सूफिया मर्डर मिस्ट्री : नई जिंदगी शुरू करने के झांसे में लेकर बिलाल ने पहली पत्नी के साथ मिलकर की हत्या
बिलाल का पुराना आपराधिक रिकार्ड था और सूफिया ने उसके खिलाफ दहेज प्रताड़ना की शिकायत की थी, यहां तक कि उसकी निशानदेही पर बिलाल के घर से हथियार भी बरामद हुआ था। बिलाल को इस वजह से जेल जाना पड़ा था, इसलिए वह सूफिया से चिढा हुआ था...
जनज्वार। रांची के ओरमांझी इलाके में सूफिया मर्डर मिस्ट्री से पर्दा लगभग उठ चुका है। हालांकि इस चर्चित हत्याकांड को लेकर पुलिस अभी और आगे की जांच कर रही है। सूफिया हत्याकांड के मुख्य आरोपी शेख बिलाल को पुलिस ने गुरुवार को ओरमांझी-सिकिदरी रोड से गिरफ्तार किया और उसके बाद उससे पूछताछ करने के के बाद मौके-ए-वारदात पर ले जाकर क्राइम सीन रीक्रिएट किया।
इस मामले में बिलाल से पूछताछ में एक बड़ा खुलासा यह हुआ है कि बिलाल ने सूफिया से दोबारा संपर्क होने पर उसे नई जिंदगी शुरू करने का झांसा दिया था। इसके लिए बकायदा वह उसे बाइक पर ले एक सूनसान जगह बातचीत करने के बहाने ले गया। हालांकि वास्तव में यह सूफिया की मर्डर की रची गयी साजिश का यह हिस्सा था। जब बिलाल अपनी दूसरी पत्नी सूफिया को बाइक से लेकर गया तो उसकी पहली शब्बो और एक अन्य शख्स भी बाइक से उनके पीछे मौके पर पहुंचे।
बिलाल का पुराना आपराधिक रिकार्ड था और सूफिया ने उसके खिलाफ दहेज प्रताड़ना की शिकायत की थी, यहां तक कि उसकी निशानदेही पर बिलाल के घर से हथियार भी बरामद हुआ था। बिलाल को इस वजह से जेल जाना पड़ा था, इसलिए वह सूफिया से चिढा हुआ था और पिछले साल जेल से बाहर आने के बाद ही उसने सूफिया को सबक सीखाने फैसला कर लिया था।
जेल से बाहर आने के बाद उसने सूफिया की तलाश शुरू की तो काफी खोजबीन के बाद उसे पता चला कि वह खूंटी जिले के लोधमा में रह रही है। इसके बाद वह उसके पास पहुंचा और कहा कि अब हम नई जिंदगी शुरू करते हैं। सूफिया चूंकि पहले बिलाल पर शब्बो को छोड़ने का दबाव बना रहा था, इसलिए उसने सूफिया से कहा कि हमारे रास्ते में एक दूसरा शख्स है पहले उसे सबक सीखा देते हैं। और इसी झांसे में लेरक बिलाल व सूफिया को लेकर ओरमांझी में एक तालाब किनारे सुनसान जगह पहुंचा और वहां उसकी पत्नी व एक अन्य शख्स भी आ गए।
इसके बाद उन चारों के बीच बातचीत का दौरा शुरू हुआ और इसी दौरान सूफिया की हत्या कर दी गयी। शब्बो के साथ गए शख्स ने सूफिया के हाथ को और शब्बो ने उसके पैरों को कसकर पकड़ा और बिलाल ने गला घोंट कर उसकी हत्या कर दी। हत्या के बाद शब्बो ने दाउली से सूफिया के शरीर पर कई वार किए और उसके बाद बिलाल को यह डर हुआ कि वह कहीं पकड़ा न जाए, इसलिए सबूत नष्ट करने की प्रक्रिया शुरू हुई।
इसके लिए पहले सूफिया के कपड़े खोल कर उसे जलाया गया और फिर उसका सिर धड़ से अलग कर वह उसे पाॅलिथिन में लेकर अपने गांव चंदवे गया और वहां उसने उसे खेत में जल्दी गलाने के लिए नमक डाल कर गाड़ दिया।