दो बच्चों समेत एक मां बेची गयी 30 हजार में, मुख्यमंत्री के हस्तक्षेप के बाद लौटी अपने घर

गढवा जिले की महिला को दो बच्चों सहित उसकी फुफेरी बहन ने उत्तरप्रदेश के हमीरपुर जिले के एक शख्स को बेच दिया था। जब मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को इसकी ट्विटर के माध्यम से जानकारी मिली तो मानव तस्करी का मामला दर्ज कर महिला को मुक्त कराया गया...

Update: 2020-08-27 13:50 GMT

महिला को बेचने व खरीदने के आरोपी के साथ मामले की जानकारी देते पुलिस पदाधिकारी।     फोटो: Bhaskar.com से साभार।

जनज्वार। झारखंड के गढवा जिले की बेची गई एक महिला को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के हस्तक्षेप के बाद सुरक्षित बरामद कर लिया गया। सबसे अहम बात यह कि इस मामले में खुद उसकी फुफेरी बहन संलिप्त थी और उसे व खरीदार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। बेची गई महिला को उत्तरप्रदेश के महोबा जिले से बरामद किया गया है। महिला की बरामदगी गढवा पुलिस की विशेष टीम ने किया, जिसने उत्तरप्रदेश के हमीरपुर व महोबा जिले में छापा मारा। इस मामले में गिरफ्तार दोनों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को यह जानकारी दी गई थी कि उत्तरप्रदेश की सीमा से सटे झारखंड के गढवा जिले के डंडई प्रखंड के जरही गांव की एक महिला को दो बच्चों सहित बेच दिया गया है। बेचे जाने के बाद महिला देवंती देवी ने किसी तरह अपने पति से टेलीफोन पर संपर्क किया था और खुद को बच्चों को बचाने की गुहार लगायी थी।

इसके बाद उसके पति ने गढवा जिला प्रशासन एवं पुलिस से इस संबंध में गुहार लगायी। मामला किसी तरह मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के संज्ञान में पहुंचा और उसके बाद उनके विशेष निर्देश पर स्पेशल टीम गठित कर यूपी में छापेमारी कर महिला को बरामद किया गया।

इस संबंध में बुधवार को एसडीपीओ बहमन टूटी ने बताया कि गिरफ्तार किया गया अभियुक्त उत्तरप्रदेश के हमीरपुर जिले के मुस्करा गांव का रहने वाला जयपाल विश्वकर्मा है और बेचने वाली महिला अजनार थाना क्षेत्र के महुआ बांध गांव निवासी महेश विश्वकर्मा की पत्नी ममता देवी है। पुलिस के अनुसार, 22 अगस्त को ट्विटर के माध्यम से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को इस बात की सूचना मिली थी।

इसके बाद इस मामले में एसपी सुरेश राव खोतरे के निर्देश पर गढवा के पुलिस इंस्पेक्टर राजीव कुमार के नेत्त्व में छापेमारी दल का गठन किया गया और महिला को बरामद किया गया।

सीताराम मिस्त्री द्वारा की गई शिकायत के आधार पर डंडई थाने में मानव तस्करी का मामला दर्ज किया गया था। इसके बाद पीड़िता देवंती देवी को बरामद किया गया। महिला को खरीदने के आरोपी जयपाल विश्वकर्मा ने बताया कि देवंती देवी की फुफेरी बहन से बच्चों सहित 30 हजार रुपये में महिला को बेचा था। इसके बाद वह उसे पत्नी के रूप में रख रहा था। इस दौरान उसने उसके साथ मारपीट भी की और प्रातड़ित भी किया। 

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