योगीराज : ऑक्सीजन की कमी बताने पर लखनऊ के सन अस्पताल पर मुकदमा, मरीजों में मचा हड़कंप
अस्पताल में 25 कोविड मरीज भर्ती थे जिनमें से 20 ऑक्सीजन सपोर्ट पर थे। ऐसे में मरीजों के परिवार के लोगों में हड़कंप मच गया....
जनज्वार ब्यूरो। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का अपना अलग ही फलसफा चल रहा है। यहां लखनऊ में एक अस्पताल को ऑक्सीजन की कमी के लिए मुंह खोलना भारी पड़ गया। उन्हें शायद याद ही ना रहा हो कि यूपी में योगी का राज चल रहा है, वह एक मठ के महंत है और मठों में बस फरमान जारी होता है जिसे मानना होता है। नहीं माने तो काबिलियत के मुताबिक अस्पताल के संचालक पर मुकदमा दर्ज कर दिया गया।
राजधानी लखनऊ में सन अस्पताल के संचालक के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। बताया जा रहा है कि इस अस्पताल में पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन और बेड होने के बावजूद मरीजों को भर्ती नहीं किया जा रहा था। दूसरी तरफ अस्पताल के प्रशासन ने सोशल मीडिया पर 3 मई को एक नोटिस पोस्ट किया जिसमें हॉस्पिटल में भर्ती जो मरीज ऑक्सीजन सपोर्ट पर हैं उन्हें किसी दूसरे अस्पताल में भर्ती करने को कहा गया जिसका कारण अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी को बताया गया था।
अस्पताल में 25 कोविड मरीज भर्ती थे जिनमें से 20 ऑक्सीजन सपोर्ट पर थे। ऐसे में मरीजों के परिवार के लोगों में हड़कंप मच गया। जिला प्रशासन द्वारा इस मामले की जांच की गई तो पाया गया कि अस्पताल के पास 8 ऑक्सीजन के जंबो सिलेंडर, 2 बी टाइप सिलेंडर और ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मौजूद हैं। जो उस वक्त भर्ती मरीजों के पर्याप्त थी।
इस सहित अस्पताल को पर्याप्त ऑक्सीजन की सप्लाई भी हो रही थी। वहीं अस्पताल के इस तरह से सोशल मीडिया पर पोस्ट करने से लोगों में भय की स्थिति पैदा हो गई। वह ऑक्सीजन के लिए भागादौड़ी में लग गए। अस्पताल पर दर्ज एफआईआर के अनुसार इस तरह की स्थिति पैदा करके अस्पताल ने अधिक से अधिक मात्रा में ऑक्सीजन का भंडारण करने की कोशिश की जो एक अपराध की श्रेणी में आता है।
इसके अलावा जांच में जिला प्रशासन ने पाया कि बिना कोविड प्रोटोकॉल का पालन किए मरीजों नॉन कोविड मरीजों को कोविड मरीजों के बीच भेजा जा रहा है। कोरोना प्रोटोकॉल के साफ-साफ उल्ल्ंघन के बाद प्रशासन ने सख्त कार्रवाई करते हुए सन अस्पताल के संचालक पर एफआईआर दर्ज की गई है।