कोरोना ड्यटी में तैनात पति की अस्पताल के फर्श पर मौत, बच्चों के साथ बैठकर बिलखती रही सब इंस्पेक्टर
कमलेश भगत मुंगावली तहसील के पटवारी थे। पत्नी आद्रियाना भगत चंदेरी थाने में सब इंस्पेक्टर है। एसआई ने आरोप लगाया है कि सही से डॉक्टर देखने भी नहीं आए थे....
जनज्वार डेस्क। कोरोना महामारी ने देश की हालत पस्त कर दी है। कोरोना की जिम्मेदारी संभाल रहे फ्रंटलाइनर्स भी लाचार नजर आ रहे हैं। मध्यप्रदेश के अशोक नगर से ऐसी ही तस्वीर सामने आयी है जिसे देखकर सभी की रूह कांप जाएगी। यहां कोरोना ड्यूटी में तैनात पटवारी की अस्पताल में मौत हो गई। सब इंस्पेक्टर पत्नी शव के पास बैठकर बच्चों के साथ बिलख रही है। उनकी यह दुखद तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है।
खबरों के मुताबिक, मुंगवाली तहसील के कंटेनमेंट जोन प्रभारी पटवारी कमलेश तिवारी की बुधवार सुबह सही इलाज न मिलने की वजह से फर्श पर मौत हो गई है। उनकी चंदेरी थाने में सब इंस्पेक्टर है। पत्नी ने कहा कि पति कोरोना काल में संक्रमित हो गए थे। मंगलवार देर रात कड़ी मशक्कत में अस्पताल में बेड मिल गया था। मगर वहां कोई व्यवस्था तक नहीं थी।
पत्नी ने रोते-रोते कहा कि बेड मिल गया था। भर्ती होने के बाद उन्होंने कहा कि घुटन हो रही है। वार्ड में एक पंखे तक की व्यवस्था नहीं थी। साथ ही कोई देखने वाला नहीं था। ऐसे में हमलोग उन्हें बाहर लेकर आए। बाहर में फर्श पर ही लिटा दिया। बुधवार की सुबह उन्होंने फर्श पर ही दम तोड़ दिया।
कमलेश भगत मुंगावली तहसील के पटवारी थे। पत्नी आद्रियाना भगत चंदेरी थाने में सब इंस्पेक्टर है। एसआई ने आरोप लगाया है कि सही से डॉक्टर देखने भी नहीं आए थे। उनका ऑक्सिजन लेवल लगातार गिर रहा था। जिला अस्पताल के फर्श पर ही उनकी मौत हो गई। मौत के बाद बच्चे पिता के शव के पास बिलख रहे थे। उसके बाद एसआई दोनों बच्चों को संभालती और शव से लिपटकर रोती।
इस घटना के बाद अब लोग सरकारी व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए पूछ रहे हैं कि अस्पताल में क्या यही व्यवस्था है। कोरोना काल में एमपी के कई जिलों से ऐसी तस्वीरें सामने आ रही हैं। एक दिन पहले भी रतलाम में एक वकील की ऐसे ही मौत हो गई थी।