंगे।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक सोमारी ने आखिरी बार आधी रात को अपनी पत्नी से बात की थी जिसके बाद वह अपने कमरे में सोने के लिए चले गए।
थली पुलिस स्टेशन के प्रभारी शिवराज कहते हैं, सोमारी अकेले सोते थे जबकि उनकी पत्नी अपने पांच बच्चों के साथ सोती थीं। आज सुबह उनकी पत्नी ने जब सोमारी का दरवाजा खटखटाया तो कोई जवाब नहीं मिला। इसके बाद उन्होंने अन्य लोगों को बताया। फिर दरवाजा तोड़ा तो सोमारी को पंखे पर लटका पाया।'
वह आगे बताते हैं, प्रथम दृष्टया यह मामला आत्महत्या का प्रतीत होता क्योंकि कोई बाहरी चोट नहीं थी। हालांकि हमने अप्राकृतिक मौत का मामला दर्ज किया है। कोई सुसाइड नोट नहीं मिला लेकिन उनकी पत्नी ने कहा कि वह खराब वित्तीय स्थिति से परेशान थे।