DAV कॉलेज में चुनाव की मांग को लेकर टॉवर पर चढ़ा छात्र, पुलिस बल की तैनाती में शिक्षा मंत्री को मौके पर बुलाने की रखी डिमांड
छात्र संघ चुनाव की तिथि घोषित करने की मांग को लेकर 9 नवंबर को सुबह छः बजे सर्वे चौक के इस टावर पर चढ़े छात्र नेता मनमोहन सिंह रावत को प्रशासन द्वारा नीचे उतारने के प्रयास किए जा रहे हैं। लेकिन छात्र का कहना है कि उच्च शिक्षा मंत्री धनसिंह रावत को मौके पर बुलाया जाए...
Dehradun News: महाविद्यालय में छात्रसंघ चुनाव की मांग को लेकर एक छात्र बुधवार राज्य स्थापना दिवस के मौके पर शहर के बीचोबीच स्थित एक टॉवर पर चढ़ गया। छात्र के टॉवर पर चढ़ने की खबर मिलते ही प्रशासन के हाथ पांव फूल गए। आनन फानन में मौके पर अग्निशमन दल दस्ते के साथ भरी पुलिस बल तैनात कर दिया गया। प्रशासन छात्र से नीचे उतरने की गुहार लगा रहा है, लेकिन छात्र मौके पर उच्च शिक्षा मंत्री को बुलाए जाने की मांग पर अड़ा है।
बताते चले कि डीएवी पीजी कॉलेज के छात्र छात्रसंघ चुनाव कराए जाने की मांग को लेकर बीते कई दिनों से कॉलेज गेट पर भूख हड़ताल पर बैठे हैं। बीते तीन साल से छात्र संघ चुनाव न होने की वजह से इस साल यह छात्र आंदोलन पर उतारू हैं। इसी के चलते आज बुधवार को एक छात्र नेता देहरादून के व्यस्त क्षेत्र सर्वे चौक के टावर पर चढ़ गया, जिससे पुलिस और कॉलेज प्रशासन के हाथ-पैर फूल गए। छात्र संघ चुनाव की तिथि घोषित करने की मांग को लेकर 9 नवंबर को सुबह छः बजे सर्वे चौक के इस टावर पर चढ़े छात्र नेता मनमोहन सिंह रावत को प्रशासन द्वारा नीचे उतारने के प्रयास किए जा रहे हैं। लेकिन छात्र का कहना है कि उच्च शिक्षा मंत्री धनसिंह रावत को मौके पर बुलाया जाए।
इससे पहले मंगलवार 8 नवंबर को डीएवी पीजी कालेज में भूख हड़ताल पर बैठे एक छात्र अमन भटनागर की मंगलवार दोपहर तबीयत बिगड़ गई थी। उसे एंबुलेंस से जिला चिकित्सालय (कोरोनेशन अस्पताल) ले जाया गया था। छात्रसंघ चुनाव की मांग को लेकर छात्र संघर्ष समिति ने गुजरे शनिवार से कालेज परिसर में भूख हड़ताल शुरू की थी। उनका कहना है कि जब तक छात्रसंघ चुनाव की घोषणा नहीं की जाएगी, आंदोलन जारी रहेगा। टॉवर पर चढ़े छात्र का कहना है कि पिछले तीन साल से डीएवी कॉलेज में चुनाव नहीं कराए जा रहे हैं। जबकि शिक्षा मंत्री धनसिंह रावत की विधानसभा श्रीनगर के महाविद्यालय में आज छात्रसंघ चुनाव की घोषणा हो रही है। ऐसे में डीएवी कॉलेज में चुनाव न कराना यहां के छात्रों के साथ अन्याय है।