लापरवाहीः छपरा में वैक्सीन लोड किये बिना युवक को लगाया इंजेक्शन, रोहतास में महिला को दी गयी गलत डोज

वैक्सीन लेने के बाद पहले तो युवक भी खुश होकर अपने घर लौटा। लेकिन जब युवक ने वैक्सीन लगवाने के बाद अपनी वीडियो सोशल साइट पर पोस्ट की तो वह खुद ही अपने वीडियो को देखकर हैरान रह गया......

Update: 2021-06-25 08:33 GMT

छपरा। देश में कोरोना के खिलाफ वैक्सीनेशन ड्राइव जारी है। बड़े स्तर पर लोगों को टीका दिया जा रहा है। रोजाना नये रिकॉड भी बन रहे हैं। लेकिन टीकाकरण अभियान के दौरान कई लापरवाही भी सामने आ रही है। ताजा मामला बिहार के छपरा जिले का है। जहां सीरिंज में वैक्सीन लोड किये बगैर ही युवक को इंजेक्शन लग देने का वीडियो सामने आया है। लापरवाही का ये वीडियो काफी वायरल भी हो रहा है। वही रोहतास में भी लापरवाही की तस्वीर सामने आयी है।

खाली सीरिंज से वैक्सीनेशन !

वैक्सीनेशन में गंभीर लापरवाही का मामला सामने आया है। दरअसल, छपरा में टीका लेने आये युवक को एएनएम ने बगैर वैक्सीन लोड किये इंजेक्शन दे दिया। मामला छपरा शहर के वार्ड नम्बर एक के उर्दू माध्यमिक स्कूल ब्रहमपुर इमामबाड़ा का है जहां टीकाकरण केंद्र बनाया गया है। जहां 21 जून 2021 को युवक वैक्सीन की डोज लेने गया था।

वैक्सीन लेने के बाद पहले तो युवक भी खुश होकर अपने घर लौटा। लेकिन जब युवक ने वैक्सीन लगवाने के बाद अपनी वीडियो सोशल साइट पर पोस्ट की तो वह खुद ही अपने वीडियो को देखकर हैरान रह गया। वीडियो में एएनएम की लापरवाही साफ-साफ दिखाई दे रही थी। कैसे बगैर वैक्सीन के उसने ख़ाली सीरिंज से इंजेक्शन देने काम किया।

लापरवाही पर जवाब तबल

मामले का वीडियो वायरल होने पर प्रशासन भी हरकत में आया है। पूरे मामले पर नर्स चंदा कुमारी से स्पष्टीकरण मांगा गया है। छपरा के जिला प्रतिरक्षण अधिकारी ने बताया कि नर्स को शोकॉज किया गया है। उससे 48 घंटों के अंदर स्पष्टीकरण की मांग की है। साथ ही तत्काल प्रभाव से उसे ड्यूटी से भी हटा दिया है।

साथ ही अधिकारी ने ये भी कहा कि नर्स ने जान बूझकर ऐसा नहीं किया है। टीकाकरण के लिए भीड़ ज्यादा थी, तो मानवीय भूलवश ये घटना हुई है। साथ ही कहा कि युवक को दोबारा वैक्सीनेशन के लिए बुलाया जा सकता है। इसके लिए नई तारीख भी वो चुन सकता है, उस दिन उसे टीका दिया जायेगा। हालांकि, युवक का भी मानना है कि ये भूलवश हुआ है और नर्स को माफ कर देना चाहिए।

रोहतास में लगाया गलत टीका

बिहार के दूसरे जिलों से भी टीकाकरण में लापरवाही के मामले सामने आय़े हैं। रोहतास के सदर अस्पताल में 23जून को स्वास्थ्यकर्मियों की लापरवाही देखने को मिली। जहां स्वास्थ्यकर्मियों ने स्थानीय निवासी कमला देवी को कोरोना का गलत टीका लगा दिया। दरअसल कमला सिंह का कोवैक्सीन का दूसरा डोज के लिए पंजीकरण कराया गया था। और उन्हें सासाराम पीएचसी में टीका लेने के लिए कहा गया था। लेकिन महिला जब पीएचसी में गईं तो वहां तैनात महिला स्वास्थ्य कर्मी ने कोई कागजात जांच किए या आधारकार्ड देखे बिना ही उन्हें कोवैक्सीन की जगह कोविशील्ड की डोज दे दी।

जैसे ही इस बात की जानकारी महिला के पति रामाशंकर सिंह को हुई तो वे पूछताछ करने लगे। लेकिन आरोप है कि वहां तैनात कर्मियों ने उनकी बात सुनने की जगह उनसे बदसलूकी शुरू कर दी। हंगामा होने पर मौके पर पहुंचे चिकित्सा पदाधिकारियों ने हस्तक्षेप किया व लापरवाह कर्मी पर कार्रवाई का आश्वासन दिया।

बता दें कि कमला देवी ने बताया कि वे 20 मई को कोवैक्सीन का पहला डोज शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तकिया में ली थीं। इसके बाद उन्होंने 22 जून को पंजीकरण करायी व उन्हें पीएचसी सासाराम में कोवैक्सीन का दूसरा टीका लेने का रजिस्ट्रेशन हुआ था।

एमपी में टीकाकरण में लापरवाही पर 3 सस्पेंड, 2 को नोटिस

इधर मध्य प्रदेश में टीकाकरण को लेकर लापरवाही बरती गयी। जिसके बाद कार्रवाई की गयी है। प्रदेश के सागर जिले में स्वास्थ्यकर्मियों की लापरवाही और उदासीनता सामने आई है। दरअसल, 21 जून को देश में टीकाकरण महाअभियान शुरू किया गया। इस दौरान तीन कर्मचारी अपने काम पर उपस्थित नहीं थे और पूर्व में भी रूटीन टीकाकरण सत्र से वो अनुपस्थित थे। जिस पर कार्रवाई करते हुए जिलाधिकारी दीपक सिंह ने तीन कर्मचारियों को निलंबित किया है। वहीं दो अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया हैं।

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