सर गंगाराम हाॅस्पिटल में 25 मरीजों की मौत, सिर्फ 1 घंटे की बची है ऑक्सीजन, 60 की जान खतरे में
ऑक्सीजन के अभाव में लोगों को तड़प-तड़पकर मरता देख हाॅस्पिटल लगातार तुरंत ऑक्सीजन मुहैया कराने की गुहार लगा रहा है, डाॅक्टर खुद को असहाय महसूस कर रहे हैं.....
जनज्वार। कोरोना की भयावहता के बीच लगातार मौतों का सिलसिला और डरा रहा है। इनमें ऑक्सीजन की कमी से होने वाली मौतें सर्वाधिक हैं। आज दिल्ली के सर गंगाराम हाॅस्पिटल से बहुत बुरी खबर आ रही है। यहां पिछले 24 घंटों में आॅक्सीजन की कमी से 25 कोविड मरीजों की मौत हो चुकी है। अब हाॅस्पिटल में सिर्फ 1 घंटे की ऑक्सीजन बची है। अगर इतनी देर में ऑक्सीजन नहीं मिली तो 60 और मरीज मौत के मुंह में समा जायेंगे।
ऑक्सीजन के अभाव में लोगों को तड़प-तड़पकर मरता देख हाॅस्पिटल लगातार तुरंत ऑक्सीजनन मुहैया कराने की गुहार लगा रहा है। डाॅक्टर खुद को असहाय महसूस कर रहे हैं।
कल गुरुवार 22 अप्रैल को ही दिल्ली के शांति मुकुंद हॉस्पिटल के सीईओ सुनील सागर हॉस्पिटल में ऑक्सीजन की कमी का हाल सुनाते-सुनाते रो पड़े थे। उन्होंने कहा कि बहुत विकट स्थिति है। हमारे पास बहुत कम ऑक्सीजन बचा है। हम ऑक्सीजन नहीं दे पाए तो हमारे मरीज मर जाएंगे।
राजधानी के कड़कड़डूमा स्थित मकुंद हॉस्पिटल के सीईओ को जब यह पता चला कि उनके हॉस्पिटल में सिर्फ 2 घंटे का ही ऑक्सीजन बचा है वो परेशान हो गए थे, उनके यहां कोविड के 110 ऐसे मरीज भर्ती थे, जो ऑक्सीजन सपोर्ट पर थे।
समाचार एजेंसी एएनआई के हवाले से आई खबर के मुताबिक दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर ने बताया कि अस्पताल में पिछले 24 घंटे में 25 बीमार मरीजों की मौत हो गई है। अस्पताल में ऑक्सीजन बस दो घंटे और चलेगी। वेंटिलेटर और Bipap प्रभावी ढंग से काम नहीं कर रहे हैं। ऑक्सीजन की तत्काल आवश्यकता है। ऑक्सीजन की कमी की वजह से 60 अन्य बीमार मरीजों की जान खतरे में है।
दिल्ली में सर गंगा राम अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर के बयान के मुताबिक, आईसीयू और आपात.चिकित्सा विभाग में गैरमशीनी तरीके से वेंटिलेशन बहाल करने का प्रयास किया जा रहा है।
गौरतलब है कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी के बाद कई अस्पतालों ने कोरोना पीड़ित नए मरीजों को भर्ती करना बंद कर दिया है।
सर गंगाराम अस्पताल की तरह ही दिल्ली के हिंदूराव अस्पताल में कुछ ही समय का ऑक्सीजन का स्टॉक बचा है। ऐसे में आईसीयू में बची हुई ऑक्सीजन इस्तेमाल करने और वार्डों में ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर इस्तेमाल करने के लिए कहा गया है ऑक्सीजन की कमी को देखते हुए अस्पताल ने नए कोरोना मरीजों को भर्ती करना बंद कर दिया है।
रोहिणी स्थित बाबा साहेब अंबेडकर अस्पताल में भी ऑक्सीजन की किल्लत के बाद नए मरीजों को भर्ती करना बंद कर दिया गया है। अपोलो, मैक्स, विमहंस जैसे अस्पतालों में भी कुछ समय के लिए नए मरीजों को भर्ती नहीं किया जा रहा है।