नोएडा के चाइल्ड PGI में 6 घंटों के भीतर 8 कोरोना मरीजों की मौत, नए मरीजों की भर्ती पर लगाई रोक

चाइल्ड पीजीआई के चिकित्सा अधीक्षक मान रहे हैं कि वहां पर ऑक्सीजन की काफी कमी है, किसी तरीके से मैनेज किया जा रहा है....

Update: 2021-04-25 06:47 GMT

जनज्वार डेस्क। कोरोना वायरस की दूसरी लहर से मौतों का सिलसिला थम नहीं रहा है। कहीं ऑक्सीजन की कमी तो कहीं वेंटिलेटर की कमी। अब खबर आ रही है कि नोएडा के सेक्टर 30 स्थित चाइल्ड पीजीआई में कुछ ही घंटों के भीतर 8 कोरोना मरीजों की शनिवार को मौत हो गई।

चाइल्ड पीजीआई के चिकित्सा अधीक्षक मान रहे हैं कि वहां पर ऑक्सीजन की काफी कमी है। किसी तरीके से मैनेज किया जा रहा है लेकिन इन मरीजों की मौत के पीछे की वजह ऑक्सीजन नहीं है।

जानकारी के मुताबिक, चाइल्ड पीजीआई में शुक्रवार रात 11 से शनिवार सुबह 5 बजे के बीच 8 कोरोना संक्रमित की मौत हुई है। मरने वालों में कुछ 30 से 50 तो कुछ 50 से 70 वर्ष के थे। घरवाले शव को लेकर अंतिम संस्कार करने चले गए हैं। वहीं संस्थान मृतकों की डिटेल देने से कतरा रहा है। इतने मरीजों की मौत की खबर के बाद संस्थान का कोई भी डॉक्टर व कर्मचारी एक दूसरे से बात करने में डर रहे हैं।

अधिकारियों के मुताबिक गंभीर मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। रोजाना 70 सिलिंडर ऑक्सीजन की खपत हो रही है, जबकि सामान्य दिनों में 6 सिलिंडर की खपत होती थी।

संस्थान के एक कर्मचारी ने पूछा कि शुक्रवार रात 11 बजे से शनिवार सुबह 5 बजे के बीच एक साथ हुई 8 मौत पर सवाल खड़े हो रहे हैं। सवाल यह कि करीब 6 घंटे में इतनी मौत कैसे हो सकती हैं?

एमएस डॉ. रेनू अग्रवाल का कहना है कि ऑक्सीजन की कमी बनी हुई है। हालांकि इमरजेंसी ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था है। मरीजों को कोई दिक्कत नहीं है। इसकी वजह से चाइल्ड पीजीआई, प्रकाश अस्पताल समेत कई अस्पताल में मरीजों की भर्ती पर रोक लगा दी गई है।

चाइल्ड पीजीआई के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. आकाश राज ने कहा, 'संस्थान में 8 मरीज की मौत हुई है। सभी मरीज गंभीर थे। ऑक्सीजन बाधित होने से किसी मरीज की मौत नहीं हुई है। हालांकि संस्थान में ऑक्सिजन की काफी कमी है। किसी तरीके से इधर-उधर से मैनेज कर रहे हैं। ऑक्सीजन मेंटेन नहीं कर पा रहे हैं।'

गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी सुहास एलवाई का कहना है, 'चाइल्ड पीजीआई में कई मरीजों की मौत हुई है। इस संदर्भ में संस्थान के निदेशक डॉ. डीके गुप्ता से जानकारी मांगी गई। उन्होंने मौत का कारण गंभीर संक्रमण बताया है। ऑक्सीजन बाधित होने से कोई मौत नहीं हुई है।'

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