टीबी से हुई मौत, कोरोना समझकर किसी ने नहीं दिया कांधा, अकेले ही शव को लेकर पहुंचा मुक्तिधाम

टीबी के कारण पुनऊ माझी नाम के एक व्यक्ति की मौत हुई। वे पंद्रह दिनों से अस्पताल में थे। इसके बाद कांधा देने के लिए कोई आगे नहीं आया....

Update: 2021-05-06 08:57 GMT

बरगढ़। कोरोना महामारी की दूसरी लहर ने आम जनता को बुरी तरह प्रभावित कर दिया है। ढाई करोड़ से ज्यादा लोग देश के भीतर इस महामारी की जद में आ चुके हैं, वहीं 2 लाख 26 हजार के करीब मौतें हो चुकी हैं। इस बीच कई दिल दहलाने वाली तस्वीरें सामने आ रही हैं। लोग दूसरी बीमारी से हुई मौत को भी कोरोना संक्रमित समझकर कंधा देने से कतरा रहे हैं।

ओडिशा के बरगढ़ जिले के पदमपुर से ऐसी ही दुखद तस्वीर सामने आयी है। जहां टीबी के कारण पुनऊ माझी नाम के एक व्यक्ति की मौत हुई। वे पंद्रह दिनों से अस्पताल में थे।

खीर्सापाली के रहने वाले पुनऊ की जब मौत हुई तो लोगों ने कोरोना से मौत समझकर शव को कंधा देने से इनकार कर दिया जबकि उनकी कोरोना रिपोर्ट भी निगेटिव आयी थी। दूसरा पुनऊ ने दूसरी जाति में विवाह किया था तो उसे समाज ने निकाल रखा था। मौत के बाद उनकी पत्नी क्षीर बरिहा ने मदद मांगी लेकिन कोई आगे नहीं आया।

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फिर उनकी पत्नी के मायके से उसका भतीजा रामेश्वर बरिहा खीर्सापाली पहुंचा, उसने भी तीन कंधे मांगे लेकिन कोई नहीं आया। इसके बाद वह अकेले ही लाश ढोकर मुक्तिधाम पहुंचा।

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