देश में कोरोना के नए वेरिएंट डेल्टा प्लस के मिले दर्जनों मरीज और MP में 4 की मौत, पर सरकार ने की 1 की पुष्टि

महाराष्ट्र में सबसे अधिक 21 मरीज मिले, इनके अलावा तमिलनाडु, पंजाब और मध्य प्रदेश से भी केस सामने आये हैं, एक्सपर्ट की मानें तो ये इम्यूनिटी और वैक्सीन दोनों को चकमा दे सकते हैं...

Update: 2021-06-22 08:20 GMT

कोरोना के नये वेरिएंट डेल्टा प्लस ने बढ़ा दी हैं मुश्किलें 

जनज्वार ब्यूरो। एक ओर जहां देश में कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई तेज हो गयी है। इसी कड़ी में वैक्सीनेशन को भी रफ्तार देने के दावे सरकार की तरफ से किये जा रहे हैं। हालांकि अभी भी टीके की रफ्तार काफी कम है। मगर अब कोरोना के नये वैरिएंट डेल्टा प्लस चिंता बढ़ाने का काम किया है। एक्सपर्ट की मानें तो कोरोना का नया वैरिएंट वैक्सीन औऱ इम्यूनिटी दोनों को चकमा दे सकता है। इस बीच देश में डेल्टा प्लस वैरिएंट के दर्जनों मरीज मिलने की पुष्टि हो चुकी है।

कोविड के नये वेरिएंट डेल्टा प्लस को लेकर जनस्वास्थ्य चिकित्स​क डॉ. एके अरुण कहते हैं, अब कोरोना के डेल्टा प्लस वेरियंट की चर्चा है! यह ज़्यादा घातक बताया जा रहा है। कहा जा रहा है कि डेल्टा प्लस वेरियंट से मध्य प्रदेश में 4 मौतें हो चुकी है और चारों को वेक्सीन की दोनों डोज लग चुकी थी। यह वायरस तेजी से म्यूटेट हो रहा है। आरएनए वायरस होने की वजह से यह जटिल भी है, इसलिये हमेशा सावधानी बरतें।'

महाराष्ट्र और केरल में कोविड-19 के डेल्टा प्लस वैरिएंट के कई मामले सामने आ गए हैं। महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने सोमवार 21 जून को कहा कि राज्य में डेल्टा वैरिएंट के 21 मामले सामने आए हैं।

मध्य प्रदेश में कोरोना के डेल्टा प्लस वेरिएंट के कई मरीज मिले हैं। मीडिया में आई खबरों के मुताबिक 4 मरीजों की मौत् भी हो चुकी है और इनमें वो मरीज शामिल हैं जिनको कोविड की दोनों वैक्सीन लग चुकी थीं। हालांकि राज्य में चार लोगों की डेल्टा प्लस वेरिएंट से जान जाने की खबर से शिवराज सरकार ने साफ इंकार किया है।

सूबे के स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी ने कहा है कि राज्य में अब तक डेल्टा प्लस वैरिएंट के पांच केस सामने आये हैं, जिनमें से चार लोग, जिन्होंने वैक्सीन ली थी वो स्वस्थ हो गये हैं, जबकि एक की मौत हो गयी है।

जानकारी के मुताबिक मध्य प्रदेश के शिवपुरी में डेल्टा प्लस वैरिएंट से चार लोगों की मौत हो गयी थी, वहीं भोपाल में भी एक महिला के इससे पीड़ित होने का मामला सामने आया था। दरअसल इन लोगों के सैंपल जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजे गये थे, जिसमें नये वैरिएंट की पुष्टि हुई है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इन लोगों की मौत पहले ही हो चुकी है और बड़ी बात ये है कि इन लोगों को वैक्सीन की दोनों डोज भी लग चुकी थी।

डेल्टा प्लस से देश ही नहीं विश्व भी भयभीत

हालांकि हमारे देश में कोरोना के मामलों में बहुत कमी आयी थी, जिसके बाद लोग राहत की सांस ले रहे हैं। मगर जिस तरह कोरोना वायरस लगातार अपना रूप बदल रहा है और इसका बदलता स्वरुप भयानक होता जा रहा है, वह इस बात के प्रमाण है कि कोरोना की दूसरी लहर का कारण डेल्टा वैरिएंट (B.1.617.2) प्रमुख था। अब इस बात की भी चिंता बढ़ गयी है कि वैरिएंट का नया म्यूटेशन डेल्टा प्लस या AY.01 तेजी से बढ़ रहा है। विशेषज्ञों की मानें तो कोरोना का ये म्यूटेन्ट वर्जन इम्यूनिटी और वैक्सीन दोनों को चमका दे सकता है।

माना जा रहा है कि यह वैरिएंट शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्यून सिस्टम को धोखा देकर शरीर में प्रवेश कर रहा है और यह ब्रेक थ्रू इंफेक्शन का कारण भी बन रहा है। एक्सपर्ट्स की मानें तो डेल्टा प्लस में वो सारे लक्षण हैं जो ओरिजनल डेल्टा के वैरिएंट में थे। इसके अलावा K417N नाम का म्यूटेशन जो साउथ अफ्रीका के बीटा वैरिएंट में पाया गया था, उसके लक्षण भी मिले हैं। माना जा रहा है कि भारत में ये तीसरी लहर का कारण बन सकता है और म्यूटेंट होने के कारण ज्यादा खतरनाक भी हो सकता है। हालांकि फिलहाल ये दावा नहीं किया जा रहा है कि कोरोना का ये वैरिएंट कितना संक्रामक होगा।

भारत में कोरोना के नये वैरिएंट डेल्टा प्लस के दर्जनों मरीज सामने आने बात कही जा रही है। बताया जा रहा है कि 25000 सिक्वेंसेज किये गये, जिसमें 20 केस सामने आये। इनमें सबसे अधिक महाराष्ट्र से आठ केस मिले हैं। महाराष्ट्र के रत्नागिरी से आठ केस सामने आये हैं। तामिलनाडु, पंजाब और मध्य प्रदेश से डेल्टा प्लस के केस मिले हैं। खबर है कि देश में कोरोना के नये वैरिएंट के जो केस सामने आय़े है, उन्हें लेकर एक्सपर्ट की शोध जारी है। विशेषज्ञ इस बात का पता लगाने की कोशिश में है कि क्या ये वैरिएंट देश में मार्च-अप्रैल से ही मौजूद है? डेल्टा प्लस वैरिएंट यूरोप में मार्च महीने में ही सामने आया था, लेकिन ये 13 जून को प्रकाश में लाया गया।

झारखंड में मिले 7 नये खतरनाक वैरिएंट

देश के साथ-साथ झारखंड में कोरोना के मामलों में तो घटे हैं, लेकिन कोरोना वायरस के सात नये वैरिएंट मिले है। ये खतरनाक माने जा रहे हैं। इन्हें वेरिएंट ऑफ कंसर्न भी कहा गया है। हालांकि राज्य में जो वैरिएंट मिले हैं, उनमें कप्पा, अल्फा और अन्य वैरिएंट है। ये म्यूटेंट ज्यादा खतरनाक होते हैं। इनसे मौत की संभावना बढ़ती है। साथ ही फेफड़ों में संक्रमण और ऑक्सीजन के लेवल पर भी कमी आती है।

कोरोना वायरस के अल्फा, बीटा, गामा और डेल्टा, अभी तक ये चार वैरिएंट सामने आए हैं। खुद विश्व स्वास्थ्य संगठन इन चार वैरिएंट के बारे में जानकारी दे चुका है। इसमें सबसे खतरनाक डेल्टा वैरिएंट जो भारत में भी पाया गया है।

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