6 महीने तक कोरोना मरीजों और मृत लोगों को एंबुलेंस से ले जाने वाले आरिफ खान की कोरोना से मौत
आरिफ खान फ्री एंबुलेंस सेवा देने वाले शहीद भगत सिंह सेवा दल के साथ काम करते थे, यह सेवा दल दिल्ली – एनसीआर में फ्री आपातकालीन सेवाएं देता है
जनज्वार। कोरोना वायरस के कारण पूरी दुनिया में हजारों की संख्या में लोगों को अपनी जिंदगी गवानी पड़ रही है। ऐसे में कोरोना वॉरियर्स इन मरीजो की सेवा कर रहे हैं इसके अलावा बीमारी के कारण बड़ी संख्या में लोग इस बीमारी से ठीक भी हो रहे है। लेकिन बदकिस्मती से अगर किसी मरीज की जान चली जाती है तो उसका दाह संस्कार करने वाले भई वॉरियर कम नहीं है। इनमें से एक नाम है आरिफ खान जो लोगों को कोरोना वायरस से बचाते खुद ही इस बीमारी से नहीं लड़ पाए।
आरिफ खान फ्री एंबुलेंस सेवा देने वाले शहीद भगत सिंह सेवा दल के साथ काम करते थे, यह सेवा दल दिल्ली – एनसीआर में फ्री आपातकालीन सेवाएं देता है। जब किसी कोरोना मरीज की मौत हो जाती थी, और उसके परिवार के पास अंतिम संस्कार के लिए पैसे नहीं होते थे, तो आरिफ खान पैसे देकर भी उनकी मदद करते थे।
शहीद भगत सिंह सेवादल द्वारा अब तक 488 कोरोना पॉजिटिव मरीजों की लाशों को निशुल्क सेवा दी गयी है। 623 COVID-19 पॉजिटिव मरीज भी एबुलेंस की सेवा ले चुके हैं। सेवा दल की ओर से बताया गया कि 90 ऐसी लाशों का भी संस्कार किया गया, जिनके घर वाले घर पर क्वॉरन्टीन थे। शहीद भगत सिंह सेवादल की ओर से अपील की गई है कि आप सब दुआ करें कि भाई आरिफ खान की आत्मा को शांति मिले और हमारे बाकी सभी ड्राइवर और कोरोना योद्धाओं को भी सेवा करने की शक्ति मिले।
इस मौके पर शहीद भगत सिंह सेवा दल के संस्थापक का कहना है कि आरिफ ने 24 घंटे लोगों की सेवा की वो काफी ज्यादा मेहनती था। आरिफ का एक दम से चले जाने के कारण टीम के अन्य सदस्य काफी दुखी है।
आरिफ खान के कोरोना से जंग हार जाने के बाद उपराष्ट्रपति वैकेंय नायडू ने ट्वीट करते हुए कहा कि कोविड महामारी के विरुद्ध अभियान के समर्पित योद्धा दिल्ली के श्री आरिफ खान की मृत्यु के समाचार से दुखी हूं। महामारी के दिनों में अपनी एम्बुलेंस से आपने मृतकों की सम्मानपूर्वक अंत्येष्टि में सहायता की। ऐसे समर्पित नागरिक की मृत्यु समाज के लिए क्षति है। मेरी विनम्र श्रद्धांजलि। ईश्वर पुण्यात्मा को आशीर्वाद दें और परिजनों को धैर्य प्रदान करें।