सरकार ने बहुत हल्के में लिया कोरोना, नहीं मिल रहे थे ऑर्डर, वैक्सीन की रहेगी कमी- अडार पूनावाला

पूनावाला ने बताया कि उन्होंने वैक्सीन के प्रोडक्शन की क्षमता को और अधिक इसलिए नहीं बढ़ाया था, क्योंकि उन्हें ऑर्डर कम मिल रहे थे, उन्होंने चेताते हुए कहा कि जुलाई तक वैक्सीन की कमी रहेगी...

Update: 2021-05-03 07:32 GMT

जनज्वार डेस्क। कोरोना महामारी की दूसरी लहर ने देश में हाहाकार मचा दिया है। मरीज ऑक्सीजन और दवाओं की आपूर्ति की कमी के चलते तड़प-तड़पकर मर रहे हैं। इस बीच देश मे टीकाकरण का तीसरा चरण शुरू किया गया है जिसमें 18 साल से ऊपर के सभी लोगों का टीकाकरण किया जाना है। दूसरी ओर सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अडार पूनावाला का कहना है कि आने वाले कुछ महीनों देश को वैक्सीन की दिक्कतों को झेलना पड़ेगा। 

पूनावाला इन दिनों भारत छोड़कर लंदन में हैं जहां वह विदेशी मीडिया को लगातार अपने इंटरव्यू दे रहे हैं। प्रमुख ब्रिटिश अखबार फाइनेंशियल टाइम्स को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि अभी प्रति माह 60-70 मिलियन यानि 6-7 करोड़ डोज की क्षमता है और जुलाई तक ये क्षमता 10 करोड़ डोज प्रतिमाह हो जाएगी। 

सीरम इंस्टीट्यूट के सीईओ ने आगे कहा कि 2-3 महीनों तक वैक्सीन की कमी से जूझना होगा, जुलाई तक सब कुछ ट्रैक पर आएगा। अभी कोरोना वायरस की दूसरी लहर इतनी भयावह हो चुकी है कि हर रोज 4 लाख से भी अधिक नए मामले सामने आ रहे हैं।

इंटरव्यू में पूनावाला ने बताया कि उन्होंने वैक्सीन के प्रोडक्शन की क्षमता को और अधिक इसलिए नहीं बढ़ाया था, क्योंकि उन्हें ऑर्डर कम मिल रहे थे। उन्होंने चेताते हुए कहा कि जुलाई तक वैक्सीन की कमी रहेगी। उन्होंने कहा कि उनके पास ऑर्डर नहीं आ रहे थे और उन्होंने ये सोचा भी नहीं था कि उन्हें साल भर में 1 अरब से भी अधिक डोज बनानी होंगी। अब न केवल भारत, बल्कि पूरी दुनिया वैक्सीन की किल्लत झेल रही है।

पूनावाला ने कहा कि जब जनवरी में कोरोना के मामले घटने लगे तो सरकार ने इसे बहुत ही हल्के में लेना शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि हर किसी को लग रहा था कि भारत ने कोरोना को हराना शुरू कर दिया है। पिछले ही महीने सरकार ने सीरम इंस्टीट्यूट को 3000 करोड़ रुपये एडवांस दिए, ताकि वैक्सीन की डोज बनाने की क्षमता को बढ़ाया जा सके।

पूनावाला के मुताबिक कोविशील्ड के लिए आपको 700 रुपये तक चुकाने पड़ सकते हैं। यह वैक्सीन राज्य सरकारों को 300 रुपये (पहले 400 रुपये थी कीमत) और निजी अस्पतालों को 600 रुपये में मिलेगी। यानी वैक्सीन की कीमत और लगवाने के चार्ज समेत आपको निजी अस्पतालों में 700 रुपये के करीब चुकाने पड़ सकते हैं। यह कीमतें 1 मई से लागू हो गई हैं। इससे पहले तक केंद्र सरकार को सिर्फ 150 रुपये प्रति खुराक की दर से कोविशील्ड वैक्सीन दी जा रही थी।

बता दें कि अडार पूनावाला ब्रिटेन में भारतीयों की आवाजाही पर लगी पाबंदी से पहले सपरिवार लंदन पहुंच गए थे। जहां उन्होंने बताया था कि उन्हें कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों और नेताओं की ओर से धमकी मिल रही थीं। 

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