औरेया में मरे झारखंडी प्रवासियों को यूपी सरकार ने लाद दिया जिंदा मजदूरों के साथ, हेमंत ने जताई नाराजगी
मुख्यमंत्री ने झारखंड पुलिस को निर्देश दिया है कि झारखंड की सीमा में प्रवेश करते ही ट्रक से आ रहे घायलों का उचित इलाज सुनिश्चित करें। साथ ही मृतकों के पार्थिव शरीर को पूरे सम्मान के साथ उनके घर तक पहुंचाने का प्रबंध करें...
जनज्वार ब्यूरो। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उत्तर प्रदेश के ओरैया में सड़क हादसे में मृत श्रमिकों के पार्थिव शरीर को एक ट्रक के जरिए झारखंड भेजने पर नाराजगी जताई है। उन्होंने इस कृत्य को अमानवीय एवं संवेदनहीनता की पराकाष्ठा कहा है।
यह स्थिति अमानवीय एवं अत्यंत संवेदनहीन है।
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मुख्यमंत्री ने उपायुक्त बोकारो और झारखंड पुलिस को निर्देश दिया है कि झारखंड की सीमा में प्रवेश करते ही ट्रक से आ रहे घायलों का उचित इलाज सुनिश्चित करें। साथ ही मृतकों के पार्थिव शरीर को पूरे सम्मान के साथ उनके घर तक पहुंचाने का प्रबंध करें।
मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश सरकार और बिहार के मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि झारखंड के घायलों एवं मृत प्रवासी श्रमिकों के लिए झारखंड की सीमा तक परिवहन की बेहतर व्यवस्था करें। झारखंड की सीमा पर राज्य सरकार उनके लिए गरिमापूर्ण व्यवस्था करेगी।
This inhumane treatment of our migrant workers could possibly be avoided. I request .
— Hemant Soren (घर में रहें - सुरक्षित रहें) (@HemantSorenJMM) May 17, 2020
मुख्यमंत्री को तस्वीरों और वीडियो साझा कर बताया गया कि ओरैया हादसे में मरने वाले झारखंड के प्रवासियों के शवों को एक ट्रक पर बोकारो के चास स्थित घर भेजा जा रहा है। साथ में बचे लोगों का कहना है कि बर्फ की सिल्लियां पिघलने के बाद शवो की स्थिति बिगड़ती जा रही है।
वही मुख्यमंत्री हेमंत सोरने ने दिवंगतों के लिए मुआवजे की घोषणा भी की है। एक ट्वीट में उन्होंने लिखा, उत्तर प्रदेश के औरैया घटना में दिवंगत हुए सभी 11 झारखंडी साथियों के परिवार को चार-चार लाख रुपये एवं प्रति घायल व्यक्ति को 50 हज़ार रुपये की सहायता तत्काल प्रदान की जाएगी। साथ ही घायलों के इलाज की समुचित व्यवस्था भी ज़िला प्रशासन करेगी।
उत्तर प्रदेश के औरैया घटना में दिवंगत हुए सभी 11 झारखंडी साथियों के परिवार को चार-चार लाख रुपये एवं प्रति घायल व्यक्ति को 50 हज़ार रुपये की सहायता तत्काल प्रदान की जाएगी।
साथ ही घायलों के इलाज की समुचित व्यवस्था भी ज़िला प्रशासन करेगी।
— Hemant Soren (घर में रहें - सुरक्षित रहें) (@HemantSorenJMM)
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