कोरोना टीकाकरण अभियान के बीच डॉक्टरों ने कोवैक्सिन लगवाने से कर दिया इंकार, कहा-ट्रायल नहीं हुआ है पूरा

राम मनोहर लोहिया अस्पताल रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के उपाध्यक्ष निर्मलय महापात्रा ने कहा कि बहुत सारे डॉक्टरों ने देशव्यापी अभियान के लिए नाम नहीं दिया है, कोवैक्सिन को लेकर हमारी आशंकाएं हैं, इसका ट्रायल अब तक पूरा नहीं हुआ है..

Update: 2021-01-16 14:41 GMT

(प्रतीकात्मक तस्वीर)

नई दिल्ली, जनज्वार। आज कोरोना की वैक्सीन लगाने के देशव्यापी टीकाकरण अभियान के बीच कोवैक्सिन का टीका लगवाने से डॉक्टरों ने इंकार कर दिया है। कोरोना वायरस से बचाव के लिए हो रहे टीकाकरण के बीच दिल्ली के प्रमुख हॉस्पिटल राम मनोहर लोहिया अस्पताल के कई रेजिडेंट डॉक्टरों ने कोवैक्सीन लगवाने से इंकार कर दिया है। रेजिडेंट डॉक्टरों ने कोवैक्सिन की जगह कोविशील्ड का टीका लगवाने की मांग की है।

डॉक्टरों का कहना है कि सीरम इंस्टीट्यूट का कोरोना का टीका कोविशील्ड ट्रायल के सभी चरणों को पूरा कर चुका है, जबकि हैदराबाद की भारत बायोटेक की कोवैक्सीन अभी तीसरे चरण के ट्रायल से गुजर रही है।

हालांकि, केंद्र सरकार ने आशंकाओं को कम करते हुए कहा कि दोनों वैक्सीन के विकास में बहुत काम किया गया है। दिल्‍ली के आरएमएल अस्पताल में रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन द्वारा कोरोना का टीका कोवैक्सीन लेने से इंकार किए जाने के बाद टीकों के वितरण की प्रक्रिया पर हुए विवाद पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डाॅ हर्षवर्धन ने कहा कि देश में इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए स्वीकृति दोनों टीके कोविशील्ड व कोवैक्सीन सुरक्षित हैं। 

उधर राम मनोहर लोहिया अस्पताल के रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक को लिखे पत्र में कहा कि हमारे अस्पताल में भारत बायोटेक द्वारा निर्मित कोवैक्सीन को सीरम इंस्टीट्यूट की कोविशील्ड से ज्यादा तरजीह दी जा रही है।

एसोशिएशन ने कहा 'हम आपके ध्यान में लाना चाहते हैं कि रेजिडेंट डॉक्टर कोवैक्सीन के मामले में संशय में हैं, क्योंकि इसका पूरा ट्रायल नहीं हुआ है और हो सकता है कि बड़ी संख्या में टीकाकरण के लिए नहीं पहुंचे, जिससे वैक्सीनेशन अभियान विफल होगा।'

रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के उपाध्यक्ष निर्मलय महापात्रा ने कहा कि बहुत सारे डॉक्टरों ने आज शुरू हुए देशव्यापी अभियान के लिए अपना नाम नहीं दिया है। उन्होंने कहा कि कोवैक्सीन को लेकर हमारी आशंकाएं हैं। कोवैक्सीन का ट्रायल अब तक पूरा नहीं हुआ है। हम कोवैक्सीन के बजाये कोविशील्ड को प्राथमिकता देंगे।

बता दें कि कोरोना का टीकाकरण देश में आज यानि 16 जनवरी से शुरू हो गया है। पीएम मोदी ने इसे विश्‍व का सबसे बड़ा अभियान बता कर शुरू किया है। इसके बाद देश में बने सभी वैक्‍सीनेशन सेंटर पर टीकाकरण का काम शुरू हो गया। इसी क्रम में दिल्‍ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में डॉक्टरों स्‍वदेशी कोवैक्सिन को लगवाने से इनकार कर दिया।

वहीं इस मामले में राजनीति भी शुरू हो गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्द्धन ने कहा कि दोनों टीके एक समान प्रभावी है। इसलिए टीके से सुरक्षा और उसके प्रभाव को लेकर कोई दुविधा नहीं है। दिल्ली में केंद्र के अस्पतालों में सिर्फ कोवैक्सीन भेजने का फैसला दिल्ली सरकार का है। इसलिए दिल्ली सरकार ही इस बात का जवाब दे सकती है कि किसी आधार पर यह फैसला हुआ।

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