'गैंग्स ऑफ वासेपुर' के Coal माफियाओं ने मरवा दिया जज को, लेकिन हेमंत की धनबाद पुलिस से नहीं कोई उम्मीद

फुटेज में दिख रहे हालात शक पैदा करने वाले हैं, जज आनंद सड़क के किनारे दौड़ रहे थे, इसी दौरान उनके पीछे से एक ऑटो रिक्शा सड़क से हटकर किनारे पर उनकी तरफ आया और पीछे से उन्हें टक्कर मारकर चलता बना...

Update: 2021-07-29 05:26 GMT

एक हत्या मामले की सुनवाई कर रहे जज उत्तम आनंद की मौत हत्या या हादसे में उलझी.

जनज्वार ब्यूरो। धनबाद में सुबह की सैर पर निकले जिला न्यायाधीश उत्तम आनंद को एक ऑटो रिक्शा चालक ने टक्कर मार दी। टक्कर से जज की मौत हो गई। न्यायाधीश उत्तम आनंद 52 वर्ष के थे। आशंका जताई जा रही है कि यह हादसा नहीं बल्कि जज की जाबूझकर टक्कर मारकर हत्या की गई है। बताया जा रहा है कि जज उत्तम आनंद रंजय सिंह हत्या मामले की सुनवाई कर रहे थे।

आदतन न्यायाधीश उत्तम आनंद रोज मार्निंग वाक पर जाते थे। बुधवार 28 जुलाई को भी वह वॉक पर निकले थे। इसी दौरान उन्हें पीछे से आए एक ऑटो रिक्शा ने टक्कर मार दी। उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। जज उत्तम आनंद 6 महीने पहले ही धनबाद आए थे। इससे पहले उनकी पोस्टिंग बोकारो में थी।

जज उत्तम आनंद की मौत दुर्घटना है या हत्या, इसे लेकर अब तक स्थिति साफ नहीं हो पाई है। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की जांच की है। इस फुटेज में दिख रहे हालात शक पैदा करने वाले हैं। जज आनंद सड़क के किनारे दौड़ रहे थे, इसी दौरान उनके पीछे से एक ऑटो रिक्शा सड़क से हटकर किनारे पर उनकी तरफ आया और पीछे से उन्हें टक्कर मारकर चलता बना।   

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बताया जाता है कि उत्तम आनंद रंजय सिंह हत्या मामले की सुनवाई कर रहे थे। इस केस में झरिया की विधायक पूर्णिमा सिंह के देवर हर्ष सिंह भी आरोपी हैं। जज आनंद ने होटवार जेल में बंद रवि ठाकुर और अभिनव सिंह की जमानत अर्जी भी खारिज कर दी थी। जेल में बंद यह दोनों भी इसी हत्या के मामले में आरोपी बनाए गये हैं।

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