हाईकोर्ट के जॉइंट रजिस्ट्रार की कोरोना से मौत, अपनों ने मोड़ा मुंह तो मुस्लिम दोस्त ने कराया अंतिम संस्कार

सिराज अहमद इटावा में रहते हैं, सिराज इटावा से अपनी बहन की सास के जनाजे में शामिल होने आगरा जा रहे थे लेकिन अपने दोस्त हेम सिंह की तबियत बिगड़ने की खबर मिलते हुए वह इलाहाबाद पहुंचे थे...

Update: 2021-04-28 12:01 GMT

जनज्वार डेस्क। कोरोना महामारी की दूसरी लहर की मारामारी के बीच कई लोग हिंदू मुस्लिम एकता की मिसाल बन रहे हैं। इलाहाबाद हाईकोर्ट के जॉइंट रजिस्ट्रार हेम सिंह का भी कोरोना से निधन हो गया। हैरान करने वाली बात यह है कि करीब एक सप्ताह पहले उनकी पत्नी और बेटी की भी मौत हो चुकी थी। तब से घर पर वह अकेले रह रहे थे।

जानकारी के मुताबिक हेम सिंह जब संक्रमित हुए तो उनके दोस्त सिराज अहमद चौधरी उनकी मदद के लिए आगे आए। सिराज ने ही उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया। अस्पताल प्रंबंधन ने पैसे मांगे दो सिराज ने दो लाख रुपये भी जमा कराए। हालांकि हेम सिंह की इलाज के दौरान ही मौत हो गयी।

सिराज अहमद इटावा में रहते हैं, सिराज इटावा से अपनी बहन की सास के जनाजे में शामिल होने आगरा जा रहे थे लेकिन अपने दोस्त हेम सिंह की तबियत बिगड़ने की खबर मिलते हुए वह इलाहाबाद पहुंचे थे। हेम सिंह की मौत के बाद सिराज ने ही करीब बीस रिश्तेदारों और जानने वालों को कॉल किया लेकिन कोई भी रिश्तेदार न कंधा देने के लिए और न हीं अंतिम संस्कार के लिए आगे आए।

जानकारी के मुताबिक सिराज यहीं पर ठहरे वो अपने दोस्त के शव को गाड़ी लेकर फाफामऊ श्मशान घाट पहुंचे। श्मसान घाट पर हेम सिंह के साथ रहने वाले संदीप और एम्बुलेंस के दो लड़कों की मदद से अंतिम संस्कार किया। सिराज अहमद ने ही खुद मुखाग्नि दी।

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